KKN न्यूज ब्यूरो। आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में जहरीली गैस का रिसाव हो गया। इसकी चपेट में आने से 8 लोगों की मौत हो गई। जबकि, कई अन्य गंभीर बताये जा रहें है। मृतको की संख्या बढ़ भी सकती है। इलाके में हड़कंप मचा है। घटना गुरुवार सुबह 3 बजे की है। उस वक्त लोग अपने घरों में सो रहे थे। गैस रिसाव की वजह से सांस लेने में दिक्कत आने लगी और लोग भागने के दौरान इधर-उधर सड़को पर ही गिरने लगे। थोड़ी देर में ही करीब एक हजार से अधिक लोग इसकी चपेट में आ गये।
विशाखापट्टनम के आरएस वेंकटपुरम गांव में एलजी पॉलिमर इंडस्ट्री प्लांट में केमिकल गैस उस वक्त लीक हुई, जब लोग अपने घरों में सो रहे थे। इस भयंकर गैस रिसाव की वजह से एक हजार से अधिक लोग बीमार हो चुके हैं और करीब 200 लोगों को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। गैस के रिसाव की सूचना मिलते ही लोग जब मौके पर पहुंचे तो जहरीली गैस से उन्हें सांस लेने में दिक्कत हुई और आंखों की जलन समेत कई समस्याओं की वजह से वहीं बेहोश होकर गिरने लगे। बताया जा रहा है कि लोगों को कोरोना वायरस की दहशत का अंदेशा हुआ, जिसकी वजह से सभी वारदात स्थल की ओर दौड़ पड़े और फिर बेहोश होकर गिर गए। घटना की सूचना पाकर एंबुलेंस, फायर टेंडर की गाड़ियां और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। फिलहाल राहत बचाव का कार्य चल रहा है। आपदा प्रबंधन की टीम को भी लगा दिया गया है। यह संयंत्र गोपालपट्नम इलाके में स्थित है। इस इलाके के लोगों ने आंखों में जलन, सांस लेने में तकलीफ, जी मचलाना और शरीर पर लाल चकत्ते पड़ने की शिकायत की है। किंग जॉर्ज अस्पताल में लोगों को भर्ती कराया गया है। इनमें से कई की हालत नाजुक बताई जा रही है। टीवी चैनलों पर प्रसारित फुटेजो में लोग सड़कों पर बेहोश पड़े दिख रहे हैं। राहत की खबर ये है कि गैस रिसाव को काबू कर लिया गया है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने घटना के बारे में जानकारी ली है और जिला कलेक्टर को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि प्रभावित लोगों को उचित इलाज मिल सके।
केमिकल गैस का यह रिसाव करीब 3 किलोमीटर में फैल गया है। गैस रिसाव की घटना सुनकर कई लोग मौके पर पहुंचे। मगर आंखों में जलन और गैस की तीखी गंध को सहन करने में असमर्थ लोग सड़कों पर ही गिर गए। इस जहरीली गैस का असर इतना ज्यादा है कि बड़ी संख्या में लोग अपने घरों में ही बेहोश हो गए। इनमें ज्यादातर बच्चे और बूढ़े हैं। बताया जा रहा है कि गैस करीब 20 गावों तक फैल चुका है और लोगों को सांस लेने में दिक्कतें हो रही हैं। उस इलाके के कई गावों को खाली करा दिया गया है। कई लोग अपने घरों में कैद हैं। अधिकारियों ने लोगों को दोपहर तक गोपालपट्टनम की ओर न जाने की सलाह दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गैस रिसाव कांड पर अधिकारियों के साथ बैठक की है। उन्होंने ट्वीट किया मैं विशाखापत्तनम में सभी की सुरक्षा और कल्याण के लिए प्रार्थना करता हूं। वहीं, अमित शाह ने कहा कि विशाखापत्तनम में गैस रिसाव की घटना परेशान करने वाली है। हम निरंतर स्थिति पर नजर बनाये हुएं हैं।
This post was published on मई 7, 2020 12:39
या आप जानते हैं कि गिद्ध क्यों विलुप्त हो गए? और इसका मानव जीवन पर… Read More
भारत और पाकिस्तान के 1947 के बंटवारे में केवल जमीन ही नहीं, बल्कि घोड़ागाड़ी, बैंड-बाजा,… Read More
7 दिसंबर 1941 का पर्ल हार्बर हमला केवल इतिहास का एक हिस्सा नहीं है, यह… Read More
सफेद बर्फ की चादर ओढ़े लद्दाख न केवल अपनी नैसर्गिक सुंदरता बल्कि इतिहास और संस्कृति… Read More
आजादी के बाद भारत ने लोकतंत्र को अपनाया और चीन ने साम्यवाद का पथ चुना।… Read More
मौर्य साम्राज्य के पतन की कहानी, सम्राट अशोक के धम्म नीति से शुरू होकर सम्राट… Read More