रैकेट चलाने वाला चढ़ा पुलिस के हत्थे
कैमूर। बिहार में मोटी रकम लेकर सरकारी नौकरी दिलाने वाले एक गिरोह का पुलिस ने भांडाफोड़ कर दिया है। फिलहाल गिरोह का सरगना पुलिस के हथ्थे चढ़ गया है। इसके पास से कैमूर जिला अधिकारी सहित कई वरीय अधिकारियों के मुहर, बैंक पासबुक, लैपटॉप सहित कई मोबाइल और दस्तावेज भी बरामद हुए हैं।
कैमूर एसपी हरप्रीत कौर ने बताया कि 10 दिसंबर को एक युवक ने थाने में शिकायत दर्ज कराया था कि गरीब नवाज कोचिंग सेंटर के संचालक प्रदीप कुमार श्रीवास्तव नौकरी लगाने के नाम पर पैसा ले रहा है और फर्जी नियुक्ति पत्र बांट रहा है। शिकायत पर एसडीपीओ मोहनिया और थानाध्यक्ष मोहनिया के नेतृत्व में टीम का गठन कर जब पुलिस गरीब नवाज कोचिंग सेंटर पर पहुंची तो संचालक कोचिंग बंद कर अपने किराए के आवास पर था। जहां से उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस ने उसके आवास से एक लाख रुपये, दो लैपटॉप, कई बैंकों पासबुक, जिलाधिकारी कैमूर, उच्च न्यायालय पटना, प्रधान सचिव सहित 10 फर्जी मोहर, तीन मोबाइल, एक बाइक, 13 फर्जी सर्विस बुक, 45 फर्जी नियुक्ति पत्र और चेक बुक बरामद किए गए। इस दौरान पुलिस को पता चला कि प्रदीप कुमार श्रीवास्तव आमजनों से अपने आप को जवाहर नवोदय विद्यालय मोहनिया का प्राचार्य बताता था। तो कभी अपने आप को प्रोबेशनर आइएएस बता कर लोगों को झांसा देकर सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर मोटी रकम ऐठा करता था। फिलहाल पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। गिरफ्तार आरोपित उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के राजदेवपुर का रहने वाला है।