CBSE का बड़ा फैसला: अब रीचेकिंग से पहले छात्र देख सकेंगे अपनी उत्तर पुस्तिका, 2025 से लागू होगा नया नियम

CBSE Announces Major Update in Post-Result Process: Students Can Now Access Answer Sheet Copies Before Revaluation

KKN गुरुग्राम डेस्क | केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने बोर्ड परीक्षाओं के रिजल्ट से पहले एक महत्वपूर्ण और छात्र हित में बदलाव की घोषणा की है। अब छात्रों को रिजल्ट जारी होने के बाद, रीचेकिंग या पुनर्मूल्यांकन (Re-evaluation) के लिए आवेदन करने से पहले अपनी मूल्यांकित उत्तर पुस्तिका (Answer Sheet) की फोटो कॉपी देखने का अधिकार होगा।

यह नया नियम वर्ष 2025 से लागू किया जाएगा और बोर्ड द्वारा इसे सभी संबद्ध स्कूलों तक आधिकारिक नोटिस के ज़रिए पहुंचा दिया गया है।

CBSE के नए नियम 2025 का उद्देश्य

इस बदलाव का उद्देश्य है:

  • छात्रों को ज्यादा पारदर्शिता देना

  • उन्हें सही जानकारी के आधार पर निर्णय लेने का अवसर देना

  • मूल्यांकन प्रक्रिया में विश्वास और भरोसा बढ़ाना

अब तक कैसी थी प्रक्रिया?

अब तक की प्रक्रिया में छात्रों को सबसे पहले:

  1. मार्क्स वेरिफिकेशन (अंक पुनर्गणना) के लिए आवेदन करना होता था।

  2. इसके बाद उत्तर पुस्तिका की फोटो कॉपी मिलती थी।

  3. अंत में वे चाहें तो री-इवैल्युएशन (उत्तर पुनर्मूल्यांकन) का विकल्प चुनते थे।

इस प्रक्रिया में छात्रों को यह पता नहीं चल पाता था कि कहाँ गलती हुई है और उन्हें रीचेकिंग की आवश्यकता है या नहीं।

नया सिस्टम कैसे काम करेगा?

2025 से लागू होने वाला नया सिस्टम इस तरह काम करेगा:

पुरानी प्रक्रिया नई प्रक्रिया (2025 से)
पहले अंक सत्यापन (मार्क्स वेरिफिकेशन) पहले उत्तर पुस्तिका की फोटो कॉपी देखें
फिर कॉपी की फोटो कॉपी मिलती थी फोटो कॉपी देखने के बाद रीचेकिंग का निर्णय लें
अंत में री-इवैल्युएशन की अनुमति जरूरत समझ आए तभी री-इवैल्युएशन करें

अब छात्र सीधे अपनी मूल्यांकित उत्तर पुस्तिका देख सकते हैं, उसमें कोई गलती या अस्पष्टता हो तो वे समझदारी से रीचेकिंग या री-इवैल्युएशन का निर्णय ले सकते हैं।

इससे छात्रों को क्या लाभ मिलेगा?

पारदर्शिता: छात्र खुद देख सकेंगे कि कहां गलती हुई है और अंक कैसे दिए गए हैं।

 विश्वास: मूल्यांकन प्रक्रिया पर छात्र और अभिभावक दोनों का भरोसा बढ़ेगा।

समझदारी से निर्णय: बिना कॉपी देखे रीचेकिंग में पैसा और समय लगाने की आवश्यकता नहीं।

फीडबैक: छात्रों को अपनी कमजोरियों का विश्लेषण करने का मौका मिलेगा।

CBSE री-इवैल्युएशन में क्या होता है?

CBSE के री-इवैल्युएशन प्रोसेस में:

  • उत्तरों की फिर से जांच की जाती है।

  • यदि कोई गलती मिलती है, तो अंक बढ़ या घट सकते हैं।

  • अंतिम अंक बोर्ड द्वारा अंतिम रूप से दर्ज किए जाते हैं

यह प्रक्रिया केवल उन्हीं छात्रों के लिए फायदेमंद होती है जो सही रूप से मूल्यांकन के खिलाफ ठोस आधार पर आवेदन करते हैं। इसलिए, उत्तर पुस्तिका देखने का अवसर मिलना उन्हें सही निर्णय लेने में मदद करेगा।

CBSE Result 2025: रिजल्ट कैसे चेक करें?

CBSE 10वीं और 12वीं के बोर्ड परिणाम जल्द घोषित किए जाएंगे। छात्र नीचे दिए गए तरीकों से अपना परिणाम देख सकेंगे:

स्टेप-बाय-स्टेप प्रोसेस:

  1. आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं:
    👉 results.cbse.nic.in
    👉 cbse.gov.in

  2. CBSE 10वीं या 12वीं रिजल्ट 2025 लिंक पर क्लिक करें।

  3. अपना रोल नंबर और जन्मतिथि दर्ज करें।

  4. अपनी डिजिटल मार्कशीट स्क्रीन पर देखें और डाउनलोड करें।

  5. भविष्य के उपयोग के लिए प्रिंट आउट लेकर रखें।

उत्तर पुस्तिका की फोटो कॉपी कैसे मिलेगी?

रिजल्ट के बाद CBSE एक निर्धारित समय के लिए:

  • उत्तर पुस्तिका की फोटो कॉपी प्राप्त करने का ऑनलाइन फॉर्म खोलेगा

  • छात्र प्रति विषय नाममात्र शुल्क देकर अपनी स्कैन की गई कॉपी प्राप्त कर सकेंगे।

  • यह सुविधा CBSE की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से उपलब्ध होगी।

स्कूलों को भेजा गया है नोटिस

CBSE ने यह नया नियम सभी स्कूलों को एक आधिकारिक सर्कुलर के माध्यम से सूचित किया है। सभी स्कूलों को निर्देश दिए गए हैं कि वे:

  • छात्रों और अभिभावकों को इस प्रक्रिया की जानकारी दें।

  • छात्रों को रिजल्ट के बाद सही प्रक्रिया के लिए गाइड करें।

शिक्षा विशेषज्ञों की राय

शिक्षा विशेषज्ञों ने CBSE के इस फैसले की सराहना की है।

“यह एक सकारात्मक और आधुनिक बदलाव है। इससे छात्र ज्यादा सजग होंगे और बोर्ड परीक्षा की पारदर्शिता को बल मिलेगा।”
— डॉ. सुरभि वर्मा, शिक्षा नीति विशेषज्ञ

CBSE द्वारा वर्ष 2025 से लागू किया जा रहा यह नया नियम छात्रों के अधिकारों और मूल्यांकन में पारदर्शिता की दिशा में एक अहम कदम है। अब छात्र:

  • जानकारी के साथ निर्णय ले सकेंगे,

  • बिना अनावश्यक संदेह के रीचेकिंग करा सकेंगे,

  • और मूल्यांकन प्रक्रिया में भरोसे के साथ हिस्सा बन सकेंगे।

CBSE ने यह साफ कर दिया है कि छात्र केवल परीक्षार्थी नहीं, बल्कि मूल्यांकन प्रक्रिया के सक्रिय भागीदार भी हैं।


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