मंगलवार, अगस्त 5, 2025 5:41 अपराह्न IST
होमNationalवाराणसी में बाढ़ का कहर: 54 गांव जलमग्न, घाटों और सड़कों पर...

वाराणसी में बाढ़ का कहर: 54 गांव जलमग्न, घाटों और सड़कों पर पानी, एक युवक की डूबकर मौत

Published on

Follow Us : Google News WhatsApp

यूपी के वाराणसी ज़िले में बाढ़ की स्थिति दिन-ब-दिन गंभीर होती जा रही है। गंगा, वरुणा, गोमती और नाद नदियों में लगातार बढ़ रहे जलस्तर के चलते ग्रामीण और शहरी इलाकों में भारी तबाही मची हुई है। अब तक 54 गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं, जबकि शहर के 24 वार्डों और मोहल्लों में पानी घुस चुका है। घाट, सड़कें और घर जलमग्न हो गए हैं। वहीं एक 30 वर्षीय युवक की डूबने से मृत्यु हो गई है।

नदी के उफान से गांवों और शहर में दहशत

गंगा समेत चार प्रमुख नदियों के जलस्तर में एक साथ आई तेजी से सिर्फ तटीय गांव ही नहीं बल्कि दूरस्थ क्षेत्रों के लोग भी बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। रविवार तक जहां 44 गांव प्रभावित थे, वहीं सोमवार को यह संख्या बढ़कर 54 हो गई।

शहर के अस्सी, दशाश्वमेध, शीतला घाट और सामने घाट जैसे इलाके अब नदी के पानी में समा चुके हैं। पॉश कॉलोनियों में भी पानी भरने लगा है। पिसौर और आराजीलाइन ब्लॉक के मरूई, सिहोरवां और जक्खिनी गांवों तक भी बाढ़ का पानी पहुंच गया है।

30 वर्षीय युवक की बाढ़ में डूबकर मौत

हुकुलगंज निवासी मोनू चौहान, जिनकी उम्र 30 वर्ष थी, बाढ़ के पानी में डूब गए। एनडीआरएफ की टीम ने उनका शव बरामद किया। परिवार ने Disaster Relief Fund से सहायता की मांग की है। यह घटना प्रशासन की तैयारी पर सवाल भी खड़े करती है।

गंगा ने पार किया खतरे का निशान, बढ़ता जा रहा है जलस्तर

केंद्रीय जल आयोग के अनुसार सोमवार रात 12 बजे तक गंगा का जलस्तर 72.15 मीटर पहुंच गया, जो खतरे के निशान से 89 सेंटीमीटर ऊपर है। दिन में जलस्तर वृद्धि की गति थोड़ी कम रही – 0.5 सेमी प्रति घंटा – लेकिन रात होते-होते यह 1 सेमी प्रति घंटा तक पहुंच गई।

हालांकि रविवार को यह गति 2 सेमी प्रति घंटा थी, इस लिहाज से कुछ राहत मानी जा सकती है, लेकिन हालात अब भी बेहद संवेदनशील हैं।

गांवों में टूटा संपर्क, चारे और आवागमन की किल्लत

बाढ़ की वजह से आधा दर्जन से ज्यादा गांवों का संपर्क मार्ग पूरी तरह से टूट चुका है। ग्रामीण नाव के सहारे शहर तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। सबसे ज्यादा असर उन गांवों में देखा जा रहा है जहां पशुपालन मुख्य व्यवसाय है।

चिरईगांव ब्लॉक के छितौना, चांदपुर, रामचंदीपुर, मुस्तफाबाद-रेतापार जैसे गांवों में गंगा का पानी सड़कों तक पहुंच गया है। छितौना के जयगोविंद यादव ने बताया कि उनका गांव पशुपालन के लिए जाना जाता है, और अब तीनों तरफ से बाढ़ से घिर चुका है।

चांदपुर के प्रधान प्रतिनिधि संजय सोनकर के अनुसार, गांव के अंदर जाने वाले रास्तों पर चार फुट तक पानी भरा है। पशुओं के लिए चारा मिलना मुश्किल हो गया है, जिससे संकट और गहराता जा रहा है।

जक्खिनी संवाद के अनुसार, सिहोरवा दक्षिणी, शहंशाहपुर और जक्खिनी की सीमा तक पानी पहुंच गया है। किसान दिनेश मिश्रा ने बताया कि उनकी तीन बीघा बैगन की फसल पूरी तरह डूब चुकी है।

शहंशाहपुर और मरूई में स्थित बाढ़ राहत केंद्रों पर अब पीड़ित परिवार अपने मवेशियों के साथ पहुंचने लगे हैं।

चौबेपुर ब्लॉक के पिपरी, लक्ष्मीसेनपुर और टेकरी गांव पूरी तरह से कट चुके हैं। अब वहां के लोग नावों के सहारे शहर की ओर जा रहे हैं।

श्मशान घाटों पर भीषण संकट, छह घंटे तक शवदाह का इंतजार

बाढ़ का असर श्मशान घाटों पर भी देखने को मिल रहा है। हरिश्चंद्र घाट पर मुख्य मार्ग से लेकर कांची कामकोटिश्वर महादेव मंदिर के मोड़ तक पानी भर गया है।

स्थिति यह है कि श्मशान स्थल पर एक साथ सिर्फ तीन चिताएं ही जल पा रही हैं। बाकी शवों के परिजनों को 6 घंटे तक इंतजार करना पड़ा।

मणिकर्णिका घाट की स्थिति और भी खराब है। संकरी गलियों में पानी भरने के कारण वहां शव और लकड़ियों को नावों के सहारे ले जाना पड़ रहा है।

सतुआ बाबा आश्रम के प्रवेश द्वार तक पानी पहुंच चुका है, जिससे पिंडदान की परंपरा निभाना मुश्किल हो गया है।

काशी विश्वनाथ द्वार के पास की दुकानें बंद कराई गई हैं क्योंकि अब वहीं से शवदाह के लिए लोग जा रहे हैं।

प्रशासन अलर्ट पर, लेकिन राहत कार्य चुनौतीपूर्ण

प्रशासन ने बोट सर्विस, मेडिकल किट और राहत सामग्री के साथ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मदद भेजनी शुरू कर दी है। लेकिन बढ़ते जलस्तर और कटे हुए संपर्क मार्ग के कारण राहत कार्य में मुश्किलें आ रही हैं।

रिलीजिंग पॉइंट्स, फ्लड सेंटर्स, और फूड डिस्ट्रीब्यूशन जोन पर भीड़ बढ़ने लगी है। स्थानीय प्रशासन ने प्रभावितों से संयम रखने और अफवाहों से बचने की अपील की है।

आने वाले दिन बेहद महत्वपूर्ण

मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार आने वाले दो से तीन दिन और बारिश की संभावना है, जिससे जलस्तर में और बढ़ोतरी हो सकती है।

स्कूल बंद हैं, ग्रामीण बाजारों में आवश्यक वस्तुओं की कमी शुरू हो गई है। जिन इलाकों में बिजली पहुंची थी, वहां अब ट्रांसफॉर्मर डूबने से पावर कट हो चुका है।

सरकार ने जिलों को सतर्क रहने और एवैकुएशन प्लान तैयार रखने के निर्देश दिए हैं।

वाराणसी इस वक्त एक गंभीर बाढ़ संकट का सामना कर रहा है। नदियों का उफान लगातार लोगों की मुश्किलें बढ़ा रहा है। 54 गांवों में पानी भर चुका है, कई परिवार बेघर हो गए हैं, फसलें बर्बाद हो गई हैं और शवदाह जैसी अंतिम रस्में भी बाधित हो रही हैं।

Monu Chauhan की मौत इस त्रासदी की गंभीरता को दर्शाती है। आने वाले दिन बेहद निर्णायक होंगे – अगर जलस्तर नहीं थमा, तो इवैक्यूएशन की जरूरत और ज्यादा क्षेत्रों में पड़ सकती है।

प्रशासन, राहत कर्मी और स्थानीय लोग मिलकर इस संकट से निपटने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन चुनौतियां कम नहीं हैं। फिलहाल पूरे जिले की निगाहें इस पर टिकी हैं कि पानी कब थमेगा और ज़िंदगी दोबारा पटरी पर कब लौटेगी।

Read this article in

KKN लाइव WhatsApp पर भी उपलब्ध है, खबरों की खबर के लिए यहां क्लिक करके आप हमारे चैनल को सब्सक्राइब कर सकते हैं।

KKN Public Correspondent Initiative


Discover more from KKN Live

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Latest articles

मथुरा का रहस्यमयी कृष्ण मंदिर: जहां हर रात घटती है अलौकिक लीला

भारत में भगवान श्रीकृष्ण के हजारों मंदिर हैं, जिनमें से कई अपने ऐतिहासिक महत्व...

पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का निधन, दिल्ली के अस्पताल में ली अंतिम सांस

देश के वरिष्ठ राजनेता और पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का आज दिल्ली के राम...

CBSE 10वीं सप्लीमेंट्री रिजल्ट 2025 घोषित, 47.41 फीसदी छात्र हुए पास

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने कक्षा 10वीं की सप्लीमेंट्री परीक्षा 2025 का परिणाम...

ऑपरेशन सिंदूर को लेकर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का जया बच्चन पर तंज, बोलीं – “एक चुटकी सिंदूर की कीमत तुम क्या जानो…”

दिल्ली विधानसभा के मानसून सत्र की शुरुआत से ही सदन में जबरदस्त हंगामा देखने...

More like this

मथुरा का रहस्यमयी कृष्ण मंदिर: जहां हर रात घटती है अलौकिक लीला

भारत में भगवान श्रीकृष्ण के हजारों मंदिर हैं, जिनमें से कई अपने ऐतिहासिक महत्व...

पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का निधन, दिल्ली के अस्पताल में ली अंतिम सांस

देश के वरिष्ठ राजनेता और पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का आज दिल्ली के राम...

CBSE 10वीं सप्लीमेंट्री रिजल्ट 2025 घोषित, 47.41 फीसदी छात्र हुए पास

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने कक्षा 10वीं की सप्लीमेंट्री परीक्षा 2025 का परिणाम...

ऑपरेशन सिंदूर को लेकर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का जया बच्चन पर तंज, बोलीं – “एक चुटकी सिंदूर की कीमत तुम क्या जानो…”

दिल्ली विधानसभा के मानसून सत्र की शुरुआत से ही सदन में जबरदस्त हंगामा देखने...

ऑस्ट्रेलिया टूरिज्म का नया चेहरा बनीं सारा तेंदुलकर, भारत में युवा ट्रैवेलर्स को करेंगी आकर्षित

भारतीय क्रिकेट लीजेंड सचिन तेंदुलकर की बेटी सारा तेंदुलकर को ऑस्ट्रेलिया टूरिज्म के नए...

बिहार में 10वीं पास युवाओं के लिए सुनहरा मौका, BSSC ने निकाली 3727 कार्यालय परिचर पदों पर भर्ती

बिहार में 10वीं पास उम्मीदवारों के लिए सरकारी नौकरी पाने का शानदार अवसर सामने...

₹25 हजार से कम में 55 इंच वाला 4K Smart TV, Flipkart पर धमाकेदार ऑफर

अगर आप अपने घर के लिए बड़ा स्क्रीन साइज वाला 4K Smart TV खरीदना...

जल्दी सफेद होते बालों को रोकने के प्राकृतिक तरीके: कैसे करें प्रीमेच्योर ग्रे हेयर को रिवर्स

आजकल लोग अपने 30 के आस-पास पहुंचते ही बालों में सफेद बाल देखना शुरू...

Monsoon Session 2025: ऑपरेशन सिंदूर पर गरमाई संसद, विपक्ष पर बरसे पीएम मोदी, NDA ने पारित किया प्रस्ताव

संसद का Monsoon Session 2025 इस बार पूरी तरह Operation Sindoor और राष्ट्रीय सुरक्षा...

बिहार में शिक्षक भर्ती के लिए नया नियम: अब Domicile को मिलेगी प्राथमिकता, TRE-4 से लागू होगा फैसला

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार की शिक्षा व्यवस्था को सशक्त बनाने के उद्देश्य से...

Bihar Board Admission 2025: मुजफ्फरपुर में इंटर की आठ हजार से ज्यादा सीटें अब भी खाली

बिहार बोर्ड द्वारा इंटरमीडिएट एडमिशन के लिए OFSS (Online Facilitation System for Students) के...

Aaj Ka Rashifal 5 August 2025: जानिए ग्रहों की चाल से मेष से मीन तक सभी राशियों का हाल

ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति के अनुसार 5 अगस्त 2025 का दिन कुछ राशियों के लिए...

बिहार में बारिश का मिजाज बदला, पटना में बादल छाए, किशनगंज में येलो अलर्ट

बिहार में बीते सप्ताहभर से जारी लगातार बारिश अब थमती नजर आ रही है।...

RRB NTPC UG Admit Card 2025: 7 अगस्त से शुरू होंगी परीक्षाएं, जल्द जारी होगा एडमिट कार्ड

रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) की ओर से आयोजित होने वाली NTPC अंडरग्रेजुएट लेवल भर्ती...

कांग्रेस का मोदी सरकार पर हमला: ‘DDLJ Policy’ से चीन के मुद्दे पर जनता को गुमराह कर रही है सरकार

कांग्रेस पार्टी ने सोमवार को एक बार फिर चीन विवाद को लेकर मोदी सरकार...