मंगलवार, जुलाई 1, 2025
होमEducation & Jobsखुशी शेखावत की सफलता की कहानी: पिता की अनुशासन और मां के...

खुशी शेखावत की सफलता की कहानी: पिता की अनुशासन और मां के समर्थन ने बदली किस्मत

Published on

spot_img
Follow Us : Google News WhatsApp

KKN गुरुग्राम डेस्क | राजस्थान के सीकर जिले की बेटी खुशी शेखावत ने यह साबित कर दिया है कि अगर संकल्प मजबूत हो और मार्गदर्शन सच्चा हो, तो कोई भी मंज़िल दूर नहीं होती। मूल रूप से लक्ष्मणगढ़ तहसील के ढोलास गांव की रहने वाली खुशी आज सीकर के धोद रोड पर अपने परिवार के साथ रहती हैं।

अपनी हालिया उपलब्धि (यदि यह परीक्षा में टॉप रैंक या किसी बड़ी प्रतियोगिता में चयन है — उस अनुसार विस्तार किया जा सकता है) पर बात करते हुए खुशी ने पूरे आत्मविश्वास के साथ कहा कि इस सफलता का श्रेय वह अपने माता-पिता और गुरुओं को देती हैं। उनके सहयोग, विश्वास और मार्गदर्शन के बिना यह संभव नहीं था।

 परिवार की भूमिका: अनुशासन और स्नेह का संपूर्ण मेल

खुशी एक साधारण लेकिन अनुशासित परिवार से आती हैं। उनके पिता दिलीप सिंह शेखावत, भारतीय सेना से सेवानिवृत्त हैं और माँ संजू कंवर एक गृहिणी हैं। पिता की सख्ती और मां की ममता ने मिलकर खुशी को वह आधार दिया, जिसकी जरूरत एक छात्रा को अपने सपनों को साकार करने में होती है।

“मेरे पिता ने अनुशासन सिखाया और मां ने कभी हार ना मानने की प्रेरणा दी,” – खुशी।

उनके पिता का सैनिक जीवन का अनुभव, समय के प्रबंधन, मेहनत और आत्म-नियंत्रण का प्रभाव खुशी की दिनचर्या में साफ झलकता है। वहीं, मां ने घर की जिम्मेदारियों के बीच बेटी की पढ़ाई और मानसिक स्वास्थ्य का हमेशा ध्यान रखा।

 शिक्षा और परिश्रम: सफलता के पीछे की मेहनत

खुशी की प्रारंभिक शिक्षा सीकर के एक स्थानीय स्कूल में हुई। सीमित संसाधनों के बावजूद उन्होंने पढ़ाई में कभी समझौता नहीं किया। उनके गुरुजनों ने बताया कि खुशी शुरू से ही एक मेहनती, अनुशासित और जिज्ञासु छात्रा रहीं हैं।

शैक्षणिक विशेषताएं:

  • कक्षा में हमेशा टॉपर रही हैं।

  • विज्ञान और सामाजिक अध्ययन में विशेष रुचि।

  • वाद-विवाद, प्रश्नोत्तरी और विज्ञान ओलंपियाड जैसी प्रतियोगिताओं में भागीदारी।

  • सुबह जल्दी उठकर पढ़ाई, समयबद्ध अभ्यास और स्वयं-अध्ययन की आदत।

यदि उन्होंने किसी प्रमुख परीक्षा जैसे NEET, UPSC, NTSE या राज्य बोर्ड टॉप किया हो, तो उनके अध्ययन और योजना की गहराई और ज्यादा विस्तृत की जा सकती है।

 गुरुओं का मार्गदर्शन: नींव को मजबूत करने वाली ताकत

खुशी के जीवन में शिक्षकों और मेंटर्स की भूमिका भी अत्यंत महत्वपूर्ण रही है। जब परिवार सीमित संसाधनों में संघर्ष कर रहा था, तब स्कूल और कोचिंग संस्थानों के शिक्षकों ने आगे आकर उन्हें आवश्यक सहयोग दिया।

“जब खुद पर विश्वास कम हो गया था, तब मेरे गुरुजनों ने मुझे उठाया,” – खुशी।

अतिरिक्त क्लासेज, मनोबल बढ़ाने वाली बातें और समय पर मार्गदर्शन — इन सभी ने मिलकर खुशी के आत्मविश्वास को बनाए रखा।

 संघर्ष: सीमित संसाधनों के बावजूद बड़ी सोच

खुशी के परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत सशक्त नहीं थी। पिता की पेंशन और मां की गृहस्थी की सीमाओं के बीच उन्हें अपनी पढ़ाई के लिए किताबें, कोचिंग फीस और परीक्षा की तैयारियों में मुश्किलें आईं। लेकिन कभी इन समस्याओं को उन्होंने अपने आत्मबल पर हावी नहीं होने दिया।

वह बताती हैं कि उनके माता-पिता ने कभी भी यह महसूस नहीं होने दिया कि घर में तंगी है। यह ही उनकी सबसे बड़ी प्रेरणा रही।

 सामाजिक दबाव और बदलाव की शुरुआत

एक ग्रामीण परिवेश में लड़की का पढ़ाई करना और अपने सपनों को खुलकर व्यक्त करना हमेशा आसान नहीं होता। शादी को शिक्षा से पहले महत्व देना, लड़कियों की सीमित स्वतंत्रता — ये सब खुशी के सामने भी थे। लेकिन उन्होंने हर रूढ़िवादी सोच को पीछे छोड़ कर खुद को सिद्ध किया।

आज वह न केवल अपने लिए बल्कि अपने गांव और आसपास की लड़कियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन चुकी हैं।

 खुशी का संदेश: सपनों के लिए लड़ो, चाहे कुछ भी हो

खुशी का मानना है कि सपनों को पाने के लिए संसाधनों की नहीं, बल्कि संकल्प और समर्थन की जरूरत होती है। वे अपने जैसी दूसरी लड़कियों को यह संदेश देना चाहती हैं:

“अपने सपनों को छोटा मत समझो। जहां से तुम आती हो, वह तुम्हारी पहचान है, लेकिन तुम्हारा लक्ष्य कहीं बहुत ऊपर है।”

भविष्य की योजनाएं: समाज को लौटाना चाहती हैं

खुशी अब केवल अपनी उपलब्धियों तक सीमित नहीं रहना चाहतीं। वह चाहती हैं कि उनके जैसे और भी छात्राओं को अवसर मिले। इसके लिए वे भविष्य में फ्री कोचिंग, मोटिवेशनल सेशन और करियर काउंसलिंग शुरू करने की योजना बना रही हैं।

उनका मानना है कि अगर समाज से मिला कुछ अच्छा, तो उसे समाज को वापस लौटाना भी ज़रूरी है।

खुशी शेखावत की कहानी केवल एक लड़की की उपलब्धि नहीं है, यह उस बदलते भारत की तस्वीर है जहां बेटियां अब सिर्फ सपने नहीं देखतीं, बल्कि उन्हें पूरा भी करती हैं। सीकर जैसे क्षेत्र से आकर यह मुकाम पाना अपने आप में मिसाल है।

KKNLive इस बात में विश्वास करता है कि सच्ची कहानियां ही सबसे बड़ा परिवर्तन लाती हैं। खुशी की कहानी प्रेरणा है हर उस घर के लिए, जहां बेटियां पंख फैलाना चाहती हैं।


Discover more from

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Latest articles

Ramayana: रणबीर कपूर और साई पल्लवी की ‘रामायण’ का टीज़र होगा 3 मिनट लंबा

रणबीर कपूर और साई पल्लवी स्टारर बहुप्रतीक्षित पौराणिक फिल्म 'रामायण' को लेकर फैंस के...

National Doctors Day 2025: जानें डॉक्टर्स डे की थीम, इतिहास और डॉक्टरों के मानसिक स्वास्थ्य पर इसका महत्व

हर वर्ष 1 जुलाई को भारत में नेशनल डॉक्टर्स डे यानी राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस...

गुम है किसी के प्यार में होने जा रहा है ऑफ एयर, हितेश भारद्वाज बोले- ‘गुम कभी गुम नहीं होगा’

स्टार प्लस का पॉपुलर टीवी शो गुम है किसी के प्यार में अब अपने...

कपिल शर्मा को गौतम गंभीर ने उनके ही शो में किया ट्रोल, ‘द ग्रेट इंडियन कपिल शो सीजन 3’

भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज़ और मौजूदा भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच गौतम...

More like this

बिहार में शिक्षकों के लिए खुशखबरी: अब स्वयं कर सकेंगे ट्रांसफर, जानें ई-शिक्षाकोष पोर्टल से आवेदन कैसे करें

बिहार में शिक्षा विभाग ने शिक्षकों के लिए एक ऐतिहासिक कदम उठाया है, जिससे...

बिहार के मंत्री अशोक चौधरी बने प्रोफेसर, अब कॉलेज में पढ़ाएंगे राजनीति शास्त्र

बिहार के वरिष्ठ नेता और राज्य के ग्रामीण कार्य मंत्री डॉ. अशोक चौधरी अब शिक्षा के क्षेत्र में...

बिहार में गर्मी छुट्टियों के बाद स्कूल फिर हर्षोल्लास के साथ खुले; 23 जून से ‘स्वागत सप्ताह’ का शुभारंभ

KKN गुरुग्राम डेस्क | बिहार में सरकारी प्राथमिक और उच्च प्राथमिक (कक्षा 1–8) स्कूलों...

शिक्षक भर्ती 2025: BPSC ने जारी किया बड़ा नोटिफिकेशन, विशेष विद्यालयों में 7279 पदों पर बहाली

KKN गुरुग्राम डेस्क | बिहार में शिक्षक बनने की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के...

बिहार के 81 हजार सरकारी स्कूलों में मिलेगा टैबलेट, शिक्षकों को दी जाएगी डिजिटल ट्रेनिंग

KKN गुरुग्राम डेस्क | बिहार सरकार ने राज्य की शिक्षा व्यवस्था को आधुनिक और...

बिहार के सरकारी मिडिल स्कूलों में शुरू होगी कंप्यूटर क्लास

KKN गुरुग्राम डेस्क | बिहार सरकार ने राज्य की शिक्षा प्रणाली को डिजिटल रूप...

NEET UG 2025: बिहार की मुस्कान आनंद बनीं राज्य टॉपर, हासिल की ऑल इंडिया रैंक 112

KKN गुरुग्राम डेस्क | NEET UG 2025 का इंतजार कर रहे लाखों मेडिकल उम्मीदवारों के...

NEET UG 2025 टॉपर लिस्ट जारी: महेश कुमार ने हासिल की AIR 1 रैंक

KKN गुरुग्राम डेस्क |  नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने 14 जून 2025 को NEET...

बिहार पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा 2025: 16 जुलाई से 6 चरणों में होगी परीक्षा

KKN गुरुग्राम डेस्क |  बिहार सरकार के अंतर्गत केंद्रीय चयन परिषद (सिपाही भर्ती) यानी...

जयपुर में दर्दनाक सड़क हादसा: शादी के कुछ घंटों बाद दुल्हन की मौत, दूल्हा गंभीर रूप से घायल

KKN गुरुग्राम डेस्क | राजस्थान के जयपुर जिले में एक दिल दहला देने वाली...

SSC CGL भर्ती 2025: 14,582 पदों के लिए अभी आवेदन करें

KKN गुरुग्राम डेस्क | कर्मचारी चयन आयोग (SSC) ने SSC CGL 2025 भर्ती अधिसूचना...

एसएससी सीजीएल 2025: आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज़ों की पूरी सूची और महत्वपूर्ण जानकारी

KKN गुरुग्राम डेस्क | कर्मचारी चयन आयोग (SSC) ने कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल (CGL) 2025...

आईआईटी कानपुर बीटेक प्रवेश 2025

KKN गुरुग्राम डेस्क | भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर (IIT Kanpur) भारत के शीर्ष इंजीनियरिंग...

प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को मिलेगा 5000 की मुफ्त स्टडी किट

KKN गुरुग्राम डेस्क | अगर आप प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं लेकिन महंगे...

तबादला नहीं चाहते शिक्षक तो अब खुद कर सकते हैं आवेदन रद्द

KKN गुरुग्राम  डेस्क | बिहार के लाखों स्कूली शिक्षकों के लिए एक राहत की...
Install App Google News WhatsApp