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बिहार में 22089 नर्सों की होगी भर्ती, स्वास्थ्य मंत्री ने इंटरनेशनल नर्स डे पर किया ऐलान

Bihar to Recruit 22,089 Nurses: Health Minister Announces Major Hiring Drive on International Nurses Day

गुरुग्राम डेस्क | बिहार सरकार ने स्वास्थ्य सेवा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने 14 मई 2025 को पटना के अधिवेशन भवन में आयोजित अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस समारोह में घोषणा की कि राज्य में 22089 नर्सों की नियुक्ति की जाएगी।

इस बहाली के माध्यम से राज्य के सरकारी अस्पतालों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और स्वास्थ्य उपकेंद्रों में नर्सिंग स्टाफ की भारी कमी को दूर किया जाएगा

 भर्ती प्रक्रिया का विवरण

मंत्री ने बताया कि बिहार तकनीकी सेवा आयोग (BTSC) द्वारा 11,389 ग्रेड-ए नर्स (GNM) पदों के लिए विज्ञापन पहले ही जारी किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त, 10,700 नर्सों की नियुक्ति प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है, जो तकनीकी कारणों से फिलहाल लंबित है। अब इनकी बहाली भी शीघ्र की जाएगी।

भर्ती का संक्षिप्त सारांश:

  • कुल पद: 22,089

  • GNM पद (BTSC के माध्यम से): 11,389

  • लंबित नियुक्तियाँ: 10,700

  • विज्ञापन जारी: BTSC द्वारा

  • नियुक्ति प्रक्रिया शुरू: शीघ्र

 114 नर्सों को मिला फ्लोरेंस नाइटिंगेल नर्स अवॉर्ड 2025

इस अवसर पर राज्य के विभिन्न जिलों से चयनित 114 नर्सों को उनके स्वास्थ्य सेवाओं में असाधारण योगदान के लिए फ्लोरेंस नाइटिंगेल अवॉर्ड 2025 से सम्मानित किया गया।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा:

“इन नर्सों ने न केवल मरीजों की सेवा में निष्ठा दिखाई, बल्कि कोविड-19 जैसी आपदाओं के दौरान अग्रिम पंक्ति में रहकर मानवता की सेवा की।”

यह पुरस्कार राज्य सरकार की ओर से नर्सिंग प्रोफेशन को सम्मान देने और प्रोत्साहित करने की एक महत्वपूर्ण पहल है।

इस साल का थीम: ‘हमारी नर्से, हमारा भविष्य’

2025 के अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस का थीम था – “Our Nurses, Our Future”। मंत्री मंगल पांडेय ने इस थीम पर बात करते हुए कहा कि यह विषय नर्सों के स्वास्थ्य सेवाओं में प्रभाव और आर्थिक-सामाजिक योगदान को दर्शाता है।

उन्होंने कहा:

“नर्सें सिर्फ मरीजों की देखभाल नहीं करतीं, बल्कि वे हमारे स्वास्थ्य तंत्र की रीढ़ होती हैं। उनका सशक्तिकरण राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है।”

 नर्सिंग शिक्षा में सुधार की दिशा में सरकार का फोकस

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि बिहार सरकार नर्सिंग शिक्षा को वैश्विक मानकों तक ले जाने के लिए मिशन मोड में कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि ‘मिशन उन्नयन‘ के तहत:

  • नर्सिंग कॉलेजों का आधुनिकीकरण किया जाएगा

  • डिजिटल और सिमुलेशन ित शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा

  • योग्य फैकल्टी की नियुक्ति होगी

  • पाठ्यक्रम को WHO मानकों के अनुरूप किया जाएगा

 लक्ष्य: बिहार को नर्सिंग शिक्षा के क्षेत्र में ‘ब्रांड बिहार’ के रूप में स्थापित करना।

कोविड काल में नर्सों की भूमिका को किया याद

मंत्री ने कोविड-19 महामारी के दौरान नर्सों की भूमिका को याद करते हुए कहा:

“जब पूरा विश्व इस जानलेवा वायरस से जूझ रहा था, तब हमारी नर्सों ने अपने प्राणों की परवाह किए बिना सेवा दी। उनके साहस और समर्पण को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता।”

राज्य सरकार का मानना है कि महामारी ने यह सिद्ध कर दिया कि नर्सिंग स्टाफ को मजबूती देना स्वास्थ्य तंत्र की रीढ़ को मजबूत करना है

 नीतीश कुमार के नेतृत्व में स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार

मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मार्गदर्शन में बिहार सरकार लगातार स्वास्थ्य विभाग में भर्ती, संसाधन विस्तार और सेवा सुधार के लिए प्रयासरत है। आने वाले समय में:

  • चिकित्सकों,

  • पैरा-मेडिकल स्टाफ,

  • लैब टेक्नीशियन,

  • और सामुदायिक स्वास्थ्य कर्मियों की भी बहाली की जाएगी।

 कार्यक्रम में उपस्थित प्रमुख अधिकारी

इस भव्य कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे:

  • मनोज कुमार, स्वास्थ्य सचिव

  • डॉ. आदित्य प्रकाश, अपर सचिव

  • सुहर्ष भगत, राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक

सभी अधिकारियों ने नर्सिंग सेवा की सराहना की और इस क्षेत्र को सशक्त बनाने की प्रतिबद्धता जताई।

 आर्थिक और सामाजिक प्रभाव

22,000 से अधिक नर्सों की बहाली के प्रभाव होंगे:

  • हज़ारों युवाओं को रोजगार मिलेगा

  • स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा

  • ग्रामीण क्षेत्रों में प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाएं सुदृढ़ होंगी

  • महिलाओं की आर्थिक आत्मनिर्भरता को मिलेगा प्रोत्साहन

विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम बिहार को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मानकों की ओर तेजी से ले जाएगा

बिहार सरकार का यह निर्णय केवल एक बहाली नहीं है, बल्कि यह एक दूरदर्शी रणनीति है, जिसका लक्ष्य है — एक मजबूत, प्रशिक्षित और सशक्त नर्सिंग कार्यबल तैयार करना।

जैसा कि इंटरनेशनल नर्स दिवस 2025 का थीम कहता है:

“हमारी नर्सें, हमारा भविष्य” — और बिहार सरकार अब इस भविष्य को आकार देने में कोई कसर नहीं छोड़ रही।


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