चीन के पुरजोर बिरोध के बावजूद भारत को एनएसजी की सदस्यता मिलने की उम्मीदें बढ़ी है। इस मुद्दे पर जर्मनी ने भारत को अपना समर्थन दिया है। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक एनएसजी परामर्श समूह की बैठक चल रही है। हालांकि, चीन अब भी समर्थन को तैयार नहीं है। वहीं पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान भी अपने पुराने रुख से हटने को तैयार नही है। दरअसल, परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) 48 देशों का एक समूह है। इसका लक्ष्य परमाणु सामग्री, तकनीक एवं उपकरणों का निर्यात व नियंत्रित करना है। परमाणु हथियार बनाने में इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री की आपूर्ति से लेकर नियंत्रण तक इसी के दायरे में आता है।
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