बचपन के हेमा की किशोरावस्था में कदम रखने से पहले ही लता मंगेशकर बनने की कहानी बड़ा ही दिलचस्प है। लता मंगेशकर के गायकी की इस हुनर को सबसे पहले पहचाना उस्ताद गुलाम हैदर साहेब ने। कहतें हैं कि मात्र ग्यारह साल की लता मंगेशकर को सुरो में गुनगुनाते हुए सुन कर उस्ताद गुलाम हैदर साहेब इतने सम्मोहित हो गए कि उन्होंने एक रोज लता को बुलाया और उसको अपने साथ लेकर फिल्म निर्माता एस. मुखर्जी के पास पहुंच गए। एस. मुखर्जी को लता की आवाज पसंद नहीं आई और उन्होंने लता को अपनी फिल्म में लेने से इंकार कर दिया। कहतें है कि 60 की दशक में मराठी फिल्मो में एक म्यूजिक डायरेक्टर आनंदघन का नाम तेजी से उभरा था। करीब चार मराठी फिल्मो के लिए आनंदघन ने संगीत का निर्देशन किया। इसमें से एक मराठी फ़िल्म को सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशन का पुरस्कार भी मिला था। कहतें है कि आनंदघन और लता मंगेशकर के बीच बड़ा ही दिलचस्प रिश्ता था। यह रिश्ता क्या था? देखिए, इस रिपोर्ट में…
This post was published on फ़रवरी 18, 2022 17:00
या आप जानते हैं कि गिद्ध क्यों विलुप्त हो गए? और इसका मानव जीवन पर… Read More
भारत और पाकिस्तान के 1947 के बंटवारे में केवल जमीन ही नहीं, बल्कि घोड़ागाड़ी, बैंड-बाजा,… Read More
7 दिसंबर 1941 का पर्ल हार्बर हमला केवल इतिहास का एक हिस्सा नहीं है, यह… Read More
सफेद बर्फ की चादर ओढ़े लद्दाख न केवल अपनी नैसर्गिक सुंदरता बल्कि इतिहास और संस्कृति… Read More
आजादी के बाद भारत ने लोकतंत्र को अपनाया और चीन ने साम्यवाद का पथ चुना।… Read More
मौर्य साम्राज्य के पतन की कहानी, सम्राट अशोक के धम्म नीति से शुरू होकर सम्राट… Read More