नई दिल्ली। केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने चौकाने वाला खुलाशा किया है। केन्द्रीय मंत्री ने राज्य सभा को बताया कि वर्ष 2014-16 के वायु गुणवत्ता के आंकड़े दिन प्रति दिन खतरनाक तरीके से बढ़ रहा है। मंत्री ने कहा कि दिल्ली के अधिकतर स्थानों पर ध्वनि प्रदूषण एवं प्रदूषणकारी कणों की मात्रा स्वीकार योग्य सीमा से अधिक पायी गयी है तथा कुछ स्थानों पर नाइट्रोजन डाईआक्साइड का स्तर भी निर्धारित सीमा से अधिक पाया गया है। इस बीच सरकार ने ध्वनि प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए कई कदम उठाए हैं। बीएस-4 मानकों को एक अप्रैल से अनिवार्य किया गया है। 2020 से सीधे बीएस-6 मानकों को लागू किया जाएगा। बहरहाल, आम लोगो में अज्ञानता के कारण ध्वनि प्रदूषण पुरे देश में खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है। जानकार बतातें हैं कि समय रहते इसकी रोकथाम नही की गई तो हालात बिस्फोटक हो सकता है।