भारत में Tesla की पहली कार की डिलीवरी शुक्रवार को मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स स्थित नए शोरूम से हुई। महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री प्रताप सरनाइक ने Tesla Model Y अपने नाम ली। यह डिलीवरी भारत में Electric Vehicle मार्केट के लिए ऐतिहासिक पल साबित हुआ।
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मंत्री का मकसद सिर्फ लक्ज़री नहीं
प्रताप सरनाइक ने कहा कि Tesla खरीदना उनके लिए सिर्फ व्यक्तिगत लक्ज़री नहीं है। उन्होंने बताया कि वे इस कार को अपने पोते को गिफ्ट करेंगे। उनका मानना है कि बच्चों को कम उम्र से ही Sustainable Transport की अहमियत समझनी चाहिए। मंत्री ने कहा कि वे युवाओं और आम जनता में Electric Vehicle को लेकर जागरूकता फैलाना चाहते हैं।
ईवी को लेकर जागरूकता फैलाने का प्रयास
सरनाइक का कहना है कि Electric Vehicle अपनाना पर्यावरण के लिए बेहद ज़रूरी है। उन्होंने कहा कि बच्चे और युवा जितनी जल्दी इन गाड़ियों को देखेंगे, उतनी जल्दी उन्हें Clean Energy का महत्व समझ आएगा। उन्होंने अपनी डिलीवरी को इस दिशा में उठाया गया एक प्रतीकात्मक कदम बताया।
महाराष्ट्र का ईवी रोडमैप
मंत्री ने बताया कि महाराष्ट्र ने अगले दस साल में EV सेक्टर में बड़ा बदलाव लाने का लक्ष्य रखा है। यह योजना प्रधानमंत्री के Clean Mobility Vision से मेल खाती है। राज्य सरकार ने कई प्रोत्साहन भी दिए हैं।
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अतल सेतु और समृद्धि एक्सप्रेसवे पर इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए टोल छूट
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Charging Station नेटवर्क का विस्तार
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पब्लिक ट्रांसपोर्ट में ईवी बसों की खरीदारी
इन कदमों का मकसद लोगों को ईवी अपनाने के लिए प्रेरित करना है।
गाड़ियों की कीमत पर मंत्री का बयान
सरनाइक ने माना कि आज की तारीख में Electric Vehicle महंगी हैं। लेकिन उन्होंने कहा कि सही मिसाल कायम करना और लोगों को प्रेरित करना ज्यादा जरूरी है। उनका मानना है कि कीमत से ज्यादा महत्व पर्यावरण और भविष्य का है।
पब्लिक ट्रांसपोर्ट में EV की तैयारी
मंत्री ने जानकारी दी कि महाराष्ट्र स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन ने लगभग 5,000 Electric Buses खरीदी हैं। साथ ही राज्य भर में Charging Stations का निर्माण किया जा रहा है। सरकार चाहती है कि निजी और सार्वजनिक, दोनों सेक्टर में EV तेजी से अपनाए जाएं।
Tesla Model Y की खासियतें
Tesla Model Y को भारत में पहली डिलीवरी के लिए चुना गया। यह एक Electric SUV है जो स्टाइल और टेक्नोलॉजी का बेहतरीन मिश्रण है।
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इसकी बैटरी एक बार चार्ज करने पर 480 से 540 किलोमीटर तक चलती है।
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इसमें Autopilot फीचर है जो ड्राइविंग को आसान बनाता है।
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बड़ा Touchscreen Display है जिससे कार के सभी फीचर्स कंट्रोल किए जा सकते हैं।
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Panoramic Glass Roof और Spacious इंटीरियर सफर को आरामदायक बनाते हैं।
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यह कार 5 और 7 सीटर वेरिएंट में उपलब्ध है।
भारत के ऑटोमोबाइल सेक्टर पर असर
Tesla का भारत में आना सिर्फ एक कारोबारी कदम नहीं है। यह भारतीय EV मार्केट के लिए Game Changer माना जा रहा है। टाटा मोटर्स और महिंद्रा पहले से EV में निवेश कर रहे हैं। अब Tesla की एंट्री से प्रतिस्पर्धा और तेज होगी।
राजनीतिक और पर्यावरणीय महत्व
Tesla खरीदने को लेकर सरनाइक ने इसे सिर्फ व्यक्तिगत निर्णय नहीं बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी बताया। उनका कहना है कि नेताओं को उदाहरण पेश करना चाहिए ताकि जनता जागरूक हो। पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने भी इस पहल को सराहा और इसे सही दिशा में बढ़ता कदम बताया।
भारत में EV की बढ़ती लोकप्रियता
हाल के वर्षों में भारत में Electric Vehicle की मांग तेजी से बढ़ी है। महंगे पेट्रोल-डीजल और प्रदूषण की समस्या इसकी बड़ी वजह हैं। सरकार भी सब्सिडी और टैक्स छूट देकर EV को बढ़ावा दे रही है। Tesla की एंट्री से इस ट्रेंड को और बल मिलेगा।
आने वाली चुनौतियां
हालांकि, Tesla को भारत में कुछ बड़ी चुनौतियों का सामना करना होगा। ऊंचे Import Duty की वजह से कीमतें ज्यादा हैं। लोकल मैन्युफैक्चरिंग शुरू करने में वक्त और निवेश लगेगा। साथ ही भारतीय ग्राहकों के लिए सस्ती EV मॉडल भी आकर्षक विकल्प बने हुए हैं।
भविष्य की दिशा
महाराष्ट्र लगातार खुद को Clean Transport में अग्रणी राज्य बनाने की कोशिश कर रहा है। Charging Infrastructure, पब्लिक ट्रांसपोर्ट और प्राइवेट वाहन सभी स्तर पर EV को बढ़ावा दिया जा रहा है। Tesla की पहली डिलीवरी इसी दिशा का हिस्सा है।
पोते के लिए खास तोहफ़ा
सरनाइक ने कहा कि वे Tesla Model Y अपने पोते को गिफ्ट करेंगे। उन्होंने इसे सिर्फ उपहार नहीं बल्कि शिक्षा बताया। उनका मानना है कि नई पीढ़ी को बचपन से ही पर्यावरण हितैषी सोच अपनानी होगी।
भारत में पहली Tesla डिलीवरी सिर्फ एक कारोबारी घटना नहीं, बल्कि नए दौर की शुरुआत है। महाराष्ट्र मंत्री प्रताप सरनाइक ने Tesla Model Y लेकर यह दिखाया कि नेतृत्व कैसे बदलाव का हिस्सा बन सकता है।
Tesla की यह एंट्री भारतीय EV मार्केट में बड़ा बदलाव ला सकती है। महाराष्ट्र की नीतियों और Tesla की तकनीक के साथ आने वाले वर्षों में भारत का परिवहन सेक्टर एक नए युग में प्रवेश कर सकता है।
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