7 दिसंबर 1941 का पर्ल हार्बर हमला केवल इतिहास का एक हिस्सा नहीं है, यह सबक है कि दुस्साहस और युद्ध किस प्रकार विनाश को आमंत्रित करते हैं। क्या आज मिडिल ईस्ट में इतिहास खुद को दोहरा रहा है? इजराइल-फिलिस्तीन संघर्ष में ईरान की सक्रियता और अमेरिका की रणनीति से क्या एक और “पर्ल हार्बर” का खतरा मंडरा रहा है?इस वीडियो में जानिए: • पर्ल हार्बर का विस्तृत इतिहास। • जापान-अमेरिका की टकराव की पृष्ठभूमि। • कैसे पर्ल हार्बर बना द्वितीय विश्व युद्ध का टर्निंग पॉइंट। • और आज मिडिल ईस्ट में बदलते समीकरण।देखें, सोचें, और समझें कि दुनिया को तीसरे महायुद्ध से बचाने के लिए क्या किया जा सकता है।
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