KKN गुरुग्राम डेस्क | कंगना रनौत की फिल्म इमरजेंसी ने नेटफ्लिक्स पर अपनी रिलीज के साथ ही बड़ी धूम मचाई है। इस फिल्म को दर्शकों और आलोचकों से बेहतरीन प्रतिक्रिया मिल रही है। फिल्म में कंगना के अभिनय को उनके करियर का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन बताया जा रहा है। हालांकि, कंगना के कुछ विवादित बयानों ने भी इस फिल्म को और सुर्खियों में ला दिया है, खासकर जब उन्होंने ऑस्कर जैसे अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों को लेकर अपनी राय रखी।
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इमरजेंसी की कहानी और कास्ट
फिल्म इमरजेंसी 1975 में भारत में लगाए गए आपातकाल की घटना पर आधारित है। यह फिल्म भारतीय राजनीति के उस काले दौर को दर्शाती है, जब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा देश में आपातकाल घोषित किया गया था। कंगना रनौत ने इस फिल्म में इंदिरा गांधी का किरदार निभाया है, जो उनके करियर का एक बहुत ही चुनौतीपूर्ण और महत्वपूर्ण रोल था।
फिल्म में कंगना के अलावा अनुपम खेर, श्रेयस तलपड़े, मिलिंद सोमन और दिवंगत अभिनेता सतीश कौशिक जैसे स्टार्स भी नजर आते हैं। इन सभी कलाकारों ने अपने अभिनय से फिल्म में गहरी छाप छोड़ी है। फिल्म की कहानी न सिर्फ उस समय की राजनीतिक स्थिति को दिखाती है, बल्कि यह भी बताती है कि आपातकाल ने देश के लोगों की जिंदगी कैसे बदल दी थी।
कंगना के अभिनय की तारीफ
कंगना रनौत के अभिनय की फिल्म में खासतौर पर तारीफ की जा रही है। एक यूजर ने फिल्म देखने के बाद ट्वीट किया, “लोग #इमरजेंसी में कंगना के अभिनय को अद्भुत और अब तक का उनका सबसे बेहतरीन काम कह रहे हैं। क्या मैं क्वीन, टीडब्ल्यूएम 2, फैशन और थलाइवी से बेहतर कर सकती हूं? #Emergency देखें और पता करें।” इस ट्वीट के जरिए कंगना ने अपनी मेहनत और लगन को दर्शाया है।
कंगना के इस अभिनय को देखकर बहुत से फैंस ने उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार के योग्य बताया है। फिल्म में उनके इंदिरा गांधी के किरदार को देखने के बाद लोग मान रहे हैं कि उन्होंने इस भूमिका को बखूबी निभाया है।
कंगना का ऑस्कर पर बयान
फिल्म के बाद कंगना रनौत ने सोशल मीडिया पर अपने विचार साझा किए। एक यूजर ने ट्वीट किया, “#EmergencyOnNetflix को भारत से ऑस्कर में भेजा जाना चाहिए। कंगना, क्या फिल्म है!” हालांकि, कंगना ने इसका जवाब कुछ इस अंदाज में दिया:
“लेकिन अमेरिका अपना असली चेहरा स्वीकार नहीं करना चाहेगा कि कैसे वे विकासशील देशों को धमकाते हैं, दबाते हैं और उन पर दबाव डालते हैं। यह इमरजेंसी में उजागर हो गया है। वे अपना मूर्खों वाला ऑस्कर अपने पास रख सकते हैं। हमारे पास नेशनल अवॉर्ड हैं।”
इस बयान ने कंगना के विचारों को साफ किया कि उन्हें पश्चिमी पुरस्कारों की कोई खास परवाह नहीं है। उनके अनुसार, भारत के राष्ट्रीय पुरस्कार उनके लिए ज्यादा महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि वे अपने देश की पहचान और सम्मान को लेकर गर्व करती हैं।
फिल्म निर्माता संजय गुप्ता की तारीफ
कंगना के इस विवादित बयान के बावजूद, फिल्म इमरजेंसी को फिल्म इंडस्ट्री के कई बड़े नामों से तारीफ मिली है। फिल्म निर्माता संजय गुप्ता ने कंगना की फिल्म की सराहना की और सोशल मीडिया पर लिखा:
“आज मैंने @KanganaTeam की इमरजेंसी देखी। सच कहूं तो मैं इसे देखने की योजना नहीं बना रहा था क्योंकि मैंने पहले से ही इसके बारे में अनुमान लगा लिया था। मुझे खुशी है कि मैं गलत था। कंगना की बेहतरीन फिल्म, एक्टिंग और निर्देशन, दोनों ही शानदार हैं। बेहतरीन और विश्व स्तरीय।”
कंगना ने संजय गुप्ता के इस पोस्ट का जवाब देते हुए कहा कि फिल्म इंडस्ट्री को अपनी नफरत और पूर्वाग्रहों से बाहर आकर अच्छे काम को स्वीकार करना चाहिए। उन्होंने कहा:
“फिल्म इंडस्ट्री को अपनी नफरत और पूर्वाग्रहों से बाहर आना चाहिए और अच्छे काम को स्वीकार करना चाहिए। संजय जी, पूर्वाग्रहों की बाधाओं को तोड़ने के लिए धन्यवाद, सभी फिल्मी लोगों को मेरा संदेश है, मेरे बारे में कभी कोई धारणा न रखें, मुझे समझने की कोशिश भी मत करना, मैं इन चीजों से बाहर हूं।”
यह कंगना का आत्मविश्वास और साहस था जो उन्होंने फिल्म के बारे में अपनी बात कही।
इमरजेंसी की सफलता
इमरजेंसी की रिलीज के बाद यह फिल्म नेटफ्लिक्स पर नंबर 1 ट्रेंड करने लगी। फिल्म के ट्रेंडिंग होने से यह साफ हो गया कि दर्शकों में इस फिल्म के प्रति उत्सुकता और खासी दिलचस्पी है। इस फिल्म ने अजय देवगन की आज़ाद और नागा चैतन्य- साई पल्लवी की थंडेल को पीछे छोड़ते हुए नंबर 1 पर अपनी जगह बनाई।
फिल्म का संदेश बहुत स्पष्ट था – यह भारत के इतिहास के एक बेहद महत्वपूर्ण और संवेदनशील दौर की कहानी बताता है। फिल्म का हर पहलू, चाहे वह कंगना का अभिनय हो या फिल्म की कहानी, दर्शकों को बेहद प्रभावित कर रहा है।
कंगना का संदेश
कंगना ने एक बार फिर यह साबित किया कि वह न सिर्फ एक बेहतरीन अभिनेत्री हैं, बल्कि एक स्वतंत्र विचारक भी हैं। फिल्म के माध्यम से उन्होंने राजनीतिक मुद्दों को उठाया और समाज को अपनी सोच पर विचार करने के लिए प्रेरित किया। कंगना का यह मानना है कि अगर अच्छा काम हो रहा है तो उसे स्वीकार करना चाहिए, भले ही वह किसी के लिए स्वीकार्य हो या नहीं।
कंगना के आलोचकों और समर्थकों दोनों की राय फिल्म के बारे में मिली-जुली रही है, लेकिन उनकी कड़ी मेहनत और दृढ़ विश्वास ने इमरजेंसी को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
इस फिल्म ने साबित कर दिया कि कंगना रनौत की फिल्मों को नजरअंदाज करना अब मुश्किल हो गया है। उनकी फिल्मों में जो बेबाकी, सचाई और संवेदनशीलता है, वह दर्शकों को हमेशा आकर्षित करती है। इमरजेंसी के माध्यम से कंगना ने अपने अभिनय और निर्देशन के क्षेत्र में एक और मील का पत्थर हासिल किया है।
नेटफ्लिक्स पर इमरजेंसी की सफलता के बाद, यह स्पष्ट हो गया है कि कंगना का फैन बेस न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी मजबूत है। फिल्म की सफलता और कंगना की बढ़ती पहचान यह दर्शाती है कि भारतीय सिनेमा में अब वह एक प्रमुख स्थान रखती हैं।
कुल मिलाकर, इमरजेंसी कंगना रनौत के करियर का एक और बेहतरीन उदाहरण बनकर सामने आई है। फिल्म की कहानी, अभिनय, और कंगना का दृष्टिकोण दर्शकों में गहरी छाप छोड़ने में सफल रहा है।
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