बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन अक्सर अपने personal blog पर ज़िंदगी के अनुभव शेयर करते हैं। हाल ही में उन्होंने ageing पर एक भावुक ब्लॉग लिखा, जिसने उनके फैंस के दिल को छू लिया।
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82 साल की उम्र में बच्चन ने माना कि अब उनकी रोज़मर्रा की ज़िंदगी उतनी simple नहीं रही। उनकी दिनचर्या का बड़ा हिस्सा अब medication, health routines और medical advice से जुड़ा है।
संडे मीट और बदलती दिनचर्या
मुंबई में हर रविवार fans meet उनका एक स्थायी हिस्सा रहा है। लेकिन इस बार संडे के बाद लिखे ब्लॉग में उन्होंने अपनी health और lifestyle की असलियत साझा की। उन्होंने कहा कि अब हर दिन दवाइयों, yoga और physical care पर भी उतना ही ध्यान देना पड़ता है जितना काम पर।
उन्होंने माना कि एक दिन का भी break दर्द और परेशानी को लंबे समय तक बढ़ा देता है।
साधारण काम भी बड़ी चुनौती
बच्चन ने लिखा कि पहले जो काम बिना सोचे होते थे, अब planning मांगते हैं। उन्होंने उदाहरण दिया— trouser पहनना। डॉक्टरों ने उन्हें सलाह दी है कि खड़े होकर पैंट पहनने की कोशिश न करें। balance बिगड़ सकता है और गिरने का खतरा है।
उन्होंने माना कि ये छोटी-सी बात भी अब उनके लिए risk बन गई है।
योग और एक्सरसाइज़ का महत्व
महानायक ने लिखा कि yoga, breathing exercises और mobility training अब उनकी daily routine का अहम हिस्सा हैं। उन्होंने घर में handle bars लगवाए हैं ताकि चलते या झुकते समय support मिल सके।
उन्होंने कहा कि एक उड़ता हुआ paper उठाना भी अब major effort बन गया है। पहले bravado तुरंत झुकने को कहता है, लेकिन शरीर की गति अब धीमी हो गई है।
मुस्कान के साथ सच्चाई
अमिताभ ने स्वीकार किया कि कई बार उन्हें इन बदलावों पर disbelief होता है। लेकिन हकीकत यही है कि पहले आसान दिखने वाले काम अब caution के साथ करने पड़ते हैं।
उन्होंने माना कि ageing हर इंसान की ज़िंदगी का हिस्सा है और इसे deny करने के बजाय accept करना चाहिए।
युवाओं के लिए सीख
उन्होंने लिखा कि हो सकता है युवा इसे मज़ाक समझें, लेकिन age सबको पकड़ लेती है। जीवन का downhill सफर जन्म के साथ ही शुरू हो जाता है।
उन्होंने लिखा, “Youth life की चुनौतियों को तेजी से पार करती है। लेकिन age अचानक speed breaker की तरह vehicle को रोक देती है।”
ज़िंदगी की यात्रा पर विचार
बच्चन ने life को vehicle journey से compare किया। जवानी में गाड़ी तेज़ चलती है, लेकिन उम्र brakes लगवा देती है। उनका मानना है कि ये दुखद नहीं बल्कि सच्चाई है, जिसे सभी को मानना होगा।
उन्होंने कहा कि grace और discipline के साथ इस बदलाव को अपनाना ही असली जीत है।
लंबा करियर और जज़्बा
अमिताभ बच्चन की बातें असर करती हैं क्योंकि उनका career resilience का प्रतीक रहा है। “Coolie” फिल्म की शूटिंग के दौरान हुए हादसे से लेकर health issues तक, उन्होंने हमेशा comeback किया।
आज भी 82 की उम्र में काम करना और fans से जुड़ना उनकी जिजीविषा दिखाता है।
फैंस से गहरा रिश्ता
हर रविवार “जलसा” के बाहर उनका fans meet इस रिश्ते की मिसाल है। इस ब्लॉग ने यह भी दिखाया कि इस मुलाकात के पीछे कितनी मेहनत और planning होती है।
फैंस ने सोशल मीडिया पर उन्हें ढेरों शुभकामनाएँ और प्यार भरे संदेश भेजे।
प्रेरणा और पब्लिक रिएक्शन
इस ब्लॉग ने लोगों को अपने parents और grandparents की याद दिलाई। फैंस ने उनकी honesty और openness की तारीफ की।
कई लोगों ने लिखा कि बच्चन अब भी active हैं, जो अपने आप में inspiration है।
अमिताभ बच्चन का यह ब्लॉग सिर्फ health issues नहीं बल्कि ज़िंदगी का सच्चा lesson है। उन्होंने दिखाया कि ageing को bravely और wisely स्वीकार करना चाहिए।
उनके मुताबिक, slowing down कमजोरी नहीं बल्कि adjustment है। उनका यह संदेश सभी generations के लिए एक reminder है कि ज़िंदगी को discipline, patience और positivity से जीना ही सबसे बड़ी जीत है।
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