सेमीफाइनल के लिए दक्षिण अफ्रीका से भिड़ेगी टीम इंडिया

​विराट कोहली के कप्तानी का अग्निपरीक्षा आज

चोकर्स के ठप्पे से निकलना चाहेगी दक्षिण अफ्रीका, दोनो टीमो के लिए करो या मरो का मुकाबला

संतोष कुमार गुप्ता

लंदन.चोकर्स कहे जाने वाले दक्षिण अफ्रिका से रविवार को भारत का करो या मरो का मुकाबला होगा। अगर भारत यह मुकाबला जीतती है तो सेमीफाइनल मे बंगलादेश से टीम इंडिया का मुकाबला होगा। भारत और दक्षिण अफ्रीका दोनों ही टीमें अपनी पिछली हार से उबरकर नये मनोबल के साथ रविवार को ग्रुप बी के अपने आखिरी मुकाबले में आईसीसी चैंपियंस ट्राफी के सेमीफाइनल का टिकट कटाने के लिये जोर अाजमाइश करेंगी। भारत और दक्षिण अफ्रीका दोनों को ही ग्रुप बी से सेमीफाइनल में पहुंचने का दावेदार माना जा रहा था लेकिन अब इनमे से एक ही टीम सेमीफाइनल में पहुंच पायेगी। विश्व की नंबर एक टीम दक्षिण अफ्रीका को आठवीं रैंकिंग की टीम पाकिस्तान ने चौंकाया और फिर उसके अगले दिन सातवीं रैंकिंग की टीम श्रीलंका ने नंबर दो टीम भारत को हिला दिया। भारत और दक्षिण अफ्रीका की पराजय ने इस ग्रुप के समीकरण दिलचस्प बना दिये हैं। अब चारों टीमों के दो दो अंक हैं और सेमीफाइनल में पहुंचने का फैसला भारत और दक्षिण अफ्रीका तथा पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच निर्णायक जंग से होगा। भारत ने अपने पहले मुकाबले में पाकिस्तान को124 रन से हराया था जबकि दक्षिण अफ्रीका ने श्रीलंका को एकतरफा अंदाज में पीटा था। दोनों ही टीमों को अगले मुकाबले में मात झेलनी पड़ गयी। भारत ने श्रीलंका के खिलाफ 321 रन का मजबूत स्कोर बनाने के बावजूद गेंदबाजों के लचर प्रदर्शन से इसे गंवा दिया। भारत की फील्डिंग सबसे बेहतर मानी जा रही थी लेकिन दोनों ही मैचों में खिलाड़ियों ने कुछ नजदीकी मौके टपकाये जिसका खामियाजा उसे श्रीलंका से हार के रूप में भुगतना पड़ा। भारतीय खेमे के लिये एक हार के बाद गेंदबाजी अचानक ही चिंता का विषय बन गयी है। जिन गेंदबाजों ने पाकिस्तान के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया वही गेंदबाज श्रीलंकाई बल्लेबाजों के सामने नौसखिये नजर आये। श्रीलंका के खिलाफ सिर्फ भुवनेश्वर कुमार ही एक विकेट चटका सके बाकी किसी भी गेंदबाज को विकेट नहीं मिला। दक्षिण अफ्रीका की मजबूत बल्लेबाजी को देखते हुए भारतीय टीम प्रबंधन को अपनी गेंदबाजी में कुछ परिवर्तन करना पड़ सकता है। संभवत: तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को जसप्रीत बुमराह की जगह उतारा जा सकता है और आफ

स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को किसी अन्य तेज गेंदबाज की जगह मिल सकती है। श्रीलंका के खिलाफ जब भारतीय गेंदबाज बेअसर साबित हो रहे थे तो ड्रिंक्स के दौरान अश्विन मैदान पर पहुंचे और कुछ देर तक कप्तान विराट कोहली को कुछ समझाते रहे। अश्विन पहले दोनों मैचों में ही अंतिम एकादश का हिस्सा नहीं बन पाये लेकिन उनके विशाल अनुभव को देखते हुए उन्हें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उतारा जाना चाहिये। दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों को पाकिस्तानी स्पिनरों ने खासा परेशान किया था। भारत अगले मुकाबले में तीन तेज गेंदबाजों और दो स्पिनरों के साथ उतर सकता है। बल्लेबाजी भारत के लिये फिलहाल चिंता की बात नहीं है क्योंकि उसने दोनों ही मैचों में 300 के ऊपर का स्कोर बनाया है। ओपनर शिखर धवन और रोहित शर्मा ने दोनों मैचों में शतकीय साझेदारियां निभाई हैं। पिछले मुकाबले में विराट का शून्य पर आउट होना और युवराज सिंह का सस्ते में निपटना जरूर चिंताजनक रहा लेकिन अब जब निर्णायक जंग की बारी है तो कप्तान विराट अपने प्रदर्शन से टीम को सेमीफाइनल में पहुंचाना चाहेंगे। महेन्द्र सिंह धोनी का पिछले मैच में अर्धशतक टीम के लिये एक अच्छा संकेत है। नंबर एक दक्षिण अफ्रीका को पाकिस्तान के खिलाफ संघर्ष करना पड़ा था और टीम 219 रन ही बना पायी थी। विराट की तरह एबी डीविलियर्स शून्य पर आउट हुए थे। डीविलियर्स दुनिया के सबसे खतरनाक बल्लेबाज माने जाते हैं और टीम को उम्मीद रहेगी कि वह भारत के खिलाफ फार्म में वापसी करें. 25 वनडे शतक बना चुके ओपनर हाशिम अमला को भारत को जल्द रोकना होगा क्योंकि यदि वह जम गये तो बड़ी पारी खेल सकते हैं। दक्षिण अफ्रीका की उम्मीदें अपने तेज गेंदबाजों और खासतौर पर लेग स्पिनर इमरान ताहिर पर निर्भर करेंगी। ताहिर लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और आईपीएल 10 में शीर्ष विकेट लेने वालों में उनका नाम भी था। विश्व की नंबर एक और दो टीमों के बीच मुकाबला निश्चित रूप से हाई वोल्टेज होगा लेकिन इनमें से मैच की समाप्ति पर एक टीम को मायूस होना पड़ेगा।

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