बिहार में एक बार फिर मौसम ने करवट ली है। पूरे प्रदेश में तापमान में भारी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। शनिवार को अधिकतर जिलों में गर्मी का असर तेज रहा और तापमान सामान्य से ऊपर चला गया। इस बीच भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने रविवार के लिए कई जिलों में बिजली गिरने (वज्रपात), मेघगर्जन और हल्की बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है।
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बिहार का तापमान फिर चढ़ा, गर्मी ने बढ़ाई परेशानी
शनिवार को पूरे बिहार में तापमान में बढ़ोतरी देखी गई। सबसे ज्यादा गर्म मोतिहारी जिला रहा, जहां का अधिकतम तापमान 37.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके अलावा पटना, बक्सर, भोजपुर, सारण, दरभंगा, पूर्णिया और मुंगेर जैसे जिलों में भी तापमान 35 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहा।
गर्मी के इस प्रकोप का मुख्य कारण है मॉनसून की सुस्ती। पिछले कुछ दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश अब लगभग थम चुकी है, जिससे तापमान में बढ़ोतरी हो रही है और लोगों को उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ रहा है।
IMD का अलर्ट: इन जिलों में हो सकती है हल्की बारिश और वज्रपात
IMD पटना की ओर से रविवार के लिए सिवान, नवादा, शेखपुरा, लखीसराय और जमुई जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। विभाग का कहना है कि इन क्षेत्रों में बिजली गिरने और मेघगर्जन के साथ हल्की बारिश हो सकती है। यह अलर्ट अगले तीन घंटों के लिए प्रभावी है, लेकिन जरूरत पड़ने पर इसे आगे भी बढ़ाया जा सकता है।
IMD की सलाह: आम नागरिकों को इस दौरान सतर्क रहने की सलाह दी गई है। खुले मैदान या जल स्रोतों के पास जाने से बचें और सुरक्षित स्थानों पर रहें।
बिहार में मॉनसून कब होगा सक्रिय? जानें मौसम विशेषज्ञों की राय
बिहार में मॉनसून भले ही आधिकारिक रूप से जून में आ गया था, लेकिन जुलाई के मध्य तक इसकी सक्रियता बेहद कमजोर बनी हुई है। विशेषकर दक्षिण बिहार और सीमांचल के जिलों में बारिश की मात्रा काफी कम रही है।
हालांकि, मौसम विभाग ने 15 जुलाई के आसपास जमुई और नवादा में भारी बारिश की संभावना जताई है। इसके अलावा राज्य के कुछ हिस्सों में रुक-रुक कर हल्की फुहारें पड़ सकती हैं।
बिहार कृषि विश्वविद्यालय द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार, 13 से 16 जुलाई के बीच मॉनसून की गतिविधियां कमजोर बनी रह सकती हैं। खासकर गया, औरंगाबाद और रोहतास जैसे जिलों में केवल छिटपुट बारिश के आसार हैं।
जिलावार तापमान रिपोर्ट (शनिवार, 12 जुलाई 2025)
जिला | अधिकतम तापमान (°C) | न्यूनतम तापमान (°C) |
---|---|---|
मोतिहारी | 37.8 | — |
भागलपुर | 34.2 | 26.8 |
पटना | 35+ | — |
बक्सर | 35+ | — |
पूर्णिया | 35+ | — |
मुंगेर | 35+ | — |
इन आंकड़ों से साफ है कि बिहार में गर्मी फिर से लौट आई है, और बारिश की कमी ने इसे और बढ़ा दिया है।
कृषि और जनजीवन पर प्रभाव
मॉनसून की सुस्ती का सबसे अधिक असर कृषि क्षेत्र पर पड़ा है। धान की रोपाई का समय चल रहा है, लेकिन किसानों को पानी की कमी के चलते खेती की शुरुआत में देरी करनी पड़ रही है। अगर आगामी दिनों में अच्छी बारिश नहीं हुई तो फसलों की पैदावार पर भी असर पड़ सकता है।
वहीं, शहरी इलाकों में गर्मी और उमस से लोग परेशान हैं। पटना, गया और मुजफ्फरपुर जैसे शहरों में बिजली की खपत में तेजी आई है। पंखे, कूलर और एसी का इस्तेमाल बढ़ने से पावर सप्लाई पर दबाव बना हुआ है।
मौसम विशेषज्ञों की भविष्यवाणी
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि मॉनसून फिलहाल बंगाल की खाड़ी में बन रहे लो-प्रेशर सिस्टम के कारण कमजोर पड़ा है। लेकिन 15 जुलाई के बाद इसके फिर से सक्रिय होने की संभावना है।
“मॉनसून एक बार फिर से एक्टिव हो सकता है और 15 जुलाई के बाद राज्य के कई हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है,” – IMD पटना के वरिष्ठ अधिकारी।
IMD की सलाह और एहतियात
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दिन के सबसे गर्म समय (दोपहर 12 से 3 बजे) में घर से बाहर न निकलें
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बच्चों और बुजुर्गों को गर्मी से बचाकर रखें
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मॉनसून अपडेट के लिए नियमित रूप से मौसम विभाग की वेबसाइट या न्यूज पोर्टल चेक करें
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किसानों को फसलों के अनुसार सिंचाई की योजना बनानी चाहिए
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बिजली गिरने की स्थिति में पेड़ के नीचे या खुले में खड़े न हों
बिहार के मौसम में अस्थिरता अभी बनी रहेगी। तापमान में उतार-चढ़ाव, बारिश की कमी और मॉनसून की सुस्ती लोगों को परेशान कर रही है। हालांकि 15 जुलाई के बाद स्थिति में सुधार की उम्मीद की जा रही है। तब तक लोगों को एहतियात बरतने और IMD अलर्ट का पालन करने की सलाह दी गई है।
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