केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान को इंस्टाग्राम पर बम से उड़ाने की धमकी देने वाले युवक को समस्तीपुर साइबर क्राइम सेल की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को बेगूसराय जिले से पकड़ा गया है और उसने पूछताछ में अपने अपराध को स्वीकार भी कर लिया है।
गिरफ्तार युवक की पहचान मोहम्मद मेराज के रूप में हुई है, जो रोसड़ा थाना क्षेत्र के भिरहा वार्ड संख्या 7 का निवासी है। वह मोहम्मद सलीम का 21 वर्षीय पुत्र है।
इंस्टाग्राम पर 11 जुलाई को दी गई थी धमकी
पुलिस के अनुसार, यह धमकी 11 जुलाई को इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट के कमेंट सेक्शन में दी गई थी। आरोपी ने लिखा था कि वह केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान को 20 जुलाई को बम से उड़ा देगा। यह कमेंट मेराज की ही इंस्टाग्राम आईडी से किया गया था, जिसकी पुष्टि आरोपी ने खुद भी की है।
साइबर क्राइम थाना में दर्ज हुआ था मामला
समस्तीपुर साइबर क्राइम टीम के डीएसपी दुर्गेश दीपक ने बताया कि मामले को गंभीरता से लेते हुए पटना साइबर थाना में कांड संख्या 1592/25 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी। यह शिकायत लोजपा (रामविलास) समस्तीपुर के जिला अध्यक्ष द्वारा दी गई थी। जिसके बाद पुलिस ने मामले की तफ्तीश शुरू की और आरोपी की पहचान और लोकेशन का पता लगाया गया।
ऐसे पकड़ा गया आरोपी
साइबर सेल की टीम ने इंस्टाग्राम अकाउंट से जुड़े डिवाइस की IP Address, मोबाइल नंबर और अन्य डिजिटल डेटा को खंगालकर आरोपी की पहचान की। जब लोकेशन की पुष्टि हुई तो बेगूसराय में दबिश देकर मोहम्मद मेराज को गिरफ्तार किया गया।
उसके पास से मोबाइल फोन जब्त किया गया है, जिससे धमकी भरा मैसेज किया गया था। मोबाइल को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है।
अब तक नहीं मिला किसी आतंकी संगठन से लिंक
पुलिस सूत्रों के अनुसार, अभी तक आरोपी के किसी संगठित अपराध या आतंकी संगठन से संबंध के प्रमाण नहीं मिले हैं। प्रारंभिक जांच में यह मामला अकेले की मानसिकता का लग रहा है। हालांकि, उसके मोबाइल और सोशल मीडिया अकाउंट्स की गहराई से जांच की जा रही है ताकि यह पता चल सके कि कहीं और भी तो उसने इसी तरह की गतिविधियों को अंजाम नहीं दिया।
IT Act और IPC की धाराओं में होगी कार्रवाई
मोहम्मद मेराज के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम (IT Act) के तहत कड़ी धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। उस पर जान से मारने की धमकी, डिजिटल प्लेटफॉर्म का दुरुपयोग, और सरकारी अधिकारी को डराने जैसी धाराएं लगाई गई हैं।
आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजने की तैयारी है और उससे विस्तार से पूछताछ की जा रही है।
चिराग पासवान की सुरक्षा बढ़ाई गई
घटना के बाद केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की गई है। बिहार पुलिस और खुफिया एजेंसियों द्वारा उनके कार्यक्रमों पर विशेष नजर रखी जा रही है। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेताओं ने सरकार से चिराग पासवान की सुरक्षा को और सुदृढ़ करने की मांग की है।
पार्टी नेताओं ने इस प्रकार की सोशल मीडिया धमकियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है और साइबर क्राइम सेल की तत्परता की सराहना की है।
डिजिटल धमकियों का बढ़ता ट्रेंड
यह मामला उन कई घटनाओं में से एक है जहां सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर नेताओं और प्रसिद्ध व्यक्तियों को धमकियाँ दी जा रही हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे मामलों में इंस्टाग्राम, फेसबुक और X (पूर्व में ट्विटर) जैसी साइटों का गलत इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है।
Cyber Threats to Politicians, Instagram Threat Bihar, और Chirag Paswan ko dhamki जैसे मुद्दों पर अब सरकार भी सख्त नजर आ रही है। केंद्र सरकार और राज्य पुलिस अब तकनीकी कंपनियों से मिलकर ऐसे मामलों में तेज कार्रवाई और रिपोर्टिंग सिस्टम को बेहतर बना रही है।
विधानसभा चुनाव 2025 से पहले संवेदनशील हुआ मामला
बिहार में अगले साल होने वाले Bihar Vidhan Sabha Chunav 2025 को देखते हुए, यह मामला और भी संवेदनशील बन गया है। चिराग पासवान जहां लगातार राज्यभर में सक्रिय हैं, वहीं उनके खिलाफ इस तरह की धमकी ने राजनीतिक हलकों में चिंता बढ़ा दी है।
फिलहाल, यह केस केंद्रीय एजेंसियों तक नहीं पहुंचा है, लेकिन अगर जांच में कोई बड़ी साजिश या नेटवर्क सामने आता है तो NIA जैसी एजेंसियों को इसकी जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।
समस्तीपुर साइबर सेल की इस कार्रवाई ने यह संदेश दिया है कि सोशल मीडिया पर दी गई कोई भी धमकी नजरअंदाज नहीं की जाएगी। डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर जिम्मेदारी से व्यवहार करना अब पहले से ज्यादा जरूरी हो गया है।
पुलिस और साइबर सेल ने लोगों से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर कोई भी आपत्तिजनक या धमकीभरा कंटेंट न पोस्ट करें और यदि किसी को इस तरह की कोई जानकारी मिलती है तो तुरंत प्रशासन को सूचित करें।
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