सच को झुठलाते है धरातल पर लगे बोर्ड
संजय कुमार सिंह
मुजफ्फरपुर। जिला के महंथ मनियारी गांव, जो एन एच 28 व महुआ हाजीपुर मार्ग से जुड़ी हुइ है। हाल ही मे दोनो मार्ग का चौड़ीकरण की गई है। जबकि, ब्रांच सड़क का भी जिर्णोद्धार कराई गई है, जो कि आरडब्लूडी के द्वारा महंथ मनियारी अस्पताल चौक से एन एच 28 शिवालक चौक होते हुए सिलौत स्टेशन सड़क पहुँचती है।
विभाग के द्वारा जो बोर्ड अलग – अलग लगाई गई है, वो लोगों को हैरत मे डाल दिया है। आरडब्लूडी का एक बोर्ड मनियारी अस्पताल चौक पर लगी है। उसमे 57 लाख की योजना बताई जा रही है और कार्य प्रारंभ कि तिथि 18-04-2015 लिखी गईं है। जबकि समाप्ति की तिथि 17-04-2015 लिखी है। हैरत तो तब हुई जब कार्य आरंभ होने से एक रोज पहले ही समाप्त हो गया।
जबकि संच्चाई ये है कि 2016 के अंतिम व 2017 के शुरुआत में निर्माण सम्पन्न हुई है । विभाग के बोर्ड पर दस लाख की राशि रख रखाव के लिए पांच वर्षों के लिए लिखा गया है। जबकि संच्चाई को छुपाकर दो वर्ष पहले ही कार्य सम्पूर्ण बताई जा रही है। और तो और उसे मारीपुर गुमटी तक ले जाने की बात लिखी गई है। किन्तु संच्चाई कुछ और बयां कर रहा है। स्टेशन परिसर मे आधा किमी तक कोई नया कार्य नही हुआ है। आज भी सिलौत स्टेशन जाने वाले लोगों के लिए समस्या ज्यों कि त्यों बनी हुई है। इधर कार्यपालक अभियंता बीके राय ने इसे मानवीय चूक बता कर अपना पल्ला झाड़ लिया है। साथ ही स्टेशन परिसर पर कार्य नही होने की बात पर सफाई देते हुए कहा की रेलवे से नो डियूज नही मिलने से कार्य नही हो सका है।
वही दुसरी चौकाने वाली बात मनियारी महुआ मार्ग की है, जो पीडब्लूडी विभाग के अधीन है। उसमे जगह – जगह दूरी व स्थान का बोर्ड लगाया जा रहा है। महंथ मनियारी चौक पर एक बड़ी बोर्ड लगाई गई है। उसमे मनियारी से महुआ की दुरी 32 किमी तथा मुजफ्फरपुर की दुरी 33 किमी बताई जा रही है जो क्षेत्रों मे कौतुहल का विषय बन गया है। साथ ही काजी इंडा चौक को एक किमी का फासले बता कर मुजफ्फरपुर को 32 किमी दूर बताया जा रहा है । जबकि, संच्चाई ये है कि मनियारी से मुजफ्फरपुर की दूरी 15 किमी भी नही है। जब पीडब्लूडी के कार्यपालक अभियंता इमरान अख्तर से पुछी गई तो उन्होंने बताया की मैं भी बोर्ड को पढ़ा हूं, यह भूल वश लिखा गया है, जल्द ही इसमें सुधार कर लिया जायेगा।
कुढ़नी विधायक केदार प्रसाद गुप्ता ने स्टेशन रोड की गुणवत्ता पर सवाल किया है की इसमे मानक के अनुरूप कार्य नही कराए गये है। इसकी जांच की मांग करूंगा। बोर्ड पर गलत सूचना लिखा जाना यह अपने आप में ही सवाल खड़ा कर देता है।