हरियाणा के नूंह में एक्सप्रेसवे पर भीषण सड़क हादसा: 6 मजदूरों की मौत, 5 गंभीर रूप से घायल

Katihar Road Accident: 8 Dead, 2 Critically Injured as Wedding Scorpio Collides with Tractor in Bihar

KKN गुरुग्राम डेस्क | हरियाणा के नूंह जिले में एक भयानक सड़क हादसा हुआ है, जिसमें छह मजदूरों की जान चली गई और पांच अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा नूंह के एक्सप्रेसवे पर हुआ, जब ये मजदूर अपनी गाड़ी से उतरकर काम पर जा रहे थे। इस दुर्घटना ने न केवल स्थानीय समुदाय को झकझोर दिया, बल्कि पूरे राज्य में सड़क सुरक्षा के मुद्दे को भी उभार दिया है। इस लेख में हम नूंह में हुए इस सड़क हादसे की पूरी जानकारी देंगे और इस घटना के बाद सड़क सुरक्षा के महत्व पर भी चर्चा करेंगे।

नूंह एक्सप्रेसवे पर भयंकर सड़क हादसा

26 अप्रैल 2025 को नूंह के एक्सप्रेसवे पर एक तेज रफ्तार पिकअप गाड़ी ने एक कार को टक्कर मार दी, जिसके कारण छह मजदूरों की मौत हो गई और पांच अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा सुबह करीब 10:00 बजे हुआ, जब सभी मजदूर अपनी गाड़ी से उतरकर काम पर जा रहे थे। मृतक और घायल मजदूर खेड़ीकला गांव के निवासी थे और वे डीएमई (डिस्ट्रिक्ट मैजिस्ट्रेट एस्टेट) रोड की सफाई और पौधों को पानी देने का काम करते थे।

हादसे में मृतक और घायल मजदूर

इस हादसे में जो छह मजदूर मारे गए, उनमें पांच महिलाएं शामिल थीं। ये महिलाएं और अन्य मजदूर आमतौर पर सड़क निर्माण और रख-रखाव के कार्यों में शामिल होते हैं। उनका काम न केवल सड़क को साफ करना था, बल्कि सड़क किनारे के पौधों को भी पानी देना था। यह मजदूर समाज के लिए बेहद महत्वपूर्ण काम करते थे, और उनकी मौत से पूरे गांव में शोक का माहौल है।

घायलों को तुरंत जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है और उन्हें जीवन रक्षक उपचार दिया जा रहा है। अस्पताल प्रशासन ने कहा कि वे सभी घायल मजदूरों को सर्वोत्तम इलाज मुहैया करा रहे हैं।

हादसे के कारण और ड्राइवर की फरारी

हादसे के बारे में शुरुआती रिपोर्ट्स के अनुसार, पिकअप गाड़ी तेज गति से आ रही थी और उसने कार को टक्कर मार दी। टक्कर के बाद, पिकअप गाड़ी करीब आधे किलोमीटर तक घिसटती चली गई और एक एंगल से टकराकर पलट गई। हालांकि, ड्राइवर मौके से फरार हो गया। पुलिस ने बताया कि ड्राइवर की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है, लेकिन मामले की जांच जारी है।

यह हादसा इस बात को और अधिक स्पष्ट करता है कि एक्सप्रेसवे पर तेज रफ्तार से चलने वाले वाहन सड़क पर चलने वाले अन्य लोगों के लिए कितने खतरनाक हो सकते हैं। खासकर, जब मजदूरों जैसे कमजोर वर्ग को इन खतरनाक रास्तों पर काम करना पड़ता है।

पुलिस की कार्रवाई और जांच

स्थानीय पुलिस ने इस भयंकर हादसे की जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, हादसे में शामिल पिकअप गाड़ी को पकड़ने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं। पुलिस सीसीटीवी फुटेज और अन्य तकनीकी माध्यमों का सहारा लेकर ड्राइवर की तलाश कर रही है। दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए विस्तृत जांच की जा रही है, ताकि भविष्य में इस प्रकार के हादसों को रोका जा सके।

सड़क सुरक्षा पर चर्चा

यह हादसा एक बार फिर यह साबित करता है कि भारतीय सड़कों पर सुरक्षा मानकों का पालन करना कितना आवश्यक है। खासकर उन मजदूरों के लिए जो सड़क पर विभिन्न कामों में लगे रहते हैं, जैसे सड़क की सफाई और अन्य निर्माण कार्य। सरकार को चाहिए कि ऐसे मजदूरों के लिए सुरक्षा उपायों को सख्ती से लागू करे, ताकि वे सुरक्षित रूप से अपने काम को कर सकें।

सड़क सुरक्षा के लिए बेहतर नियम, जैसे रफ्तार सीमा का पालन, सुरक्षित कार्यक्षेत्र बनाने और ड्राइवरों के लिए कठोर नियमों की आवश्यकता है। इससे न केवल आम लोगों की सुरक्षा होगी, बल्कि सड़क पर काम करने वाले मजदूरों की जान भी सुरक्षित रहेगी।

किसी भी दुर्घटना के बाद तत्काल प्रतिक्रिया महत्वपूर्ण है

यह हादसा इस बात का उदाहरण है कि सड़क दुर्घटनाओं के बाद तत्काल कार्रवाई करना कितना महत्वपूर्ण है। घायलों को शीघ्र चिकित्सा सुविधा मुहैया कराना और मामले की त्वरित जांच शुरू करना सुनिश्चित करता है कि दोषियों को पकड़कर न्याय दिलवाया जाए। साथ ही, यह हादसा इस बात का भी संकेत देता है कि समय पर किए गए चिकित्सा उपाय और सख्त कानून दुर्घटनाओं के बाद जीवन बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

स्थानीय समुदाय और परिवारों का दुख

नूंह में हुए इस सड़क हादसे के बाद पूरे समुदाय में शोक का माहौल है। खेड़ीकला गांव के लोग अपने अपनों को खोने के बाद गहरे दुख में हैं। मृतकों के परिवारों को इस अप्रत्याशित घटना के बाद भारी मानसिक और आर्थिक नुकसान हुआ है। स्थानीय नेताओं और सामाजिक संगठनों ने मृतकों के परिवारों के लिए सहायता की अपील की है और उनकी मदद करने के लिए कदम उठाए हैं।

सरकारी प्रतिक्रिया और राहत उपाय

हरियाणा सरकार ने इस हादसे के बाद मृतकों के परिवारों को मुआवजा देने का ऐलान किया है। इसके साथ ही, घायलों को इलाज के लिए पूरी सहायता दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने इस घटना पर शोक व्यक्त किया है और यह भी कहा कि राज्य सरकार सड़क सुरक्षा के उपायों को सख्त करेगी ताकि भविष्य में इस प्रकार के हादसों से बचा जा सके।

साथ ही, सरकारी अधिकारियों ने यह भी आश्वासन दिया है कि इस हादसे से सीखी गई बातों के आधार पर आने वाले समय में सड़क सुरक्षा उपायों को और अधिक प्रभावी बनाया जाएगा।

हरियाणा के नूंह में हुए इस सड़क हादसे ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा की अहमियत को रेखांकित किया है। इस हादसे में मजदूरों की मृत्यु और गंभीर रूप से घायल होने से यह स्पष्ट होता है कि भारतीय सड़कों पर सुरक्षा मानकों का पालन करना कितना जरूरी है। सरकार, स्थानीय प्रशासन और समाज को मिलकर यह सुनिश्चित करना होगा कि सड़क पर काम करने वाले मजदूरों के लिए सुरक्षित वातावरण हो, ताकि भविष्य में इस तरह के हादसे न हों।

यह हादसा हमें यह भी याद दिलाता है कि सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करना न केवल हमारे लिए, बल्कि उन लोगों के लिए भी जरूरी है जो अपनी रोजी-रोटी के लिए सड़क पर काम करते हैं। हमें इस घटना से सीख लेकर सख्त कदम उठाने होंगे ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदी से बचा जा सके।


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