डब्ल्यू एच ओ ने 194 देशों में की गई सर्वे के आधार पर जारी अपने की सांख्यिकीय रिपोर्ट में बताया है कि इस वक्त विश्व के तकरीबन 100 करोड़ लोग हाइपरटेंशन की चपेट में है और आलम यही रहा तो 2030 तक हमारी तीन चौथाई से अधिक की आबादी हाइपरटेंशन की चपेट में आ जायेगी। कहतें है कि हाइपरटेंशन वालो को हर्ड अटैक और दिमाग से जुड़ी बीमारी होने का खतरा कई गुणा तक बढ़ जाता है। इसके अतिरिक्त किडनी फेल्योर, विकलांगता या पैरालाइसिस होने का भी हमेशा खतरा बना रहता है। गांव के लोग भी तेजी से हाइपरटेंशन के शिकार होने लगे है। कहतें हैं कि समय रहते इस समस्या को समझा नही गया तो पूरा का पूरा गांव और शहर के इसके चपेट में आते देर नही लगेगा
This post was published on मई 23, 2018 19:00
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