बिहार के मुजफ्फरपुर जिला अन्तर्गत सिवाईपट्टी थाने के खेमकरण पकड़ी गांव के दवा व्यवसायी बैजू प्रसाद गुप्ता की हत्या की तीन रोज बाद भी हत्या के कारणो का खुलासा नहीं हो सका है। इस बीच डीएसपी पूर्वी डॉ. गौरव पांडेय ने घटनास्थल पर जाकर आसपास के ग्रामीणों से पूछताछ की है। उन्होंने मृतक के परिजनों से भी जानकारी ली है, लेकिन घटना के स्पष्ट कारणों का पता नहीं चल सका।
इधर, सिवाईपट्टी थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार यादव ने बताया कि गुरुवार को मृतक के पुत्र अजीत कुमार के बयान पर अज्ञात अपराधियों पर एफआईआर दर्ज कर ली गई। दर्ज एफआईआर में अजीत ने पुलिस को बताया है कि बुधवार की शाम काले रंग का जैकेट पहने अपराधी पैदल आये थे। ग्राहक बनकर दवा दुकान पर पहुंचे और पिता को करीब से तीन गोली मार दी। गोली की आवाज सुनकर ग्रामीणों ने कुछ दूर तक अपराधियों का पीछा भी किया, लेकिन अंधेरे का लाभ लेकर सभी अपराधी टेंगरारी की ओर फरार हो गए। पुलिस को बताया गया है कि सभी अपराधियों की उम्र करीब 24 से 25 वर्ष रही होगी। बता दें कि बुधवार को वारदात के बाद पुलिस ने घटनास्थल से अपराधियों की दो चप्पलें और तीन खोखा बरामद किया था।
गुरुवार को व्यवसायी का शव लाने के बाद गांव में कोहराम मच गया। पत्नी प्रमिला देवी व तीनों बेटों के विलाप से मौजूद ग्रामीणों की आंखें भर आईं। घटना को लेकर ग्रामीणों में गम और गुस्सा था। बाद में शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। बता दें कि बैजू प्रसाद गुप्ता घर में अकेले कमाने वाले थे। तीनों बेटे अभी नाबालिग हैं और शहर में रहकर पढ़ाई करते हैं।
गुरुवार को आप के प्रदेश अध्यक्ष शत्रुघ्न साहू, प्रदेश पर्यवेक्षक मनोज कुमार सिंह, राकेश साहू और वैश्य चेतना मंच के प्रखंड अध्यक्ष अर्जुन कुमार गुप्ता, जिला पार्षद कंचन सहनी ने पीड़ित परिवार से मिलकर ढांढ़स बंधाया। सभी जनप्रतिनिधियों ने अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की है। विधायक मुन्ना यादव ने इस घटना को सरकार और पुलिस प्रशासन की विफलता बताते हुए अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की है। इधर, भाजपा नेता भूपाल भारती ने भी पुलिस से अपराधियों को चिह्नित कर गिरफ्तार करने की मांग की है।
This post was published on जनवरी 11, 2019 13:46
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