विवेक अग्निहोत्री की मोस्ट अवेटेड फिल्म The Bengal Files रिलीज़ से पहले ही विवादों में घिर गई है। 5 सितंबर 2025 को रिलीज़ होने वाली इस फिल्म को लेकर पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। खबर है कि राज्य के मल्टीप्लेक्स मालिकों ने राजनीतिक दबाव और धमकियों के चलते फिल्म को दिखाने से इनकार कर दिया है। इसी को लेकर फिल्म की प्रोड्यूसर और एक्ट्रेस पल्लवी जोशी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को एक ओपन लेटर लिखकर हस्तक्षेप की मांग की है।
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पल्लवी जोशी का राष्ट्रपति को ओपन लेटर
पल्लवी जोशी ने अपने पत्र में लिखा कि The Bengal Files “Files Trilogy” का आखिरी भाग है, जो डायरेक्ट एक्शन डे, नोआखाली हत्याकांड और पार्टिशन के दर्दनाक सच को सामने लाती है। उन्होंने कहा कि फिल्म पूरी होने से पहले ही मुख्यमंत्री ने इस पर तंज कसा था। उसके बाद से लगातार एफआईआर, ट्रेलर पर रोक और विज्ञापनों से दूरी जैसे कई अवरोध खड़े किए गए।
उन्होंने बताया कि उनके परिवार को रोजाना धमकियां मिल रही हैं और अब थिएटर मालिक भी डर के कारण फिल्म दिखाने से पीछे हट रहे हैं। पल्लवी ने इसे “अनऑफिशियल बैन” करार दिया और राष्ट्रपति से अपील की कि वे संविधान के तहत उनकी आज़ादी और कला की सुरक्षा करें।
लेटर के अहम अंश
पल्लवी ने अपने लेटर में लिखा कि वे कोई एहसान नहीं मांग रही हैं बल्कि कला और सच्चाई के लिए एक सुरक्षित माहौल चाहती हैं। उन्होंने कहा कि The Bengal Files मां भारती की आवाज़ है और इसे रोकने की कोशिश लोकतांत्रिक मूल्यों पर प्रहार है।
उन्होंने याद दिलाया कि पद्म भूषण विक्टर बनर्जी और कई बंगाली संगठन पहले ही फिल्म के समर्थन में सामने आए हैं। पल्लवी ने राष्ट्रपति को यह भी लिखा कि एक महिला के तौर पर जिन्होंने संघर्षों से गुजरते हुए सर्वोच्च संवैधानिक पद हासिल किया है, वे इस पीड़ा को समझ सकती हैं।
पब्लिक रिएक्शन: समर्थन और आलोचना दोनों
इस लेटर के बाद सोशल मीडिया पर लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं।
कुछ लोगों ने फिल्म को “प्रोपेगेंडा” कहकर आलोचना की और लिखा कि ऐसी फिल्में आम जनता को कोई फायदा नहीं देतीं। वहीं कुछ ने व्यंग्य करते हुए कहा कि “रोने से कुछ नहीं होगा, आपका ये एजेंडा अब नहीं चलेगा।”
दूसरी ओर, कई लोगों ने पल्लवी के साथ खड़े होकर कहा कि फिल्म को देखने से कोई रोक नहीं सकता। एक यूजर ने लिखा, “ममता बनर्जी कब तक हमें The Bengal Files देखने से रोक पाएंगी? आखिरकार हम इसे OTT पर भी देखेंगे।”
एक अन्य ने कहा कि पीड़ितों की कहानी को स्क्रीन पर दिखाना जरूरी है ताकि आने वाली पीढ़ियां इतिहास की क्रूर सच्चाई को समझ सकें।
कोलकाता में ट्रेलर लॉन्च पर विवाद
कुछ दिन पहले ही कोलकाता में फिल्म का ट्रेलर लॉन्च कार्यक्रम आयोजित हुआ था। लेकिन अचानक कोलकाता पुलिस ने स्क्रीनिंग रोक दी, जिससे विवाद और गहरा गया। यह कदम साफ तौर पर फिल्म की रिलीज़ को लेकर राज्य में बढ़ते तनाव को दर्शाता है।
The Bengal Files की स्टार कास्ट
विवेक अग्निहोत्री निर्देशित इस फिल्म में कई बड़े नाम शामिल हैं। इनमें मिथुन चक्रवर्ती, अनुपम खेर, दर्शन कुमार, सिमरत कौर, सास्वता चटर्जी, नमाशी चक्रवर्ती, राजेश खेरा, पुनीत इस्सर, प्रियांशु चटर्जी, दिब्येंदु भट्टाचार्य, सौरव दास और मोहन कपूर शामिल हैं।
इतनी बड़ी स्टार कास्ट के साथ बनाई गई यह फिल्म इतिहास के उन दर्दनाक पलों को सामने लाने की कोशिश करती है, जिनके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं।
The Bengal Files की रिलीज़ से पहले ही जिस तरह का विवाद खड़ा हुआ है, वह कला, राजनीति और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के टकराव को सामने लाता है। पल्लवी जोशी का राष्ट्रपति को लिखा पत्र सिर्फ एक फिल्म की अपील नहीं बल्कि कलाकारों के अधिकारों की लड़ाई भी है।
अब देखना यह होगा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू या सरकार इस मामले में कोई कदम उठाती है या नहीं। लेकिन इतना तय है कि विवाद ने फिल्म को और ज्यादा सुर्खियों में ला दिया है और दर्शकों के बीच इसकी उत्सुकता कई गुना बढ़ गई है।
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