बाढ़ पीडितो की सूचि को संसोधित करने का हुआ निर्णय
KKN न्यूज ब्यूरो। मुजफ्फरपुर के मीनापुर में बाढ़ की जबरदस्त विभिषिका के बीच प्रखंड में कार्यरत 30 डाटा ऑपररेटर में से 24 का गायब रहना चौका देता है। सोमवार को प्रखंड अनुश्रवण समिति की बैठक में इसका खुलाशा होते ही जन प्रतिनिधियों का आक्रोश फूट पड़ा। विधायक मुन्ना यादव ने इसको गंभीर अपराध बतातें हुए कारवाई की मांग की। इसके बाद समिति ने सर्व सम्मति से प्रस्ताव पास करके लापरवाह डाटा ऑपरेटर पर कारवाई करने का प्रस्ताव स्वीकृत करके जिलाधिकारी को भेज दिया है। दूसरी ओर सीओ ने डाटा ऑपरेटर को प्रतिनियुक्ति पर होने की बात कही।
इसके अतिरिक्त प्रखंड की 27 पंचायतो को बाढ़ग्रस्त घोषित करने सहित कुल एक दर्जन प्रस्ताव स्वीकृत किय गए। बैठक के हवाले से अंचलाधिकारी रामजपी पासवान ने बताया कि किसानो को फसल सहायता राशि का तत्काल भुगतान करने, बाढ़ पीड़ितो की सूचि में सुधार करने और सामुदायिक किचेन का पिछला सभी बकाया भुगतान करने का निर्णय लिया गया है। समिति ने प्रखंड में चल रहें 12 नाव की संख्या बढ़ा के उसको 20 करने का निर्णय लिया है। इसी तरह पॉलीथिन की 50 हजार शीट उपलब्ध कराने की मांग की गई है।
ये लोग थे मौजूद
बैठक में विधायक मुन्ना यादव के अतिरिक्त जदयू अध्यक्ष अभिषेक कुमार, भाकपा के अंचल मंत्री शिवजी प्रसाद, राजद अध्यक्ष उमाशंकर सहनी, मुखिया संघ की अध्यक्ष नीलम कुमारी, मुखिया कृष्ण कुमार मुन्ना, नागेन्द्र साह, पंसस शिवचन्द्र प्रसाद, जिला पार्षद रघुनाथ राय और अर्जुन कुमार गुप्ता समेत अधिकांश जन प्रतिनिधि मौजूद थें। कृषि पदाधिकारी के बैठक में नहीं आने पर सदस्यों ने नाराजगी प्रकट की है।
बैठक को लेकर विवाद शुरू
अनुश्रवण समिति की बैठक को लेकर विवाद शुरू हो गया है। प्रमुख और उपप्रमुख के बैठक में शामिल नहीं होने को लेकर सवाल उठने लगा है। रघई पंचायत के मुखिया चन्देश्वर प्रसाद ने बताया कि सूचना नहीं रहने की वजह से बमुश्किल से आधा दर्जन पंचायत प्रतिनिधि बैठक में शामिल हो सके। मुखिया श्री प्रसाद ने बैठक में बाहरी लोगो के शामिल होने का आरोप लगाते हुए विवाद को गहरा दिया है।