एक सप्ताह पहले ही लिखी जा चुकी थी पटकथा
मुजफ्फरपुर। मीनापुर थाना के दारोगा कृष्णा सिंह की घूस लेते गिरफ्तारी की पटकथा करीब एक सप्ताह पहले ही लिखी जा चुकी थी। मेथनापुर के प्रमोद सहनी से दस हजार रुपये घूस लेते पकड़े जाने से करीब एक सप्ताह पहले भी दारोगा ने प्रमोद से दस हजार रुपये की वसूली कर चुका था। बावजूद इसके दूबारा फिर से रुपये मांगे जाने के बाद ही प्रमोद ने निगरानी के अधिकारी से संपर्क किया।
बतातें चलें कि प्रमोद मीनापुर प्रखंड राजद के अध्यक्ष उमाशंकर सहनी का भांजा है। उमाशंकर सहनी बतातें है कि प्रमोद की शिकायत पर निगरानी के अधिकारी ने बुधवार को ही मीनापुर पहुंच कर जाल बिछा दिया था। गुरुवार को जब प्रमोद थाना पहुंचे तो उक्त दारोगा थाना पर नही थे। इसके बाद प्रमोद ने रुपये देने के लिए दारोगा को फोन किया तो उसने धरमपुर आने की बात कही। इसके बाद निगरानी के अधिकारियो को लेकर प्रमोद धरमपुर पहुंच गया।
बतातें चलें कि मेथनापुर के प्रमोद सहनी व मोहन सहनी के बीच जमीन विवाद में एफआईआर दर्ज है। इसी केस में मोहन को गिरफ्तार करने के लिए दारोगा रूपये की मांग कर रहा था। फिलहाल इस घटना के बाद से मीनापुर के पुलिस महकमा में हड़कंप मचा हुआ है।