बिहार का मौसम एक बार फिर चुनौतीपूर्ण दौर में पहुंच गया है। अगले तीन से चार दिनों तक राज्य के ज्यादातर जिलों में तेज धूप, तपिश और उमस भरी गर्मी लोगों की परेशानी बढ़ाएगी। मौसम विभाग ने नौ जिलों के लिए Yellow Alert जारी किया है। यहां हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है। हालांकि बाकी जिलों में शुष्क मौसम और चुभने वाली धूप से लोगों को राहत नहीं मिलेगी।
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पूर्वानुमान के अनुसार 21 अगस्त के बाद Bihar Monsoon एक बार फिर सक्रिय होगा और कई जिलों में बारिश होगी। तब तक लोगों को दिन और रात दोनों समय असुविधा झेलनी होगी।
लगातार बढ़ेगा तापमान और उमस
मौसम विभाग का कहना है कि अगले कुछ दिनों तक अधिकतम तापमान सामान्य से ऊपर रहेगा। पछुआ हवाएं दोपहर में गर्मी को और ज्यादा चुभन भरा बना देंगी। कई जगहों पर शुष्क वातावरण रहेगा तो कई हिस्सों में नमी बढ़ेगी, लेकिन ज्यादातर इलाकों में असुविधा ही देखने को मिलेगी।
राजधानी पटना में शनिवार को तेज धूप ने लोगों को घरों में कैद कर दिया। सड़कें सुनसान रहीं और बाजारों में भी भीड़ कम रही। सुपौल में थोड़े समय के लिए बादल जरूर दिखे, लेकिन बारिश नहीं हुई।
नौ जिलों में अलर्ट, बाकी में सूखा मौसम
मौसम विभाग ने राज्य के नौ जिलों में Yellow Alert जारी किया है। इन जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। बाकी 29 जिलों में शुष्क मौसम और तेज धूप का असर देखने को मिलेगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि उत्तर और मध्य बिहार में कमजोर हुई मानसून गतिविधि इस असमान स्थिति की वजह है। बंगाल की खाड़ी से नमी का प्रवाह कम होने के कारण व्यापक बारिश नहीं हो पा रही है। इससे कई जिलों में लोग दिन और रात दोनों समय असहनीय उमस का सामना कर रहे हैं।
रात में भी नहीं मिलेगी राहत
गर्मी और उमस का असर रात को भी कम नहीं होगा। मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि नमी का स्तर 60 से 70 प्रतिशत तक पहुंच सकता है।
आंशिक बादल छाने के बावजूद तापमान में खास गिरावट नहीं होगी। रातें भी बेचैन करने वाली रहेंगी। गांवों में जहां बिजली की आपूर्ति कमजोर रहती है वहां के लोगों के लिए स्थिति और गंभीर होगी।
21 अगस्त से बदलेगा मौसम का मिजाज
मौसम विभाग ने संकेत दिया है कि 21 अगस्त से बिहार का मौसम बदलेगा। Bihar Monsoon की ट्रफ रेखा दक्षिण की ओर खिसककर गया, नवादा, जमुई, लखीसराय, औरंगाबाद और रोहतास जैसे जिलों से होकर गुजरेगी।
इस बदलाव से इन जिलों में बारिश की गतिविधियां तेज होंगी। बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी एक बार फिर मजबूत होगी और बारिश की तीव्रता बढ़ाएगी। किसानों और कृषि कार्यों पर निर्भर लोगों को इससे राहत मिलेगी।
दक्षिण बिहार में भारी बारिश की संभावना
21 अगस्त से 27 अगस्त के बीच बिहार के कई हिस्सों में हल्की से भारी बारिश हो सकती है। खासकर दक्षिण बिहार के जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान है।
मौसम विभाग ने निचले इलाकों और नदी किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। अधिक बारिश से जलजमाव और नदियों का जलस्तर बढ़ सकता है, जिससे बाढ़ का खतरा भी उत्पन्न हो सकता है।
पटना में अभी जारी रहेगी तपिश
राजधानी पटना के लोगों को अगले तीन से चार दिन तपिश और उमस झेलनी होगी। आसमान साफ रहेगा और धूप तीखी होगी। नमी का स्तर करीब 70 प्रतिशत तक पहुंचने का अनुमान है।
बाजारों और सार्वजनिक स्थलों पर भीड़ कम हो रही है। लोग घर से बाहर निकलने से बच रहे हैं। हालांकि दिहाड़ी मजदूर और रेहड़ी-पटरी वाले लोग मजबूरी में इस कठिन मौसम में भी काम करने को विवश हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों को पर्याप्त पानी पीने, हल्के कपड़े पहनने और धूप से बचने की सलाह दी है।
कृषि और दैनिक जीवन पर असर
बरसात की कमी ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। धान, मक्का और दलहन जैसी फसलों को इस समय लगातार नमी की जरूरत होती है। समय पर बारिश न मिलने से पैदावार प्रभावित हो सकती है। किसान उम्मीद लगाए बैठे हैं कि 21 अगस्त के बाद होने वाली बारिश उनकी फसलों को बचा लेगी।
शहरी इलाकों में बिजली की खपत तेज़ी से बढ़ गई है। एयरकंडीशनर, कूलर और पंखों के अधिक इस्तेमाल से बिजली व्यवस्था पर दबाव है। कई जगहों पर लंबे समय तक बिजली कटौती भी हो रही है। पानी की किल्लत भी सामने आ रही है क्योंकि गर्मी से ट्यूबवेल और हैंडपंप सूखने लगे हैं।
स्वास्थ्य पर बढ़ता खतरा
तेज गर्मी और उमस ने लोगों के स्वास्थ्य पर भी असर डालना शुरू कर दिया है। अस्पतालों और क्लीनिकों में डिहाइड्रेशन, हीटस्ट्रोक और स्किन इंफेक्शन के मामले बढ़ रहे हैं।
डॉक्टरों का कहना है कि लोगों को ज्यादा पानी पीना चाहिए, फल और तरल पदार्थ लेना चाहिए और धूप में ज्यादा देर तक रहने से बचना चाहिए। बुजुर्ग, बच्चे और बीमार लोग सबसे ज्यादा संवेदनशील हैं। सरकार ने ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य केंद्रों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।
आने वाली बारिश से उम्मीदें
21 अगस्त के बाद शुरू होने वाली बारिश से लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी। किसानों को भी फसलों को बचाने का अवसर मिलेगा। हालांकि भारी बारिश की संभावना के चलते बाढ़ की स्थिति से निपटने की तैयारी भी जरूरी है।
प्रशासन ने दक्षिणी जिलों में संभावित जलजमाव और बाढ़ की आशंका को देखते हुए सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। आपदा प्रबंधन दल और स्थानीय प्रशासन को अलर्ट कर दिया गया है।
बिहार फिलहाल तेज धूप और उमस के दौर से गुजर रहा है। अगले तीन से चार दिन राज्य के ज्यादातर जिलों में लोग गर्मी और बेचैनी का सामना करेंगे। नौ जिलों में हल्की बारिश की संभावना है, लेकिन व्यापक राहत केवल 21 अगस्त के बाद मिलेगी।
Bihar Weather Today का यह पूर्वानुमान बताता है कि मानसून की वापसी राज्य के लिए बेहद जरूरी है। यह न केवल तापमान कम करेगा बल्कि कृषि को भी संजीवनी देगा। तब तक लोगों को सावधानी बरतनी होगी और इस तपती गर्मी से बचाव के उपाय अपनाने होंगे।
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