KKN गुरुग्राम डेस्क | भारतीय क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ी विराट कोहली 12 साल के लंबे अंतराल के बाद रणजी ट्रॉफी में दिल्ली के लिए मैदान पर वापसी करने जा रहे हैं। कोहली, जिन्होंने आखिरी बार 2012 में घरेलू रेड-बॉल क्रिकेट खेला था, इस गुरुवार को रेलवे के खिलाफ होने वाले मुकाबले में दिल्ली का प्रतिनिधित्व करेंगे। हालांकि, दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ (DDCA) ने उन्हें टीम की कप्तानी की पेशकश की थी, जिसे विराट ने विनम्रता से ठुकरा दिया।
रणजी ट्रॉफी में वापसी: दिल्ली के लिए विराट कोहली का योगदान
विराट कोहली की रणजी ट्रॉफी में वापसी ने क्रिकेट प्रशंसकों के बीच उत्साह पैदा कर दिया है। 2012 में आखिरी बार कोहली ने दिल्ली के लिए गाजियाबाद में उत्तर प्रदेश के खिलाफ घरेलू रेड-बॉल मैच खेला था। इस बार उनकी उपस्थिति न केवल दिल्ली टीम के खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है, बल्कि यह युवा खिलाड़ियों के लिए सीखने का शानदार मौका भी है।
मंगलवार को कोहली ने दिल्ली टीम के साथ अरुण जेटली स्टेडियम में अभ्यास सत्र में हिस्सा लिया। उनकी उपस्थिति ने अभ्यास सत्र को विशेष बना दिया, और सोशल मीडिया पर उनकी तस्वीरें और वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं।
कप्तानी ठुकराने के पीछे कोहली का निर्णय
DDCA ने रेलवेज के खिलाफ मैच के लिए कोहली को टीम का कप्तान बनाने का प्रस्ताव दिया था। लेकिन 34 वर्षीय कोहली ने इसे अस्वीकार कर दिया और युवा खिलाड़ी आयुष बदोनी को कप्तानी जारी रखने का मौका दिया।
DDCA सचिव अशोक शर्मा ने कहा:
“विराट कोहली की उपस्थिति ही टीम के लिए बहुत बड़ी बात है। उनका यह निर्णय दर्शाता है कि वे युवाओं को मौका देने और उन्हें बढ़ने का अवसर देने में विश्वास करते हैं।”
टीम के साथ कोहली का अभ्यास सत्र
मंगलवार को दिल्ली टीम के अभ्यास सत्र में कोहली ने अपनी शानदार उपस्थिति दर्ज कराई। वे अपने टीम के साथियों के साथ न केवल बल्लेबाजी और फील्डिंग ड्रिल्स में शामिल हुए, बल्कि टीम की एकजुटता को बढ़ाने के लिए सर्कल फुटबॉल गेम में भी भाग लिया।
टीम के मुख्य कोच सरनदीप सिंह ने कहा:
“कोहली ने हमें पहले ही बता दिया था कि वे टीम के साथ ट्रेनिंग करना चाहते हैं। उनके साथ समय बिताना हमारे खिलाड़ियों के लिए एक शानदार अनुभव है। यह न केवल उनकी तकनीकी दक्षता बल्कि उनकी मानसिकता को भी समझने का मौका है।”
सुरक्षा के विशेष इंतजाम
विराट कोहली की उपस्थिति के कारण मैच की प्रोफ़ाइल काफी बढ़ गई है। DDCA ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर विशेष प्रबंध किए हैं।
अशोक शर्मा ने बताया:
“आम तौर पर रणजी मैच के लिए 10-12 सुरक्षा गार्ड होते हैं, लेकिन विराट की मौजूदगी के कारण सुरक्षा को बढ़ाना पड़ा है ताकि वे बिना किसी रुकावट के अभ्यास और मैच खेल सकें।”
हालांकि, दर्शकों के लिए यह मैच निःशुल्क रहेगा, और प्रशंसकों के लिए अंबेडकर स्टेडियम एंड की तीन स्टैंड खोले जाएंगे।
ऋषभ पंत की अनुपस्थिति और बदोनी की कप्तानी
दिल्ली के नियमित कप्तान ऋषभ पंत इस मैच का हिस्सा नहीं होंगे क्योंकि उन्हें आगामी चैंपियंस ट्रॉफी और व्हाइट-बॉल सीजन के लिए आराम दिया गया है।
पंत की गैरमौजूदगी में युवा खिलाड़ी आयुष बदोनी टीम की कप्तानी करेंगे। यह उनके लिए विराट कोहली जैसे दिग्गज की उपस्थिति में अपने नेतृत्व कौशल को निखारने का शानदार अवसर है।
दिल्ली के युवा खिलाड़ियों के लिए सीखने का मौका
विराट कोहली की मौजूदगी दिल्ली टीम के लिए एक बड़ा अवसर है। DDCA सचिव अशोक शर्मा ने कहा:
“विराट कोहली जैसे खिलाड़ी के साथ ड्रेसिंग रूम साझा करना हमारे युवा खिलाड़ियों के लिए एक अद्वितीय अनुभव है। वे कोहली की तैयारी, कार्य नैतिकता और मानसिकता को देखकर बहुत कुछ सीख सकते हैं।”
टीम के अनुभवी तेज गेंदबाज नवदीप सैनी के अलावा, दिल्ली की वर्तमान टीम में किसी भी खिलाड़ी ने विराट कोहली के साथ रणजी ट्रॉफी में खेला नहीं है।
2012 की यादें: कोहली का आखिरी रणजी ट्रॉफी मैच
कोहली ने आखिरी बार 2012 में उत्तर प्रदेश के खिलाफ गाजियाबाद के मोहन नगर में रणजी मैच खेला था। इसके बाद, वे भारतीय टीम के मुख्य खिलाड़ी बन गए और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपने शानदार प्रदर्शन से सभी का दिल जीत लिया।
इस बार, उनकी वापसी न केवल उनकी घरेलू क्रिकेट यात्रा को पुनर्जीवित करती है, बल्कि यह भारत के युवा क्रिकेटरों और प्रशंसकों के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है।
फैंस के लिए खास पल
कोहली की रणजी ट्रॉफी में वापसी ने प्रशंसकों के बीच उत्साह की लहर दौड़ा दी है। सोशल मीडिया पर उनके अभ्यास सत्र की तस्वीरें और वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं।
एक प्रशंसक ने ट्विटर पर लिखा:
“12 साल बाद कोहली को घरेलू क्रिकेट में खेलते देखना एक सपने जैसा है। यह हर फैन के लिए खास पल है।”
दिल्ली बनाम रेलवे: क्या है उम्मीदें?
दिल्ली और रेलवे के बीच होने वाला यह मुकाबला कई मायनों में खास है।
- कोहली का प्रदर्शन: विराट कोहली का बल्लेबाजी प्रदर्शन इस मैच की सबसे बड़ी खासियत होगी।
- युवाओं का प्रदर्शन: कोहली की मौजूदगी के कारण युवा खिलाड़ियों का आत्मविश्वास बढ़ेगा।
- फैंस का जोश: फैंस के लिए यह मैच कोहली को करीब से देखने का मौका है।
विराट कोहली की रणजी ट्रॉफी में वापसी यह दिखाती है कि वे न केवल एक खिलाड़ी के रूप में, बल्कि एक मेंटर के रूप में भी भारतीय क्रिकेट में योगदान देना चाहते हैं। कप्तानी ठुकराकर उन्होंने यह संदेश दिया कि युवा खिलाड़ियों को बढ़ावा देना और उन्हें नेतृत्व के अवसर देना कितना महत्वपूर्ण है।
दिल्ली के लिए यह मैच केवल एक मुकाबला नहीं, बल्कि कोहली के अनुभव और प्रेरणा का लाभ उठाने का मौका है। प्रशंसक और खिलाड़ी दोनों इस ऐतिहासिक पल का हिस्सा बनने के लिए उत्साहित हैं।
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