भारत में आंदोलन चल रहा है। कुछ लोग सरकार के पक्ष में हैं तो कुछ विरोध कर रहें है। देश का अल्पसंख्यक समाज चिंता में हैं। दरअसल, यह सभी कुछ सीएए, एनपीआर और एनआरसी को लेकर है। सरकार दावा कर रही है कि सीएए से देश में रहने वाले किसी को कोई नुकसान नहीं है। जबकि, प्रदर्शनकारियों को लगता है कि केन्द्र की भाजपा सरकार उन्हें देश से बाहर निकालने की तैयारी में है। जाहिर है इसको लेकर देश में राजनीति शुरू हो चुकीं है। ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि सीएए है क्या। क्या सरकार इस कानून की आर लेकर कोई हिडेन एजेंडा चला रही है या पोलिटकल माइलेज के लिए विपक्ष, लोगो को गुमराह कर रहा है। देखिए, KKN लाइव की पड़ताल…
This post was published on जनवरी 10, 2020 17:00
साल 2024: राजनीतिक घटनाओं से लेकर सामाजिक हलचल तक, एक ऐसा साल जिसने दुनिया को… Read More
या आप जानते हैं कि गिद्ध क्यों विलुप्त हो गए? और इसका मानव जीवन पर… Read More
भारत और पाकिस्तान के 1947 के बंटवारे में केवल जमीन ही नहीं, बल्कि घोड़ागाड़ी, बैंड-बाजा,… Read More
7 दिसंबर 1941 का पर्ल हार्बर हमला केवल इतिहास का एक हिस्सा नहीं है, यह… Read More
सफेद बर्फ की चादर ओढ़े लद्दाख न केवल अपनी नैसर्गिक सुंदरता बल्कि इतिहास और संस्कृति… Read More
आजादी के बाद भारत ने लोकतंत्र को अपनाया और चीन ने साम्यवाद का पथ चुना।… Read More