नई दिल्ली। मौजूद राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल 24 जुलाई को खत्म हो रहा है और इससे पहले ही राष्ट्रपति के लिए चुनाव होने हैं। जाहिर है दिल्ली दरबार में इसको लेकर मंथन का महादौड़ शुरू हो चुका है।
राजनीतिक गलियारे में सबसे पहला नाम भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी का लिया जाता है। किंतु, पिछले दिनो सुप्रीम कोर्ट के द्वारा अयोध्या विवाद में लालकृष्ण आडवाणी पर भी आपराधिक साजिश के तहत मुकदमा चलाने का जारी आदेश के बाद उनके राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारी पर सवालिया निशान खड़े हो गयें हैं।
राजनीति के जानकार मानतें हैं कि इसके बाद जो नाम सबसे अहम हो गया है, वह है, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज। सुषमा स्वराज के बेहतर छवि और विदेश मंत्री के रुप में किए गये उनके प्रशंनीय कार्यों को देखते हुए फिलवक्त वह राष्ट्रपति की रेस में सबसे आगे बताईं जा रही हैं। हालांकि, इस रेस में अभी भी मुरली मनोहर जोशी छंटे नही है। लेकिन मुरली मनोहर जोशी भी उन नेताओं में शामिल हैं, जिनपर सुप्रीम कोर्ट ने आपराधिक साजिश का मामला चलाने को कहा है। इसके बाद नबंर आता है, भाजपा के वरिष्ट नेता वेंकैया नायडू का। नजमा हेपतुल्ला का नाम भी दिल्ली दरबार में उलछने लगा है। इस समय नजमा हेपतुल्ला मणिपुर की राज्यपाल हैं। राष्ट्रपति के रेस में विद्यासागर राव का भी नाम है। विद्यासागर राव इस समय महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं।
एक और दिलचस्प नाम सदी के महानायक अमिताभ बच्चन का शामिल हो गया है। कहा जा रहा है कि बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन भी राष्ट्रपति बनने वाले उम्मीदवारों की लिस्ट में हैं। पिछले साल अमर सिंह ने दावा किया था कि पीएम मोदी गंभीरता से अमिताभ बच्चन को राष्ट्रपति बनाने को लेकर विचार कर रहे हैं। इसके अलाव शत्रुघ्न सिन्हा ने भी अमिताभ बच्चन को राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की पहली पसंद बताया है। हालांकि, अमिताभ बच्चन खुद के राष्ट्रपति की रेस में होने वाली खबरों को सिरे से खारिज करते रहें हैं। इस दौड़ में झारंखंड के राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू का भी नाम भी शामिल हो गया है। वही, कप्तान सिंह सोलंकी भी राष्ट्रपति के दावेदार माने जा रहें है। कप्तान सिंह सोलंकी हरियाणा के राज्यपाल हैं। अब देखना है कि इनमें से कौन एनडीए, विशेषकर पीएम मोदी की पहली पसंद बन कर लोगो के सामने आता है।