बिहार की राजनीति में सीमांचल की महत्वपूर्ण भूमिका से किसी को इनकार नहीं है। यह वो इलाका है, जिसे बिहार के राजनीतिक समीकरण का आधार माना जाता है। जानकार मानते है कि इस बार सीमांचल में सियासी मुकाबला दिलचस्प होने वाला है। सीमांचल की चार जिला में विधानसभा की कुल 24 सीटें है। पूर्णिया, कटिहार, अररिया और किशनगंज की 24 विधानसभा सीटे है। समीकरण के लिहाजा से बिहार की राजनीति में बेहद खास माना जाता रहा है। यह मुस्लिम बाहुल इलाका है और यहां करीब 60 लाख जागरुक मतदाता है। यह वह इलाका है, जहां से महागठबंधन को सर्वाधिक उम्मीदें है। हालांकि, एनडीए ने इस इलाके के लिए नई रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। कहतें है कि सीमांचल में राजद को टक्कर देने के लिए जदयू ने कमर कस लिया है। बीजेपी भी पीछे नहीं है। यानी सीमांचल में मुकावला दिलचस्प होने के पूरे आसार है।