अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) ने घोषणा किया है, कि कोरोना महामारी के दौरान आर्थिक चुनौतियों से निपटने के लिए, वह इस महीने अपने कोचिंग स्टाफ के वेतन में 25 प्रतिशत की कटौती करेगा। ACB के इस फैसले का प्रभाव मुख्य कोच लांस क्लूजनर, बल्लेबाजी कोच एचडी एकेरमैन और सहायक कोच नवरोज मंगल पर पड़ेगा, जिनके वेतन में कटौती की जाएगी।
क्रिकइंफो की रिपोर्ट के मुताबिक, जून में अगर अफगानिस्तान का जिम्बाब्वे दौरा रद्द होता है, तो वेतन की कटौती में 50 प्रतिशत का इजाफा हो सकता है। ACB के मुख्य कार्यकारी अधिकारी लुतफुल्लाह स्टानिकजई ने कहा, “यह हमारी बचत तथा लागत की रणनीति का एक हिस्सा है, क्योंकि हम कोविड-19 संकट से प्रभावित हैं। हमने मई के लिए कोच के वेतन में 25 फीसदी की कटौती करने का फैसला किया है और अगर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट की शुरुआत नहीं होती है, तो जून में यह 50 प्रतिशत हो सकता है।”
स्टानिकजई ने कहा कि, उन्हें राजस्व का नुकसान हुआ है और अक्टूबर-नवंबर में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले T-20 विश्व कप, यदि निश्चित कार्यक्रम के अनुसार नहीं होता है, तो इसका और नकारात्मक प्रभाव होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि, “हम इस बात से पूरी तरह आश्वस्त नहीं हैं कि, एशिया कप होगा और वहां से हमें राजस्व प्राप्त होंगे। यदि T-20 विश्व कप नहीं होता है, तो अगले साल और उससे आगे भी हम बुरी तरह से प्रभावित होंगे।” एशिया कप अफगानिस्तान का अगला आधिकारिक कार्यक्रम है। लेकिन, ACB और ज़िम्बाब्वे क्रिकेट, ज़िम्बाब्वे में ही पाँच T-20 मैच खेलने के लिए सहमत हुए हैं, जो कि फ्यूचर टूर्स प्रोग्राम (FTP) का हिस्सा नहीं है।
रिपोर्ट के अनुसार, ACB ने अपने सभी केंद्रीय अनुबंधित खिलाड़ियों को 2020 की पहली तिमाही का भुगतान कर दिया है। लेकिन, यदि जिम्बाब्वे के खिलाफ पांच T-20 मैचों की सीरीज नहीं होती है, तो उनके वेतन के ढांचे की समीक्षा की जा सकती है। अभी ACB ने सीनियर टीम के 32 खिलाड़ियों और 55 घरेलू क्रिकेटरों को अनुबंध दे रखा है।
This post was published on मई 12, 2020 14:44
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा हाल ही में जारी की गई नई डिजिटल मीडिया पॉलिसी ने… Read More
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यूक्रेन दौरा क्यों हुआ, और इससे भारत और दुनिया को क्या… Read More
इतिहास के पन्नों से आज हम आपको चोल राजवंश के अद्वितीय स्वर्णिम कालखंड की जानकारी… Read More
16 अगस्त 1942 को मीनापुर थाना को करा लिया था आजाद KKN न्यूज ब्यूरो। वैशाली… Read More
14 अगस्त 1947 की रात, जब भारत गुलामी की जंजीरों को तोड़ आजादी की दहलीज… Read More
9 अगस्त 1942 की सुबह, जब भारत छोड़ो आंदोलन की लहर पूरे देश में फैल… Read More