बेशक, 1962 के युद्ध में हम चीन से पराजित हुए थे। इसमें कोई दो राय नहीं है कि चीन ने हमारे 38 हजार वर्ग किलीमीटर का जमीन कब्जा कर लिया और अचानक से युद्ध विराम की घोषणा करके, दुनिया में भारत को नीचा दिखाने की कोई कसर बाकी भी नहीं छोड़ी थीं। पर, क्या 62 के युद्ध की सिर्फ इतनी सी हकीकत है? क्या कभी आपके मन में यह सवाल उठा कि हम हारे कैसे? क्या हुआ होगा सीमा पर? हमारे बहादुर और जांबाज सैनिको को अपना पराक्रम दिखाने का मौका मिला भी या नही? ऐसे और भी कई सवाल है। इसका जवाब तलाशने के लिए मैंने 62 के युद्ध से जुड़े ऐतिहासिक दस्ताबेजो का अध्ययन किया है। अध्ययन के दौरान कई जानकारी हाथ लगी। पर, जो सबसे महत्वपूर्ण जानकारी थी, वह रेजांगला के समीप हुई युद्ध से मिला। पता चला कि उन दिनो भारत और चीन के बीच रेजांगला पोस्ट पर सबसे भयंकर और खतरनाक युद्ध हुआ था। रेजांगला का यह पोस्ट लद्दाखा के चुशुल घाटी में है। मेरा मानना है कि रेजागंला के युद्ध को ठीक से समझ लिया जाये तो चीन के साथ 62 में मिली पराजय को समझना आसान हो जायेगा। लिहाजा, आज हमने रेजांगला युद्ध की पूरी पड़ताल की है। देखिए, इस रिपोर्ट में…
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