दक्षिण बिहार के जिलों में आज भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी पटना सहित कई इलाकों में वज्रपात और गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना रविवार से उत्तर बिहार में तेज बारिश का दौर शुरू होगा तापमान रहेगा सामान्य, दिन में उमस और रात को हल्की ठंडक महसूस हो सकती है स्थानीय प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी है।
दक्षिण बिहार में भारी बारिश का खतरा
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने गया, औरंगाबाद, नवादा, रोहतास, कैमूर और पटना जैसे दक्षिण बिहार के जिलों के लिए भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। शनिवार को इन जिलों में गरज-चमक के साथ मध्यम से भारी बारिश और तेज हवाएं चलने की संभावना जताई गई है।
पटना में दिन की शुरुआत बादलों से ढकी हुई हुई है और दोपहर बाद से हल्की बारिश और वज्रपात की चेतावनी दी गई है। इसके चलते ट्रैफिक और जनजीवन प्रभावित हो सकता है।
मौसम परिवर्तन का कारण क्या है?
बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में बने कम दबाव के क्षेत्र और मध्य भारत से होकर गुजरने वाली मानसून ट्रफ लाइन के कारण बिहार में मानसून सक्रिय हुआ है। इस सिस्टम की वजह से अगले कुछ दिनों तक राज्यभर में अच्छी बारिश के आसार हैं।
मौसम विभाग के अनुसार यह मानसून का सक्रिय चरण (Active Phase) है, जो आमतौर पर जून के अंत से सितंबर तक चलता है।
रविवार से उत्तर बिहार में बदलेगा मौसम का मिज़ाज
28 जून को जहां दक्षिण बिहार में बारिश का जोर रहेगा, वहीं 29 जून यानी रविवार से उत्तर बिहार में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो जाएगा।
मुज़फ्फरपुर, सीतामढ़ी, मधुबनी, दरभंगा, पूर्वी और पश्चिमी चंपारण, सुपौल, अररिया, किशनगंज, सहरसा और सीवान जैसे जिलों में मूसलधार बारिश की संभावना है।
रविवार को मौसम बादलों से ढका रहेगा और दिनभर रुक-रुक कर बारिश होती रहेगी। सोमवार से बुधवार के बीच बारिश की तीव्रता और बढ़ेगी, जिससे निचले इलाकों में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
तापमान और आर्द्रता का स्तर
बारिश के बावजूद तापमान में कोई खास गिरावट नहीं होगी। अधिकतम तापमान 32 से 35 डिग्री सेल्सियस, और न्यूनतम तापमान 26 से 28 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है।
हालांकि बारिश के कारण हवा में नमी (Humidity) बढ़ेगी, जिससे लोगों को दिन में उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ सकता है।
संभावित प्रभाव और सावधानियां
1. वज्रपात और गरज-चमक से खतरा:
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खुले मैदान, खेत या ऊँचे पेड़ों के नीचे न खड़े हों।
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इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को सुरक्षित रखें और बिजली से जुड़े कार्यों से बचें।
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बच्चों और बुजुर्गों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
2. बाढ़ और जलजमाव का खतरा:
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लगातार बारिश से नदी-नालों का जलस्तर बढ़ सकता है, विशेषकर कोसी, गंडक और बागमती में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
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पटना, भागलपुर, दरभंगा और समस्तीपुर जैसे शहरों में निचले इलाकों में जलजमाव होने की आशंका है।
3. यातायात पर असर:
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बारिश के दौरान सड़कें फिसलन भरी हो सकती हैं, जिससे वाहन चालकों को सतर्क रहने की जरूरत है।
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ट्रेनों और बसों की आवाजाही पर भी असर पड़ सकता है।
4. कृषि पर प्रभाव:
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यह बारिश खरीफ फसलों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है।
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लेकिन तेज बारिश से नवांकुरित पौधों को नुकसान पहुंच सकता है, इसलिए किसानों को जलनिकासी की उचित व्यवस्था करनी चाहिए।
साप्ताहिक मौसम पूर्वानुमान – बिहार
तारीख | क्षेत्र | मौसम का हाल |
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28 जून (शनिवार) | दक्षिण बिहार | भारी बारिश, वज्रपात, गरज-चमक और तेज हवाएं |
29 जून (रविवार) | उत्तर बिहार | मध्यम से भारी बारिश, बादल छाए रहेंगे |
30 जून – 2 जुलाई | सम्पूर्ण बिहार | पूरे राज्य में मानसून सक्रिय, लगातार बारिश और वज्रपात की आशंका |
सावधानी के उपाय
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तेज बारिश और वज्रपात के दौरान घर के भीतर ही रहें
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खेतों में काम कर रहे किसानों को बारिश से पहले शेड की व्यवस्था करनी चाहिए
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स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और मौसम संबंधित अपडेट पर नज़र बनाए रखें
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बच्चों और बुजुर्गों को बाहर खेलने या घूमने से रोकें
बिहार में मानसून अब अपने सक्रिय दौर में प्रवेश कर चुका है। जहां आज दक्षिण बिहार में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित हो सकता है, वहीं रविवार से उत्तर बिहार में भी मूसलधार बारिश की संभावना है।
लोगों को सलाह दी जाती है कि वे एहतियात बरतें, मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करें और केकेएन लाइव के साथ जुड़े रहें ताकि उन्हें मौसम से जुड़ी हर अहम जानकारी मिलती रहे।
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