KKN गुरुग्राम डेस्क | आईआईटी बाबा के नाम से प्रसिद्ध अभय सिंह हाल ही में एक वायरल वीडियो को लेकर चर्चा में हैं। इस वीडियो में उन्होंने प्रेमानंद जी महाराज और सद्गुरु के बारे में कुछ बारीकी से विचार साझा किए हैं। उनका यह बयान सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो गया है और लोग इसे लेकर अपनी राय देने में जुट गए हैं।
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IIT बाबा का बयान और सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
आईआईटी बाबा, जिनका असली नाम अभय सिंह है, पहले भी अपनी बेबाक टिप्पणियों के लिए सुर्खियों में रहे हैं। इस बार उन्होंने प्रेमानंद जी महाराज और सद्गुरु के बीच के संबंधों पर अपने विचार व्यक्त किए। वीडियो में उन्होंने कहा, “प्रेमानंद जी की बातें सुनकर मन एकदम शांत हो जाता है।” उनका यह बयान लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है, क्योंकि प्रेमानंद जी को हमेशा अपने सकारात्मक और शांति देने वाले विचारों के लिए जाना जाता है।
एक अन्य वायरल वीडियो में, अभय सिंह ने बताया कि वे एक बार वृंदावन गए थे ताकि वे प्रेमानंद जी से मिल सकें, लेकिन उनकी मुलाकात नहीं हो पाई। उन्होंने कहा, “मैं दो दिन तक वृंदावन में रुका था, लेकिन मुझे यह जानकारी मिली कि प्रेमानंद जी से मिलने के लिए पहले नंबर लगाना पड़ता है, और एक लंबी लाइन में लगकर इंतजार करना पड़ता है।” इस बयान ने लोगों के मन में सवाल उठाए कि क्या यह तरीके सही हैं, और क्या आम लोग भी इस तरह के गुरुओं से आसानी से मिल पाते हैं?
प्रेमानंद जी और सद्गुरु पर IIT बाबा की राय
आईआईटी बाबा ने अपने एक और वायरल वीडियो में प्रेमानंद जी महाराज को सिद्ध भक्तयोगी (Siddh Bhakt Yogi) बताते हुए कहा कि “प्रेमानंद जी जो बातें कहते हैं, वही बातें सद्गुरु भी कहते हैं। तो दोनों में अलग क्या है?” उनका मानना है कि यदि दोनों ने समान बातें कहीं हैं, तो कैसे ये दो अलग-अलग हो सकते हैं?
उन्होंने आगे कहा, “अगर इन दोनों को एक साथ बैठाकर बातचीत करवाई जाए, तो यह लोगों पर बहुत प्रभाव डालेगा। साथ ही, लोगों को एक अद्भुत ज्ञान प्राप्त होगा, क्योंकि उनका संवाद बहुत ज्ञानपूर्ण होगा।” IIT बाबा ने इस विचार को बढ़ावा दिया कि ऐसे बड़े गुरुओं के बीच संवाद से उनके अनुयायियों को और भी गहरा ज्ञान मिल सकता है।
IIT बाबा की गिरफ्तारी और बाद में सफाई
IIT बाबा के लिए एक और विवाद सामने आया था, जब उन्हें हाल ही में जयपुर में पुलिस ने हिरासत में लिया। उन पर मारीजुआना (गांजा) की थोड़ी मात्रा रखने का आरोप था। इस घटना के बाद, उनके समर्थकों और आलोचकों के बीच काफी बहस हुई। लेकिन अभय सिंह ने जल्दी ही अपने इंस्टाग्राम स्टोरी पर इस मुद्दे को सुलझा लिया। उन्होंने बताया कि अब यह सब ठीक हो गया है और उनका धन्यवाद किया उन सभी लोगों का जिन्होंने इस दौरान उनका समर्थन किया।
यह घटना उनके लिए एक कठिन दौर रही, लेकिन उनके समर्थकों ने उन्हें फिर से समर्थन दिया, और वह इस विवाद से उबरने में सफल रहे।
IIT बाबा: एक विवादास्पद और अनोखा व्यक्तित्व
आईआईटी बाबा के बारे में बात करें तो उनका व्यक्तित्व बहुत ही असामान्य है। एक तरफ उनकी विद्वत्ता और ज्ञान को सराहा जाता है, वहीं दूसरी तरफ उनकी टिप्पणियों और अंदाज को लेकर हमेशा विवाद भी खड़े होते रहते हैं। वह सोशल मीडिया के जरिए अपनी राय रखते हैं, और इसके कारण वह हमेशा चर्चा में बने रहते हैं।
अभय सिंह, जिन्हें IIT बाबा के नाम से जाना जाता है, ने अपने जीवन में आधुनिक शिक्षा और प्राचीन योग-विद्या को एक साथ जोड़ने की कोशिश की है। वह हमेशा यह कहते हैं कि सही मार्ग पर चलने के लिए दोनों का संतुलन जरूरी है।
सोशल मीडिया पर आईआईटी बाबा के विचारों का प्रभाव
IIT बाबा के विचारों का प्रभाव खासकर युवा वर्ग पर देखने को मिलता है। वह सोशल मीडिया पर बहुत सक्रिय रहते हैं और वहां अपने विचारों और अनुभवों को साझा करते रहते हैं। यही कारण है कि उनकी वीडियो और स्टोरीज तेजी से वायरल हो जाती हैं। अब उनके द्वारा कही गई बातें सिर्फ उनके अनुयायियों तक ही सीमित नहीं रहतीं, बल्कि ये अन्य लोगों तक भी पहुँचती हैं।
उनकी बातें अक्सर युवाओं को अपनी आंतरिक शक्ति और मानसिक शांति को खोजने के लिए प्रेरित करती हैं। लेकिन जब वह किसी बड़े गुरू जैसे प्रेमानंद जी या सद्गुरु के बारे में खुलकर बोलते हैं, तो वह आलोचनाओं का भी सामना करते हैं। उनके विचारों पर प्रतिक्रियाएँ मिलती रहती हैं, और लोग उनके दृष्टिकोण के बारे में चर्चा करते हैं।
क्या IIT बाबा का बयान सही था?
IIT बाबा का बयान कई लोगों को प्रेरित करता है, लेकिन कुछ लोगों का यह मानना है कि ऐसे व्यक्तिगत विचारों से विवाद बढ़ सकता है। खासकर जब वह दो बड़े गुरुओं के बारे में अपनी राय साझा करते हैं। हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य दोनों के बीच तुलना करना नहीं था, बल्कि यह था कि उनके समान विचारों को समझा जाए।
कुछ लोग मानते हैं कि दोनों गुरूओं के बीच संवाद से समाज में एक गहरी समझ पैदा हो सकती है। वहीं, दूसरों का कहना है कि ऐसे बयान देने से फॉलोअर्स के बीच भिन्नताएं और विवाद पैदा हो सकते हैं, जो कि शांति के माहौल को तोड़ सकते हैं।
IIT बाबा का भविष्य और उनकी आगे की योजना
यह कहना मुश्किल है कि IIT बाबा का भविष्य किस दिशा में जाएगा, क्योंकि वह हर समय नए विवादों और चर्चाओं का हिस्सा बनते रहते हैं। हालांकि, उनके अनुयायी उन्हें हमेशा एक बेबाक और सच्चे मार्गदर्शक के रूप में मानते हैं। उनका मानना है कि जो भी वह बोलते हैं, वह समाज के भले के लिए ही होता है।
आखिरकार, यह कहना उचित होगा कि IIT बाबा की कहानी एक नई पीढ़ी के जीवन में एक नायक के रूप में उभरती जा रही है। चाहे वह उनके विचार हों या उनकी अद्वितीय जीवनशैली, वह हमेशा युवा वर्ग को प्रेरित करने का काम करते हैं। उनके विचारों का प्रभाव आने वाले समय में और भी ज्यादा महसूस किया जाएगा, जब और भी लोग उनके विचारों से जुड़ेंगे और समाज के विभिन्न मुद्दों पर अपनी राय बनाएंगे।
आईआईटी बाबा का प्रेमानंद जी और सद्गुरु के बारे में बयान एक नई बहस का हिस्सा बन गया है। इससे न केवल समाज में विचारों का आदान-प्रदान होगा, बल्कि यह सवाल भी खड़ा करता है कि क्या आध्यात्मिक गुरुओं के बीच संवाद से एक नई दिशा मिल सकती है। IIT बाबा ने इस मुद्दे को उठाकर यह सिद्ध कर दिया कि वह केवल एक साधारण व्यक्ति नहीं हैं, बल्कि समाज के बड़े मुद्दों पर खुलकर विचार करने वाले व्यक्ति हैं।
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