मुख्य सचिव ने मांगी रिपोर्ट
पटना। बिहार एक बार फिर से घोटाले को लेकर चर्चा में है। आरोप भाजपा की ओर से लगा है और निशाने पर है सत्ता के प्रमुख घटक राजद सुप्रीमो का पुरा कुनबा। राज्य के मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह के द्वारा पर्यावरण एवं वन विभाग के प्रधान सचिव विवेक कुमार सिंह से इस बाबत रिपोर्ट तलब करने के बाद, बिहार की राजनीति में गरमाहट आ गई है। इस बीच उद्यान के निदेशक नंदकिशोर ने मिट्टी भराई में किसी तरह की गड़बड़ी से इनकार कर दिया हैं। राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने भी अपने उपर लगे आरोपों को सिरे से खारिज किया है।
बता दें कि पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने संजय गांधी जैविक उद्यान में मिट्टी भराई में अनियमितता का खुलाशा करते हुए वन एवं पर्यावरण मंत्री को बर्खास्त करने की मांग की है। उन्होंने बिना टेंडर किए जैविक उद्यान के लिए 90 लाख की मिट्टी की खरीद किए जाने और इसमें राजद प्रमुख लालू प्रसाद के परिवार को आर्थिक लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया है।
पूर्व उपमुख्यमंत्री मोदी कि माने तो डिलाइट मार्केटिंग कंपनी प्राइवेट लिमिटेड में 26 जून 2014 को तेजस्वी यादव, तेजप्रताप यादव व चंदा यादव को निदेशक बनाया। बतातें चलें कि पटना स्थित डिलाइट कंपनी की जमीन पर बिहार का सबसे बड़ा मॉल बनाया जा रहा है। इसका निर्माण राजद के सुरसंड के विधायक सैयद अबु दौजाना की कंपनी मेरिडियन कंस्ट्रक्शन इंडिया लिमिटेड कर रही है। दरअसल, सच क्या है और झुठ क्या? इसका पता तो जांच पुरी होने के बाद ही चलेगा। बहरहाल, मिट्टी घोटाले को लेकर बिहार एक बार फिर से सुर्खियों में आ गया है।
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