स्वच्छता के क्षेत्र मे मिसाल बनी रघई व घोसौत की महिलाए
खुले मे शौच जाने वालो का उतारती है बुखार, दिन भर मे कई छह तरीको से करती है हाथ धुलाई, निकालती है मशाल जूलुस,बच्चे भी करते है लोगो को प्रेरित
मीनापुर। मुजफ्फरपुर जिले के मीनापुर प्रखण्ड के रघई व घोसौत गांव की महिलाए स्वच्छता के क्षेत्र मे बहुत बड़ा नजीर पेश कर रही है। सोने से जागने तक उनका दिनचर्या स्वच्छता पर फोकस रहता है। रघई गांव की अधिकांश महिलाए जीविका से जुड़ चुकी है। यहां खुशी सीएलएफ से महिलाओ की बहुत बड़ी आबादी स्वच्छता पर काम कर रही है। रघई मे जीविका का 12 ग्राम संगठन है.140 स्वंय सहायता समूह से जुड़ी 1564 महिलाओ पर पुरे प्रखण्ड का नाज है। यहां पर पांच नम्बर वार्ड ओडीएफ घोषित हो चुका है। यहां घर घर मे शौचालय है। वार्ड नम्बर दस ओडीएफ के करीब पहुंच चुका है। किंतु शेष वार्ड मे भी अगर आप लोटा लेकर निकलते है तो आपकी खैर नही है। शारदा देवी,सुनिता देवी,संजू देवी,व कुंती देवी के साथ अन्य महिलाए भी चार बजे भोर से ही जग जाती है। खुले मे शौच करने वालो की खैर नही है यहां। लोटा लेकर निकलने वाले लोगो को महिलाऐ घेर लेती है। उनको उठक बैठक करवाया जाता है। दो सौ रूपये जुर्माने किये जाते है। जुर्माने के पैसे से गांव मे बीमार व लाचार को मदद किया जाता है। समाज मे रचनात्मक कार्य किया जाता है। खुले मे शौच करने वालो को भविष्य मे ऐसा ना करने की कसम दी जाती है। दुसरी ओर घोसौत गांव भी इनसे कही पीछे नही है। यहां भी सुनैना देवी,वीणा देवी,ममता देवी आदि महिलाए लोगो को सबक सीखाती है। घर के आसपास सालोभर स्वच्छता अभियान चलाती है। बालू के महंगाई के चलते महिलाओ ने खुद कुदाल थाम कर घर घर गढ्ढा खोदो अभियान चलाया। लोगो को खुले मे नही जाने की खुली चेतावनी है। अगर शौच कर भी दे तो उसको राख से ढक देती है। दिन भर मे कई बार छह तरीके से हाथ धुलाई कार्यक्रम होता है। गांव की महिलाए मशाल जूलुस भी निकालती है। यहां पढने वाले स्कूली बच्चे भी जागरूकता के लिए साइकिल रैली निकालते है। जीविका के बीपीएम सुधीर कुमार रॉय,क्षेत्रिय समन्वयक कौशल किशोर प्रसाद बताते है कि स्वच्छता के लिए मॉड्यूल सात किताब का प्रकाशन हो चुका है। स्वच्छता के लिए 155 सीएम लोगो मे जागरूकता फैला रहे है। यहां पर आठ जीविका ग्राम संगठन के 118 स्वय सहायता समूह कार्य कर रही है।