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बिहार में दो सड़क हादसों में दो शिक्षकों की मौत, दरभंगा और मुजफ्फरपुर में हुआ दर्दनाक हादसा

Tragic road accident in Lucknow:

KKN गुरुग्राम डेस्क | बिहार में सड़क हादसों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा घटनाओं में राज्य के दो अलग-अलग जिलों — दरभंगा और मुजफ्फरपुर — में दो शिक्षकों की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। एक घटना दरभंगा जिले के बिरौल थाना क्षेत्र में हुई, जबकि दूसरी घटना मुजफ्फरपुर जिले के अहियापुर थाना क्षेत्र की है।

दोनों घटनाएं न केवल व्यक्तिगत रूप से दुखद हैं, बल्कि यह सड़क सुरक्षा और ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर भी गंभीर सवाल खड़े करती हैं।

पहली घटना: दरभंगा में शिक्षक की अज्ञात वाहन से कुचलकर मौत

घटना का विवरण:

घटना रविवार की सुबह दरभंगा जिले के बिरौल थाना क्षेत्र के सुपौल-बेनीपुर मुख्य मार्ग पर नवटोल महावीर मंदिर के पास हुई। एक अज्ञात वाहन ने बाइक सवार शिक्षक को पीछे से टक्कर मार दी, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई।

मृतक की पहचान:

  • नाम: रवींद्र यादव

  • उम्र: 29 वर्ष

  • निवासी: कसरौर गांव, थाना घनश्यामपुर, जिला दरभंगा

  • पेशा: प्लस टू उच्च विद्यालय, केवटी में शिक्षक (BPSC से चयनित)

रवींद्र यादव बाइक से बेनीपुर की ओर जा रहे थे, तभी उन्हें तेज गति से आ रहे अज्ञात वाहन ने कुचल दिया। आरोपी वाहन चालक मौके से फरार हो गया।

पुलिस कार्रवाई:

बिरौल थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए डीएमसीएच (Darbhanga Medical College and Hospital) भेज दिया है। साथ ही अज्ञात वाहन की तलाश शुरू कर दी गई है।

दूसरी घटना: मुजफ्फरपुर में महिला शिक्षिका की कार और बस की टक्कर में मौत

घटना का विवरण:

यह हादसा शनिवार की देर रात मुजफ्फरपुर के अहियापुर थाना क्षेत्र के भीखनपुर में हुआ। कार और बस के बीच जबरदस्त टक्कर में सीतामढ़ी निवासी शिक्षिका पूनम वर्मा की मौत हो गई और दो अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।

मृतक की पहचान:

  • नाम: पूनम वर्मा

  • पति: अरविंद श्रीवास्तव

  • निवासी: बथनाहा, जिला सीतामढ़ी

  • पेशा: शिक्षिका

घटना के समय पूनम वर्मा अपने पति के साथ पटना एयरपोर्ट से बेटे को छोड़कर लौट रही थीं, तभी भीखनपुर के पास उनकी टाटा टियागो कार के सामने से आ रही बस ने टक्कर मार दी।

इलाज और स्थिति:

तीनों घायलों को आनन-फानन में एसकेएमसीएच (Sri Krishna Medical College and Hospital), मुजफ्फरपुर ले जाया गया। जहां इलाज के दौरान पूनम वर्मा की मौत हो गई। उनके पति और कार चालक का इलाज चल रहा है।

पुलिस कार्रवाई:

अहियापुर थाना पुलिस ने बस को जब्त कर लिया है और आगे की जांच जारी है।

बढ़ती सड़क दुर्घटनाएं और सुरक्षा पर सवाल

इन दोनों घटनाओं ने एक बार फिर से बिहार में सड़क सुरक्षा की गंभीर स्थिति को उजागर कर दिया है। ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में:

  • तेज रफ्तार और ओवरटेकिंग

  • सड़क पर पर्याप्त रोशनी और संकेतकों की कमी

  • ट्रैफिक नियमों का पालन न होना

  • हेलमेट और सीट बेल्ट जैसे नियमों की अनदेखी

ये सभी कारण दुर्घटनाओं में बढ़ोतरी के मुख्य कारण माने जा रहे हैं।

पारिवारिक और सामाजिक प्रभाव

रवींद्र यादव: एक नव-नियुक्त शिक्षक थे, जिन्होंने हाल ही में BPSC से चयनित होकर केवटी विद्यालय में योगदान दिया था। उनके परिवार और गांव में शोक का माहौल है।

पूनम वर्मा: महिला सशक्तिकरण और बालिका शिक्षा के क्षेत्र में सक्रिय थीं। उनकी असामयिक मौत ने सीतामढ़ी में शिक्षा जगत को गहरा झटका दिया है।

कानूनी प्रावधान और मुआवजा

मोटर व्हीकल संशोधन अधिनियम, 2019 के अनुसार:

  • मृत्यु की स्थिति में ₹5 लाख तक का मुआवजा मिल सकता है

  • गंभीर रूप से घायल को ₹2.5 लाख तक की सहायता

  • यदि दुर्घटना लापरवाही या शराब पीकर गाड़ी चलाने के कारण हुई हो, तो आपराधिक मुकदमा भी दर्ज हो सकता है

विशेषज्ञों की सलाह और सुझाव

सड़क सुरक्षा विशेषज्ञों और पूर्व आईपीएस अधिकारियों का कहना है कि:

  • हाईवे और मुख्य सड़कों पर स्पीड कैमरा और सीसीटीवी अनिवार्य किया जाए

  • सभी बसों और वाणिज्यिक वाहनों में GPS ट्रैकिंग सिस्टम लगाया जाए

  • ग्रामीण सड़कों पर पर्याप्त रोशनी और संकेतक लगाए जाएं

  • ड्राइविंग लाइसेंस प्रक्रिया को सख्त बनाया जाए

  • स्कूलों और कॉलेजों में ट्रैफिक अवेयरनेस अभियान चलाए जाए

रवींद्र यादव और पूनम वर्मा जैसे समर्पित शिक्षकों की मौत ने न केवल उनके परिवारों को बल्कि पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया है। यह जरूरी हो गया है कि बिहार में सड़क सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए और ऐसे दर्दनाक हादसों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।

KKN Live इन दोनों दिवंगत शिक्षकों को श्रद्धांजलि अर्पित करता है और राज्य सरकार से मांग करता है कि दोषियों को जल्द सजा मिले और पीड़ित परिवारों को त्वरित न्याय और सहायता दी जाए।


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