KKN गुरुग्राम डेस्क | कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद राहुल गांधी 5 फरवरी 2025 को बिहार दौरे पर आ रहे हैं। यह दौरा लोकसभा चुनाव 2024 के बाद उनका बिहार का दूसरा दौरा होगा। इस बात की पुष्टि बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने की है। राहुल गांधी का यह दौरा राजनीतिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर कांग्रेस अपनी तैयारियों को धार देने में जुटी हुई है।
पटना में राहुल गांधी के स्वागत की भव्य तैयारियां
राहुल गांधी के आगमन को लेकर बिहार कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पटना की सड़कों को राहुल गांधी, सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के पोस्टरों से सजाने की योजना बनाई है। पूरे पटना शहर को कांग्रेस के प्रचार सामग्रियों से सजाया जाएगा, जिससे राहुल गांधी के आगमन को लेकर भव्य माहौल तैयार किया जा सके।
जगलाल चौधरी जयंती कार्यक्रम में होंगे शामिल
बिहार कांग्रेस इकाई 5 फरवरी को पटना के बापू सभागार में स्वतंत्रता सेनानी और समाज सुधारक जगलाल चौधरी की जयंती के अवसर पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन कर रही है। राहुल गांधी इस विशेष कार्यक्रम में शामिल होंगे और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। इस कार्यक्रम में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, बिहार कांग्रेस के सभी विधायक और हजारों पार्टी कार्यकर्ताओं के शामिल होने की संभावना है।
विधानसभा चुनाव पर होगी अहम बैठक
राहुल गांधी के इस दौरे के दौरान कांग्रेस नेताओं के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक भी होगी, जिसमें बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों पर चर्चा की जाएगी। इस बैठक में चुनावी रणनीति, सीट बंटवारे, संगठन को मजबूत करने और जनता के बीच कांग्रेस की पकड़ बढ़ाने पर चर्चा होगी।
कांग्रेस बिहार में अपनी राजनीतिक स्थिति को मजबूत करना चाहती है, और इसीलिए राहुल गांधी का यह दौरा कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए मनोबल बढ़ाने वाला साबित होगा।
राजद सुप्रीमो लालू यादव और तेजस्वी यादव से मुलाकात की संभावना
राहुल गांधी के इस दौरे के दौरान वे राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के प्रमुख लालू प्रसाद यादव और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से भी मुलाकात कर सकते हैं।
चूंकि कांग्रेस और आरजेडी महागठबंधन के प्रमुख घटक दल हैं, ऐसे में राहुल गांधी और लालू यादव की बैठक विधानसभा चुनाव की रणनीति और सीटों के बंटवारे को लेकर काफी अहम मानी जा रही है।
महागठबंधन को मजबूत करने पर होगी चर्चा
महागठबंधन के तहत कांग्रेस और आरजेडी को मिलकर बीजेपी-जेडीयू गठबंधन का मुकाबला करना है। राहुल गांधी की यह मुलाकात बिहार में विपक्ष को एकजुट रखने और चुनावी अभियान को धार देने के लिए महत्वपूर्ण होगी।
- सीटों के बंटवारे पर होगा मंथन
- चुनावी प्रचार की रणनीति तैयार होगी
- संयुक्त जनसभाओं और प्रचार अभियानों पर चर्चा होगी
राहुल गांधी की इस यात्रा का उद्देश्य महागठबंधन को और अधिक सशक्त बनाना और आगामी चुनावों में बीजेपी-जेडीयू गठबंधन को कड़ी चुनौती देना है।
राहुल गांधी के बिहार दौरे के प्रमुख मुद्दे
राहुल गांधी का यह दौरा कई अहम राजनीतिक मुद्दों पर केंद्रित होगा। बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस का मुख्य फोकस निम्नलिखित बिंदुओं पर रहेगा:
1. कांग्रेस की चुनावी रणनीति को मजबूत करना
- विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को कैसे मजबूत किया जाए?
- पार्टी संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करने की योजना।
- महागठबंधन के अन्य दलों के साथ तालमेल बैठाने की रणनीति।
2. जनता के बीच कांग्रेस की पकड़ मजबूत करना
- युवा, किसान और मजदूर वर्ग को कांग्रेस से जोड़ने पर जोर।
- बेरोजगारी, महंगाई और कृषि सुधार जैसे मुद्दों पर जनता से संवाद।
- ग्रामीण इलाकों में कांग्रेस की उपस्थिति बढ़ाने पर विशेष फोकस।
3. आरजेडी और अन्य सहयोगी दलों के साथ गठबंधन को मजबूती देना
- राहुल गांधी लालू यादव और तेजस्वी यादव से सीट बंटवारे पर चर्चा करेंगे।
- संयुक्त चुनावी सभाओं और प्रचार अभियानों की रणनीति बनाई जाएगी।
- गठबंधन को जनता के बीच और प्रभावी बनाने की कोशिश।
4. बीजेपी-जेडीयू गठबंधन के खिलाफ चुनावी माहौल बनाना
- बीजेपी और जेडीयू की नीतियों की आलोचना कर विपक्ष को एकजुट करना।
- मोदी सरकार की नीतियों, बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दों को उभारना।
- बिहार में बीजेपी की कमजोरियों को उजागर करना और जनता को अपने पक्ष में करना।
कांग्रेस के लिए बिहार कितना महत्वपूर्ण?
बिहार कांग्रेस के लिए यह दौरा अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि पार्टी पिछले कुछ वर्षों में यहां कमजोर पड़ती गई है।
- 2020 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 70 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन सिर्फ 19 सीटें जीत सकी थी।
- 2024 के लोकसभा चुनावों में भी कांग्रेस का प्रदर्शन बिहार में निराशाजनक रहा।
- बिहार की राजनीति में आरजेडी की पकड़ मजबूत होती जा रही है, ऐसे में कांग्रेस को गठबंधन में अपनी अहमियत बनाए रखने के लिए बेहतर प्रदर्शन करना होगा।
इसलिए, राहुल गांधी की इस यात्रा से कांग्रेस को नए जोश और उत्साह के साथ चुनावी मैदान में उतरने का मौका मिलेगा।
राहुल गांधी का 5 फरवरी को बिहार दौरा कांग्रेस के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है। पटना में जगलाल चौधरी की जयंती समारोह में उनकी उपस्थिति न केवल कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाएगी, बल्कि राज्य में पार्टी की पकड़ को मजबूत करने में भी मदद करेगी।
इसके अलावा, लालू यादव और तेजस्वी यादव से मुलाकात महागठबंधन की रणनीति को और अधिक स्पष्ट करेगी। आगामी बिहार विधानसभा चुनावों के मद्देनजर राहुल गांधी की यह यात्रा कांग्रेस के लिए संजीवनी साबित हो सकती है।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि राहुल गांधी का दौरा बिहार की राजनीति में कितना असर डालता है और कांग्रेस को आगामी चुनावों में किस हद तक मजबूती मिलती है।