बिहार का मौसम एक बार फिर करवट लेने जा रहा है। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि अगले दो दिन तक राज्य के अधिकतर हिस्सों में गर्मी और उमस परेशान करेगी। इसके बाद 9 सितंबर से मॉनसून दोबारा सक्रिय होगा और राज्य में भारी बारिश का दौर शुरू होगा। विभाग ने शनिवार 6 सितंबर को 11 जिलों के लिए आंधी और बिजली का येलो अलर्ट घोषित किया है।
11 जिलों में येलो अलर्ट जारी
मौसम विभाग के अनुसार औरंगाबाद, आरा, भागलपुर, जमुई समेत 11 जिलों में आंधी और बिजली गिरने का खतरा बना हुआ है। इन जिलों में गरज-चमक के साथ तेज हवाएं चल सकती हैं और वज्रपात की घटनाएं हो सकती हैं। अचानक मौसम में यह बदलाव किसानों और ग्रामीण इलाकों के लिए चिंता का कारण है क्योंकि आंधी और बिजली से फसल और जनजीवन प्रभावित हो सकता है।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी से उठ रही नमी वाली हवाएं बिहार में मॉनसून को फिर से सक्रिय करेंगी। उमस और गर्मी के साथ जब यह हवाएं मिलेंगी तो गरज वाले बादलों का निर्माण होगा, जिससे तेज बारिश और बिजली गिरने की संभावना बढ़ेगी।
दो दिन और सताएगी उमस भरी गर्मी
फिलहाल राज्य में चिपचिपी गर्मी ने लोगों को बेहाल कर रखा है। मौसम विभाग का अनुमान है कि 8 सितंबर तक यह स्थिति जारी रहेगी। दिन में पारा बढ़ा हुआ है और बारिश न होने से लोग उमस से परेशान हैं। पटना, गया और मुजफ्फरपुर जैसे शहरी इलाकों में बिजली की खपत तेजी से बढ़ गई है जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में लोग गर्मी से राहत पाने के लिए भूजल और पारंपरिक साधनों पर निर्भर हैं।
9 सितंबर से मौसम में बदलाव शुरू होगा। पहले उत्तर और पश्चिम बिहार में बारिश का असर दिखेगा और फिर धीरे-धीरे इसका विस्तार दक्षिण और मध्य बिहार तक होगा। बारिश शुरू होने के बाद तापमान में गिरावट आएगी और लोगों को उमस से राहत मिलेगी।
भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने 9 सितंबर को पूरे राज्य में आंधी और बिजली का अलर्ट जारी किया है। कैमूर, गोपालगंज और पश्चिम चंपारण में भारी बारिश की विशेष चेतावनी दी गई है। यहां तेज हवाओं और गरज-चमक के साथ झमाझम बारिश हो सकती है।
10 सितंबर से दक्षिण बिहार के जिलों में भी भारी बारिश के आसार हैं। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में बन रहा सिस्टम धीरे-धीरे बिहार की ओर बढ़ेगा और इससे दक्षिणी इलाकों में भी बारिश की तीव्रता बढ़ जाएगी।
भागलपुर का मौसम पूर्वानुमान
भागलपुर जिले के मौसम को लेकर बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर के मौसम वैज्ञानिक डॉ. बीरेंद्र कुमार ने जानकारी दी है। उनके अनुसार शनिवार और रविवार को आसमान में आंशिक बादल छाए रहेंगे। गर्मी और उमस लोगों को परेशान करती रहेगी।
सोमवार से बुधवार के बीच हल्की बारिश या बूंदाबांदी होने का अनुमान है। आसमान में बादल रहेंगे लेकिन दिन और रात के तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा। यानी गर्मी का असर बना रहेगा।
8 सितंबर के बाद सक्रिय होगा मॉनसून
मौसम विभाग के आंकड़े बताते हैं कि 8 सितंबर के बाद मॉनसून की सक्रियता बढ़ जाएगी। बीते कुछ दिनों से कमजोर मॉनसून के कारण बिहार में बारिश कम हुई है और तापमान लगातार बढ़ा है। इस वजह से खेती-किसानी पर असर पड़ा है, खासकर धान की फसल पर जो समय पर बारिश पर निर्भर रहती है।
9 सितंबर से बंगाल की खाड़ी से नमी का प्रवाह तेज होगा और बिहार में बारिश का नया दौर शुरू होगा। इससे खेतों में पानी की कमी दूर होगी और जलस्तर बढ़ेगा। हालांकि, अधिक बारिश होने पर निचले इलाकों में जलभराव और बाढ़ जैसी समस्याएं भी खड़ी हो सकती हैं।
पूर्वी बिहार में उमस बरकरार
भागलपुर और आसपास के पूर्वी बिहार में अगले दो दिन तक उमस और गर्मी का असर बना रहेगा। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार 8 सितंबर तक इस क्षेत्र में राहत की उम्मीद नहीं है। इसके बाद हल्की बारिश और बूंदाबांदी की संभावना है, लेकिन नमी बनी रहने से उमस पूरी तरह खत्म नहीं होगी।
लोगों को इस दौरान गर्मी से बचाव के उपाय अपनाने की सलाह दी गई है। किसानों को भी आंधी और बिजली से सतर्क रहने की हिदायत दी गई है क्योंकि अस्थिर मौसम में वज्रपात की घटनाएं अधिक होती हैं।
सुरक्षा और सावधानी के निर्देश
मौसम विभाग ने येलो अलर्ट वाले जिलों के लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। आंधी और बिजली से सबसे अधिक खतरा ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को है। खेतों में काम करने वाले किसानों को सलाह दी गई है कि गरज-चमक के दौरान तुरंत सुरक्षित स्थान पर चले जाएं और खुले मैदान में न रुकें।
शहरी इलाकों में नगर निकायों को निर्देश दिए गए हैं कि नालों और जलनिकासी की व्यवस्था दुरुस्त रखें ताकि अचानक बारिश से जलजमाव की समस्या न हो। बिजली विभाग को भी सतर्क रहने के लिए कहा गया है क्योंकि आंधी और बिजली गिरने से सप्लाई बाधित हो सकती है।
खेती और आम जिंदगी पर असर
बिहार में आने वाली बारिश खेती के लिए राहत और परेशानी दोनों लेकर आएगी। धान की फसल को पर्याप्त पानी मिलेगा जिससे उत्पादन में मदद होगी। साथ ही जलस्तर भी सुधरेगा। लेकिन अगर अत्यधिक बारिश हुई तो खेतों में पानी भर सकता है और फसल को नुकसान पहुंच सकता है।
शहरी इलाकों में भी बारिश के कारण ट्रैफिक जाम, जलभराव और आम जनजीवन पर असर पड़ सकता है। पटना, गया और भागलपुर जैसे बड़े शहरों में प्रशासन ने पहले से तैयारी शुरू कर दी है ताकि बारिश से होने वाली दिक्कतों को कम किया जा सके।
बिहार का मौसम अगले सप्ताह बड़ा बदलाव देखने वाला है। अभी दो दिन तक लोग उमस और गर्मी से परेशान रहेंगे लेकिन 9 सितंबर से पूरे राज्य में झमाझम बारिश की संभावना है। कई जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी हो चुका है और लोगों को सावधान रहने की जरूरत है।
बारिश जहां एक ओर लोगों को उमस से राहत देगी वहीं बिजली गिरने, बाढ़ और फसलों के नुकसान का खतरा भी रहेगा। किसानों और आम लोगों को मौसम विभाग की चेतावनी पर ध्यान देने और सुरक्षा उपाय अपनाने की सलाह दी गई है। आने वाले दिनों में बिहार का मौसम राज्य की खेती और जीवनशैली पर गहरा असर डालेगा।
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