देहरादून में 55 हजार लोगों के साथ पीएम ने किया योगासन
उत्तराखंड। चौथे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 55 हजार लोगों के साथ योग किया।
इस मौके पर सभी साधकों ने नमस्कार मुद्रा में शांति पाठ किया और कपालभाती, अनुलोम-विलोम और भ्रामरी प्राणायाम का भी अभ्यास किया। कार्यक्रम समापन के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी योग साधकों के पास पहुंचे और उनसे मिले। फिर हाथ हिलाकर सभी का अभिवादन किया। इसके बाद प्रधानमंत्री वापस अपने काफिले की ओर चल दिए। यहां से वह जीटीसी हेलीपैड से हेलीकॉप्टर के जरिए जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचेंगे। एयरपोर्ट से वे सीधे दिल्ली के लिए रवाना हो गये।
इससे पहले पीएम मोदी ने कहा कि आज विश्व का हर देश, हर नागरिक योग को अपना मानने लगा है। हम हिंदुस्तानियों के लिए बड़ा संदेश है कि हम इस परंपरा के धनी है। अगर हम अपनी विरासत पर गर्व करना शुरू कर दें तो दुनिया गर्व करने में पीछे नहीं रहेगी। हिंदुस्तान ने खुद को योग से जोड़ा तो दुनिया भी योग से जुड़ गई। मैं विश्वास से कह सकता है कि अगर दुनिया में योग करने वाले लोगों के आंकड़े जमा किए जाए तो भारी संख्या देखने को मिलेगी। आज योग नई ऊर्जा दे रहा है। भारत में भी हिमालय से लेकर राजस्थान तक योग फैल गया है। उन्होंने कहा कि जब तोड़ने वाली ताकतें हावी होती हैं तो बिखराव आता है, समाज में दीवारें खड़ी होती हैं परिवार में कलह बढ़ता है और जीवन में तनाव बढ़ता चला जाता है। इस बिखराव के बीच योग जोड़ने का काम करता है। योग आज दुनिया की सबसे शक्तिशाली एकीकृत बल में से एक बन गया है। कहा कि योग के कारण दुनिया आज इलनेस से वेलनेस की तरफ बढ़ रही है। योग पारंपरिक होने के साथ ही मॉर्डर्न भी है। योग के पास परेशानियों का सटीक उपचार है। मैंने पढ़ा कि हर साल करोड़ों लोग दुनिया भर में हार्ट बीमारी के लड़ते हैं। योग इसके लिए लाभदायक है। बांटने की जगह योग जोड़ता है। बीमारी में आराम देता है। भाईचारे और खुशहाली का प्रतीक है। इसके बाद पीएम मोदी ने सभी से योग से जुड़ने का आह्वान किया और इस बड़े आयोजन के लिए उत्तराखंड का धन्यवाद कहकर अपना संबोधन समाप्त किया।