प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 4 जुलाई 2025 को अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स पहुंचे। यह उनका अर्जेंटीना का दूसरा दौरा है, और इस यात्रा के दौरान वह अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जावियर माइलि से मुलाकात करेंगे। इस ऐतिहासिक यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करना और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाना है। यह भारत के प्रधानमंत्री का 57 वर्षों में अर्जेंटीना का पहला द्विपक्षीय दौरा है। इससे पहले पीएम मोदी ने 2018 में अर्जेंटीना का दौरा किया था, जब वह जी20 सम्मेलन में शामिल होने के लिए वहां गए थे।
अर्जेंटीना दौरे का महत्व
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अर्जेंटीना दौरा भारत और अर्जेंटीना के संबंधों को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का अवसर प्रदान करता है। प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा अर्जेंटीना के साथ भारत के व्यापार, कृषि, ऊर्जा, खनिज, और अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में रिश्तों को और प्रगाढ़ करने के लिए है। इस दौरे में पीएम मोदी अर्जेंटीना के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात करेंगे और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी यात्रा से पहले एक बयान में कहा था कि अर्जेंटीना लैटिन अमेरिका में भारत का महत्वपूर्ण आर्थिक साझेदार है और G20 जैसे अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर दोनों देशों की साझेदारी मजबूत है। उन्होंने कहा कि वह राष्ट्रपति माइलि के साथ कृषि, ऊर्जा, खनिज, व्यापार, पर्यटन, प्रौद्योगिकी, और निवेश जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा करने के लिए तत्पर हैं।
भारत-अर्जेंटीना सहयोग के क्षेत्र
प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा भारत और अर्जेंटीना के बीच सहयोग के कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में साझेदारी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से है। भारत और अर्जेंटीना ने पहले ही कृषि, ऊर्जा, और खनिज क्षेत्रों में कई द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं। अर्जेंटीना के पास प्राकृतिक संसाधनों का विशाल भंडार है, खासकर लिथियम, जो भारत की ऊर्जा और तकनीकी विकास योजनाओं के लिए महत्वपूर्ण है। इसके अलावा, दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंध भी मजबूत हो सकते हैं, जिससे दोनों देशों के व्यवसायियों को नई संभावनाएं मिलेंगी।
इसके अलावा, अर्जेंटीना में भारत के लिए नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र एक महत्वपूर्ण क्षेत्र हो सकता है। अर्जेंटीना अपनी ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए सौर और पवन ऊर्जा जैसे नवीकरणीय स्रोतों का इस्तेमाल बढ़ा रहा है, और भारत के पास इस क्षेत्र में काफी अनुभव और तकनीकी ज्ञान है। दोनों देशों के बीच सहयोग न केवल व्यापार बढ़ाएगा बल्कि इससे पर्यावरणीय लक्ष्यों को भी बढ़ावा मिलेगा।
प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा से पहले के समझौते
प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा से पहले अर्जेंटीना और भारत के बीच कई समझौते किए गए हैं। इन समझौतों में ऊर्जा, कृषि, और खनिज क्षेत्रों में विशेष ध्यान दिया गया है। अर्जेंटीना ने भारत के साथ अपनी कृषि उत्पादों की निर्यात क्षमता को बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं। इसके अलावा, दोनों देशों के बीच रक्षा और सुरक्षा क्षेत्र में भी सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की जाएगी।
भारत ने अर्जेंटीना के साथ एक नया व्यापार समझौता भी किया है, जिससे भारतीय कंपनियों के लिए अर्जेंटीना के बाजार में प्रवेश की प्रक्रिया को सरल बनाया गया है। इसके अलावा, अर्जेंटीना की खनिज क्षेत्र में भारत का निवेश बढ़ाने के लिए दोनों देशों ने कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं, खासकर लिथियम जैसे महत्वपूर्ण खनिजों के संदर्भ में, जो भारत की इलेक्ट्रिक व्हीकल और बैटरी उत्पादन योजनाओं के लिए महत्वपूर्ण हैं।
भारत-अर्जेंटीना संबंधों का भविष्य
भारत और अर्जेंटीना के बीच व्यापार और आर्थिक सहयोग को बढ़ाने के अलावा, दोनों देशों के लिए एक दूसरे की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक समझ भी महत्वपूर्ण है। अर्जेंटीना में भारतीय समुदाय का एक बड़ा हिस्सा है, और भारतीय फिल्म उद्योग (बॉलीवुड) का अर्जेंटीना में एक बड़ा प्रभाव है। इससे दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा मिलेगा और लोगों के बीच आपसी समझ को भी बढ़ावा मिलेगा।
अर्जेंटीना के साथ भारत के रिश्ते केवल व्यापारिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण नहीं हैं, बल्कि यह दक्षिणी गोलार्ध में भारत की बढ़ती भूमिका को भी दर्शाते हैं। अर्जेंटीना के साथ मजबूत संबंध भारत के लिए दक्षिण अमेरिका और लैटिन अमेरिकी देशों के साथ व्यापार और कूटनीतिक संबंधों को और मजबूत करने का अवसर प्रदान करते हैं। इसके अलावा, अर्जेंटीना का सहयोग भारत के अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर भी महत्वपूर्ण हो सकता है, जैसे G20 और अन्य वैश्विक संगठनों में।
पीएम मोदी की अन्य यात्रा
प्रधानमंत्री मोदी का अर्जेंटीना दौरा उनकी पांच-राष्ट्र यात्रा का तीसरा पड़ाव है। इस यात्रा से पहले उन्होंने त्रिनिदाद और टोबैगो का दौरा किया, जहां उन्होंने दोनों देशों के बीच छह महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए और द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा दिया। इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी को त्रिनिदाद और टोबैगो का सर्वोच्च नागरिक सम्मान “The Order of the Republic of Trinidad and Tobago” दिया गया, जिससे उनके अंतर्राष्ट्रीय कूटनीतिक प्रयासों को और मजबूती मिली।
इसके बाद पीएम मोदी ब्राजील जाएंगे, जहां वह 17वें BRICS सम्मेलन में भाग लेंगे। BRICS देशों के साथ भारत की साझेदारी को और मजबूत करने के लिए यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण अवसर होगा। यात्रा के अंतिम चरण में पीएम मोदी नामीबिया जाएंगे, जहां भारत और नामीबिया के बीच रिश्तों को नई दिशा मिल सकती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अर्जेंटीना दौरा भारत और अर्जेंटीना के द्विपक्षीय संबंधों को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए एक अहम कदम है। इस यात्रा के दौरान होने वाली चर्चा और समझौतों से दोनों देशों के बीच आर्थिक, रणनीतिक, और सांस्कृतिक साझेदारी को बढ़ावा मिलेगा। अर्जेंटीना के साथ भारत की मजबूत साझेदारी न केवल व्यापारिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है बल्कि यह दोनों देशों के वैश्विक कूटनीतिक रिश्तों को भी मजबूत करेगी।
प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा भारत के अंतर्राष्ट्रीय कूटनीतिक प्रयासों का एक प्रमुख हिस्सा है, जो भारत को दुनिया के प्रमुख देशों के साथ मजबूती से जोड़ने का कार्य कर रहा है।
Share this:
- Click to share on Facebook (Opens in new window) Facebook
- Click to share on X (Opens in new window) X
- More
- Click to share on LinkedIn (Opens in new window) LinkedIn
- Click to share on Tumblr (Opens in new window) Tumblr
- Click to share on Pinterest (Opens in new window) Pinterest
- Click to share on Telegram (Opens in new window) Telegram
- Click to share on Threads (Opens in new window) Threads
- Click to share on WhatsApp (Opens in new window) WhatsApp
Discover more from
Subscribe to get the latest posts sent to your email.