KKN गुरुग्राम डेस्क | बॉलीवुड और टेलीविजन इंडस्ट्री से एक दुखद खबर सामने आई है। अभिनेता मुकुल देव का 23 मई 2025 की रात निधन हो गया। वह 54 वर्ष के थे और पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे। उनकी तबीयत खराब होने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली।
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मुकुल देव के निधन से उनके परिवार, दोस्तों और मनोरंजन जगत के कलाकारों को गहरा आघात पहुंचा है। उनके निधन की खबर फैलते ही सोशल मीडिया पर शोक संदेशों की बाढ़ आ गई।
बीमारी से जूझ रहे थे मुकुल देव
विंदू दारा सिंह, जो मुकुल के करीबी दोस्त और सह-कलाकार रह चुके हैं, ने उनके निधन की पुष्टि की। इंडिया टुडे से बातचीत में विंदू ने बताया कि मुकुल पिछले कुछ समय से बीमार थे और अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। विंदू के अनुसार, अपने माता-पिता के निधन के बाद मुकुल काफी अकेले हो गए थे और सार्वजनिक जीवन से दूरी बना ली थी।
विंदू दारा सिंह का भावुक संदेश
विंदू दारा सिंह ने ट्विटर पर मुकुल को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा:
“RIP मेरे भाई मुकुल देव! तुम्हारे साथ बिताए हर पल को हमेशा संजोकर रखूंगा। Son of Sardaar 2 में तुम्हारा अंतिम गाना दर्शकों को हंसाने और खुशी देने वाला होगा।”
उन्होंने एक वीडियो भी साझा किया जिसमें वे दोनों फिल्म के सेट पर साथ नजर आ रहे हैं।
दीपशिखा नागपाल को भी लगा गहरा झटका
टीवी एक्ट्रेस दीपशिखा नागपाल, जो मुकुल की करीबी दोस्त थीं, ने भी सोशल मीडिया पर एक पुरानी तस्वीर साझा कर दुख जताया। उन्होंने बताया कि मुकुल ने कभी अपनी तबीयत के बारे में किसी को कुछ नहीं बताया था।
“हमारे एक वॉट्सऐप ग्रुप में मुकुल चुपचाप रहते थे। जब मैंने आज सुबह उनकी मौत की खबर पढ़ी, तो मैं बार-बार उन्हें कॉल करती रही… उम्मीद थी कि शायद वह फोन उठा लें।”
फिल्मों और टीवी में मुकुल देव का सफर
दिल्ली में जन्मे मुकुल देव ने अपने करियर की शुरुआत 1996 में दूरदर्शन के धारावाहिक ‘मुमकिन’ से की थी। उन्होंने उसी साल सुष्मिता सेन के साथ फिल्म ‘दस्तक’ से बॉलीवुड में डेब्यू किया।
बॉलीवुड में उनके कुछ प्रमुख फिल्में थीं:
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दस्तक (1996)
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किला (1998)
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वजूद (1998)
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कोहराम (1999)
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मुझे मेरी बीवी से बचाओ (2001)
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यमला पगला दीवाना (2011) — इस फिल्म के लिए उन्हें 7वां अमरीश पुरी पुरस्कार मिला।
क्षेत्रीय फिल्मों में भी बेमिसाल योगदान
मुकुल ने सिर्फ हिंदी ही नहीं, बल्कि कई पंजाबी, तेलुगु, मलयालम, कन्नड़ और बंगाली फिल्मों में भी शानदार अभिनय किया। इसके अलावा उन्होंने कई म्यूजिक एल्बम्स में भी काम किया, जिससे वे 90 के दशक में युवाओं के बीच खासे लोकप्रिय हो गए।
सम्मान और सराहना
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‘यमला पगला दीवाना’ में उनके प्रदर्शन को दर्शकों और आलोचकों ने काफी सराहा।
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उन्हें नेचुरल डायलॉग डिलीवरी, बहुभाषी क्षमता, और किरदार में घुल जाने की कला के लिए जाना जाता था।
टीवी पर भी रहा मुकुल का मजबूत प्रभाव
मुकुल ने टीवी सीरियल्स, क्राइम शोज, और कंटेंट बेस्ड रियलिटी शोज में भी बेहतरीन काम किया। उनकी सरल और सहज अभिनय शैली ने उन्हें हर उम्र के दर्शकों का पसंदीदा कलाकार बना दिया था।
आखिरी फिल्म: ‘Son of Sardaar 2’
उनकी अंतिम फिल्म ‘Son of Sardaar 2’ जल्द ही रिलीज होने वाली है। विंदू दारा सिंह के अनुसार, मुकुल ने अपनी शूटिंग पूरी कर ली थी। यह फिल्म अब उनके लिए श्रद्धांजलि के रूप में देखी जाएगी।
मनोरंजन जगत में शोक की लहर
बॉलीवुड और टीवी इंडस्ट्री के कई बड़े सितारों ने सोशल मीडिया पर उन्हें श्रद्धांजलि दी:
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“एक शानदार कलाकार, जिन्होंने हमेशा किरदारों में जान डाली।”
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“उनकी मुस्कान और आवाज हमेशा याद रहेगी।”
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“हमने एक असली इंसान खो दिया।”
याद रहेंगे मुकुल देव
मुकुल देव का निधन सिर्फ एक अभिनेता का जाना नहीं है, बल्कि एक संवेदनशील कलाकार और विनम्र व्यक्तित्व की विदाई है। उनके जाने से एक खामोशी सी छा गई है, लेकिन उनके द्वारा निभाए गए किरदार उन्हें हमेशा जीवित रखेंगे।
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