रणजी ट्रॉफी है क्या? रणजी ट्रॉफी की शुरुआत कैसे हुई? रणजी टूर्नामेंट मे चयन प्रक्रिया तथा उम्र सीमा। BCCI इसबार दो चरणों में करेगा टूर्नामेंट की मेजबानी।
रणजी ट्रॉफी है क्या?
रणजी ट्रॉफी भारत की एक घरेलू क्रिकेट प्रतियोगिता है। यह एक घरेलू प्रथम श्रेणी क्रिकेट चैंपियनशिप है। रणजी ट्रॉफी भारत में क्षेत्रीय और राज्य क्रिकेट संघों का प्रतिनिधित्व करने वाली कई टीमों के बीच खेली जाती है। प्रतियोगिता में वर्तमान में 37 टीमें शामिल हैं। जिसमें भारत के सभी 28 राज्य और आठ केंद्र शासित प्रदेशों में से चार में कम से कम एक प्रतिनिधित्व है। प्रतियोगिता का नाम अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलने वाले पहले भारतीय क्रिकेटर रंजीत सिंहं जी के नाम पर रखा गया है, जिसे ‘रणजी’ के नाम से भी जाना जाता था।
रणजी ट्रॉफी क्रिकेट टूर्नामेंट की शुरुआत कैसे हुई?
रणजी ट्रॉफी की शुरुआत वर्ष 1934 में की गई थी। प्रतियोगिता का पहला मैच 4 नवंबर 1934 को मद्रास और मैसूर के बीच मद्रास के चेपॉक मैदान में आयोजित किया गया था। मुंबई (बॉम्बे) ने सबसे अधिक 41 बार यह टूर्नामेंट जीता है। जिसमें 1958-1973 तक 15 बार बैक-टू-बैक जीत शामिल है।2020-21 रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट को कोविड-19 महामारी के कारण स्थगित कर दिया गया था।
1934-35 सीज़न में टूर्नामेंट की शुरुआत के बाद पहली बार रणजी ट्रॉफी आयोजित नहीं की गई। रणजी ट्रॉफी ने वर्षों में व्यापक लोकप्रियता हासिल की है। आधुनिक समय में देशी क्रिकेट की तरह रणजी क्रिकेट टूर्नामेंट ने एक समान स्थिति हासिल की है। खिलाड़ियों को रणजी मैचों में उनके अच्छे प्रदर्शन के आधार पर भारतीय राष्ट्रीय टीम में चुना जाता है। खेले गए मैचों का प्रारूप पिछले कुछ वर्षों में कई बार बदला गया है। श्रृंखला की सबसे विशिष्ट विशेषताओं में से एक यह है कि विभिन्न राज्यों के क्षेत्रीय क्रिकेट बोर्डों के अलावा, सरकारी टीमे भी टूर्नामेंट में भाग लेती है, जैसे रेलवे टीम और सरकारी उद्यमों से जुड़ी कई अन्य टीमे।
वशीम जाफ़र रणजी क्रिकेट टूर्नामेंट मे अभी तक सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं।
रणजी टूर्नामेंट मे चयन की प्रक्रिया
रणजी ट्रॉफी ट्रायल के माध्यम से टूर्नामेंट में अभ्यर्थी का चयन होता है। यह ट्रायल राज्यस्तरीय होता है और हर साल किया जाता है। रणजी ट्रायल में चयन के लिए राज्य के क्रिकेट बोर्ड की तरफ से सिलेक्टर आते हैं जो बेस्ट कैंडिडेट का चुनाव करते हैं। अभ्यर्थी को उसके स्कूल, डिस्ट्रिक्ट तथा राज्य स्तर पर लगातार अच्छे परफ़ॉर्मेंस के आधार पर चयन किया जाता है। चयन के पश्चात अभ्यर्थी को रिटायार्ड क्रिकेट खिलाड़ियों के मार्गदर्शन मे ट्रेनिंग दी जाती है। जो उसके रणजी में सिलेक्शन का आधार बनता है।
रणजी टूर्नामेंट मे भाग लेने के लिए उम्र सीमा
रणजी ट्रॉफी अंडर 14, अंडर 16, अंडर 19, अंडर 23 और ओपन ऐज कैटेगरी में खेला जाता है। ओपन ऐज कैटेगरी में 23 वर्ष से अधिक उम्र वाले खिलाड़ी भाग ले सकते हैं, इसमे कोई ऐज लिमिट नहीं होती है। इस टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए खिलाड़ी का डिस्ट्रिक्ट या स्टेट लेवल पर खेलना जरूरी होता है।
रणजी ट्रॉफी – BCCI इसबार दो चरणों में करेगा टूर्नामेंट की मेजबानी।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट स्थगित कर दिया था। बीसीसीआई कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने कहा की देश मे कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखकर बोर्ड ने प्रथम श्रेणी की प्रतियोगिता स्थगित कर दी थी। बीसीसीआई की योजना 27 मार्च से आईपीएल का आयोजन करने की है और ऐसी स्थिति मे रणजी ट्रॉफी का आयोजन एक चरण में संभव नहीं हो पाएगा। ऐसी स्थिति मे टकराव न हो इसलिए टूर्नामेंट को दो चरण मे बाँट दिया गया है।
फरवरी-मार्च मे किया जा सकता है आयोजन
बोर्ड की बैठक मे BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली, सचिव जय शाह ने भी भाग लिया। हाल ही मे कोरोना के मामलों को कम होते देख बोर्ड की योजना है कि पहले चरण की शुरुआत फरवरी-मार्च के बीच की जाए। तथा दूसरे चरण की शुरुआत जून-जुलाई मे की जाए। हालांकि इस दौरान देश के कुछ हिस्सों मे काफी गर्मी पड़ने लगती है तो कहीं मॉनसून आ जाता है।
बीसीसीआई की क्रिकेट संचालन टीम अब मेजबान शहरो की तलाश कर रही है। महामारी के कारण होने वाले किसी भी प्रकार के स्वास्थ्य जोखिम को कम करने के लिए बोर्ड मिलकर काम कर रही है, साथ ही साथ एक अत्यधिक प्रतिस्पर्धी रेड-बॉल क्रिकेट प्रतियोगिता सुनिश्चित कर रही है। रणजी ट्रॉफी हमारी सबसे प्रतिष्ठित घरेलू प्रतियोगिता है, जो हर साल भारतीय क्रिकेट को एक उत्साही प्रतिभा प्रदान करती रही है। यह अत्यंत महत्वपूर्ण है कि हम इस प्रमुख आयोजन के हितों की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए।