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शुभांशु शुक्ला: अंतरिक्ष मिशन पूरा करके भारत लौटे, दिल्ली एयरपोर्ट पर हुआ भव्य स्वागत

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वायु सेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने अंतरिक्ष यात्रा का अपना ऐतिहासिक मिशन पूरा कर लिया है। उन्होंने AXIOM-4 मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) तक यात्रा की थी और अब वह भारत वापस लौट आए हैं। इस मिशन में शुभांशु शुक्ला पिछले 41 वर्षों में अंतरिक्ष में पहुंचने वाले पहले भारतीय बने। रविवार तड़के, दिल्ली एयरपोर्ट पर उनका स्वागत करने के लिए दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह और उनके परिवार के सदस्य समेत कई लोग मौजूद थे।

शुभांशु शुक्ला का ऐतिहासिक सफर

शुभांशु शुक्ला का अंतरिक्ष मिशन केवल उनकी व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, बल्कि यह भारत के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है। AXIOM-4 मिशन के तहत शुक्ला ने 26 जून 2025 को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से जुड़कर इस मिशन में भाग लिया। इस दौरान वह भारतीय इतिहास में एक नए अध्याय के लेखक बने, क्योंकि पिछले चार दशकों में भारत से अंतरिक्ष में जाने वाले पहले व्यक्ति थे। उनकी यह उपलब्धि भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम में एक नई दिशा और उम्मीदों का संचार करती है।

मिशन के दौरान किए गए महत्वपूर्ण प्रयोग

शुभांशु शुक्ला का यह मिशन भारत के गगनयान मिशन के संदर्भ में भी अत्यधिक महत्वपूर्ण था। इस मिशन के दौरान शुक्ला ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन और स्पेस शटल पर कई महत्वपूर्ण प्रयोग किए, जिनका सीधा संबंध भारत के गगनयान मिशन से है। ISRO (भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन) के मुताबिक, इन प्रयोगों के निष्कर्ष गगनयान मिशन की तैयारियों में मददगार साबित हो सकते हैं। शुक्ला के द्वारा किए गए प्रयोगों में स्वास्थ्य, भौतिकी, और सामग्रियों के अध्ययन शामिल थे, जो भविष्य में भारत के मानव अंतरिक्ष उड़ानों को सहायता प्रदान करेंगे।

भावनात्मक यात्रा: शुभांशु शुक्ला की वापसी

भारत लौटने से पहले, शुक्ला ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अपनी भावनाओं को साझा किया। उन्होंने लिखा, “भारत वापस आने के लिए विमान में बैठते ही मेरे दिल में कई तरह की भावनाएं उमड़ रही हैं। मुझे उन शानदार लोगों को छोड़कर आने का दुख है, जो पिछले एक साल से इस मिशन के दौरान मेरे दोस्त और परिवार रहे हैं। मैं मिशन के बाद पहली बार अपने सभी दोस्तों, परिवार और देश के लोगों से मिलने के लिए उत्साहित हूं। मुझे लगता है कि यही जिंदगी है… सब कुछ एक साथ।”

शुक्ला ने आगे लिखा, “अलविदा कहना थोड़ा मुश्किल होता है, लेकिन हमें जिंदगी में आगे बढ़ते रहना चाहिए। जैसा कि मेरी कमांडर पैगी कहती हैं, ‘अंतरिक्ष उड़ान में एक मात्र स्थिर चीज परिवर्तन है।’ मुझे विश्वास है कि यह बात जीवन पर भी लागू होती है। मुझे लगता है कि जीवन गाड़ी है और समय पहिया है, हमें बस चलते रहना चाहिए।”

गगनयान मिशन की तैयारी: शुभांशु शुक्ला की भूमिका

शुभांशु शुक्ला का यह अंतरिक्ष मिशन भारत के गगनयान मिशन के लिए एक महत्वपूर्ण कदम था। इस मिशन से ISRO को कई तरह की जानकारी और अनुभव प्राप्त हुआ, जो भविष्य में गगनयान मिशन में मदद करेगा। भारत का गगनयान मिशन इस साल के अंत में एक मानवरहित उड़ान से शुरू होगा, जिसके बाद दो और मानवरहित मिशन होंगे। अंततः, एक भारतीय अंतरिक्ष यात्री गगनयान अंतरिक्ष यान पर सवार होकर अंतरिक्ष में 2 से 7 दिन बिताएगा।

इस मिशन में शुक्ला के योगदान से न केवल वह भारत के अंतरिक्ष मिशन में एक अहम कड़ी बने, बल्कि उन्होंने आने वाले भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों के लिए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश भी दिए। उनके द्वारा किए गए प्रयोगों से प्राप्त जानकारी गगनयान मिशन की योजना और कार्यान्वयन में सहायक होगी।

दिल्ली एयरपोर्ट पर स्वागत: एक ऐतिहासिक पल

भारत लौटने पर, शुभांशु शुक्ला का स्वागत देशवासियों ने बड़े धूमधाम से किया। दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उनका भव्य स्वागत हुआ। इस अवसर पर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह, उनके परिवार के सदस्य और कई अन्य लोग मौजूद थे। यह स्वागत न केवल शुक्ला के लिए, बल्कि भारत के लिए भी गर्व का पल था।

शुक्ला का परिवार भी एयरपोर्ट पर उन्हें स्वागत करने के लिए मौजूद था। यह दृश्य इस बात का प्रतीक था कि शुक्ला के परिवार और भारतीय अंतरिक्ष समुदाय ने इस यात्रा में उनके साथ खड़े होकर इस ऐतिहासिक पल का अनुभव किया। शुक्ला के स्वागत के दौरान एयरपोर्ट पर जो उत्साह और गर्व देखा गया, वह उनकी उपलब्धि के महत्व को दर्शाता है।

अंतरिक्ष मिशन से जुड़ी मानवीय भावनाएँ

हालांकि शुक्ला के लिए यह यात्रा एक बड़ी वैज्ञानिक और तकनीकी उपलब्धि थी, लेकिन उनके लिए इस मिशन में सबसे अधिक महत्वपूर्ण वह मानवीय कनेक्शन और दोस्ती थी, जो उन्होंने अंतरिक्ष में बनाए थे। मिशन के समाप्त होने के बाद शुक्ला ने अपनी भावनाओं को साझा किया और कहा कि अंतरिक्ष में बिताए गए समय के दौरान वह अपने अंतरिक्ष साथियों के साथ गहरे संबंधों में बंध गए थे।

उन्होंने यह भी कहा कि अंतरिक्ष मिशन के दौरान उन दोस्तों और सहकर्मियों को छोड़कर वापस आना कठिन था, जो उनके साथ इस यात्रा में शामिल थे। हालांकि, जीवन में आगे बढ़ने की आवश्यकता को शुक्ला ने भी स्वीकार किया और कहा कि यह यात्रा उन्हें हमेशा याद रहेगी। शुक्ला के शब्दों में यह स्पष्ट था कि अंतरिक्ष के इस अद्भुत अनुभव ने न केवल उन्हें व्यक्तिगत रूप से बदल दिया, बल्कि पूरे देश को भी प्रेरित किया।

भविष्य की अंतरिक्ष योजनाएँ: गगनयान मिशन

शुभांशु शुक्ला की इस यात्रा के बाद भारत का गगनयान मिशन और भी महत्वपूर्ण हो गया है। ISRO अब मानव अंतरिक्ष उड़ान के क्षेत्र में अपनी क्षमता को बढ़ाने के लिए काम कर रहा है। गगनयान मिशन एक बड़ा कदम होगा, जिसमें भारत अपने पहले मानव अंतरिक्ष यान के जरिए भारतीय अंतरिक्ष यात्री को अंतरिक्ष में भेजेगा। शुक्ला की यात्रा से प्राप्त अनुभव, भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम को और भी मजबूती देगा।

शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष यात्रा ने न केवल उनके लिए एक बड़ी उपलब्धि का मार्ग प्रशस्त किया, बल्कि यह भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए भी एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ है। उनका यह मिशन गगनयान परियोजना की दिशा में एक अहम कदम था। उनके द्वारा किए गए प्रयोगों और उनके अनुभवों से भारत की अंतरिक्ष यात्रा को नई दिशा मिलेगी। अब, भारत के अंतरिक्ष मिशन के आने वाले चरणों में शुक्ला के योगदान की भूमिका महत्वपूर्ण रहेगी।

शुभांशु शुक्ला की यात्रा ने यह साबित किया कि भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम अब दुनिया के शीर्ष देशों के बराबर खड़ा हो चुका है। उनके इस योगदान के साथ, भारत का नाम अंतरिक्ष में और भी चमकता रहेगा।

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Rahul Patidar

Rahul Patidar is a News Copy Writer at KKN Live, having joined the team in 2025. He writes on a variety of national and regional issues, bringing fresh perspective and clarity to important current events. Rahul completed both his Bachelor’s and Master’s degrees in Mass Communication from his home state, Madhya Pradesh. During his academic years, he also gained field experience through an internship at a local newspaper in Dhar, Madhya Pradesh, where he sharpened his reporting and writing skills. Rahul is known for his clear writing style and his ability to break down complex news stories for everyday readers. 📩 You can contact him at rahul@kknlive.in

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Tags: ISS NASA Shubhanshu Shukla space mission

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