खबरो की खबर और लीक से हट कर खबर के इस सेगमेंट में आज हम बात करेंगे की ममी की। ममी यानी एक परंपरा, एक प्रचलन या फिर एक धारना। दरअसल, हम प्राचीनकाल से चली आ रही ममी के प्रथा का विश्लेषण करेंगे। ममी यानी मृत शरीर को सुरक्षित रखने की परंपरा। कहतें है कि कालखंड चाहे जो हो। कुछ न कुछ परंपराए और अवधारनाएं सभी कालखंडो में रही है। किंतु, इससे पहले आपको बताना जरुरी है कि दुनिया में बहुत सारे लोग है, जो परंपरा को रुढ़ीवाद की संज्ञा देकर इसको मानने से इनकार कर देते है। ऐसे लोग परंपरा को पोषित करने वालो से घृणा करते है और उनको बुर्जुआ वर्ग की श्रेणी में डाल कर उनका उपहास भी उड़ाते है। खुद को प्रगतिशिल विचारधारा का स्वांग भरने वाले ऐसे लोग की आज हम विश्लेषण करेंगे। गहराई में छिपा उनके रुढ़ीवाद का भी विश्लेषण करेंगे। देखिए, इस रिपोर्ट में…
This post was published on सितम्बर 4, 2020 17:00
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