कोलकाता। राइजिंग सुपरजायंट पुणे ने लगातार तीसरी जीत दर्ज करते हुए कोलकत्ता नाइटराइडर्स को उन्ही के घर मे ढेर कर दिया। दुनिया का खुबसूरत मैदान इडेन गार्डेन पर गेंदबाजों के अनुशासित प्रदर्शन के बाद राहुल त्रिपाठी के करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी से पुणे ने विषम परस्थितियों से उबरते हुए कोलकाता को चार विकेट से हराकर लगातार तीसरी जीत के साथ प्ले आफ के लिए अपना दावा मजबूत किया। त्रिपाठी ने 52 गेंद में सात छक्कों और नौ चौकों की मदद से 93 रन की पारी खेली जिससे पुणे की टीम ने 19.2 आेवर में छह विकेट पर 158 रन बनाकर जीत दर्ज की। कोलकाता की आेवर से क्रिस वोक्स ने 18 रन देकर तीन विकेट चटकाए लेकिन टीम को हार से नहीं बचा पाए। कोलकाता की टीम वाशिंगटन सुंदर (18 रन पर दो विकेट) और जयदेव उनादकट (28 रन पर दो विकेट) की उम्दा गेंदबाजी के सामने आठ विकेट पर 155 रन ही बना सकी थी। बेन स्टोक्स, डेनियल क्रिस्टियन और इमरान ताहिर ने भी एक-एक विकेट हासिल किया।
कोलकाता का कोई बल्लेबाज अच्छी शुरूआत को बड़ी पारी में नहीं बदल पाया। मनीष पांडे ने सर्वाधिक 37 जबकि कोलिन डि ग्रैंडहोम ने 36 रन बनाए। सूर्यकुमार यादव ने अंत में 16 गेंद में नाबाद 30 रन की पारी खेलकर टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। पुणे की पिछले सात मैचों में यह छठी जीत है और वह 11 मैचों में 14 अंक के साथ तीसरे स्थान पर पहुंच गई है। कोलकाता के भी लगातार दूसरे मैच में शिकस्त के बाद 11 मैचों में 14 अंक हैं लेकिन बेहतर नेट रन रेट के कारण वह दूसरे स्थान पर है।
पुणे की टीम की शुरूआत अच्छी नहीं रही और उसने दूसरे आेवर में ही अजिंक्य रहाणे (11) का विकेट गंवा दिया जिन्होंने उमेश यादव की गेंद पर विकेटकीपर शेल्डन जैकसन को कैच थमाया। कप्तान स्टीवन स्मिथ भी नौ गेंद में नौ रन बनाने के बाद क्रिस वोक्स की गेंद पर बोल्ड हो गए। त्रिपाठी ने हालांकि दूसरे छोर पर ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की। उन्होंने नाथन कोल्टर नाइल के पारी के तीसरे आेवर में एक छक्के और तीन चौकों से 19 रन जुटाए और फिर उमेश की लगातार गेंदों पर छक्का और चौका मारा। कोल्टर नाइल के अगले आेवर में भी त्रिपाठी ने छक्का और दो चौके मारे। टीम ने पावर प्ले में दो विकेट पर 74 रन बनाए।
This post was published on मई 4, 2017 10:02
या आप जानते हैं कि गिद्ध क्यों विलुप्त हो गए? और इसका मानव जीवन पर… Read More
भारत और पाकिस्तान के 1947 के बंटवारे में केवल जमीन ही नहीं, बल्कि घोड़ागाड़ी, बैंड-बाजा,… Read More
7 दिसंबर 1941 का पर्ल हार्बर हमला केवल इतिहास का एक हिस्सा नहीं है, यह… Read More
सफेद बर्फ की चादर ओढ़े लद्दाख न केवल अपनी नैसर्गिक सुंदरता बल्कि इतिहास और संस्कृति… Read More
आजादी के बाद भारत ने लोकतंत्र को अपनाया और चीन ने साम्यवाद का पथ चुना।… Read More
मौर्य साम्राज्य के पतन की कहानी, सम्राट अशोक के धम्म नीति से शुरू होकर सम्राट… Read More