KKN गुरुग्रं डेस्क | महाशिवरात्रि (Mahashivratri 2025) हिंदू धर्म का एक प्रमुख त्योहार है, जिसे हर साल फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। यह पर्व भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह दिवस के रूप में जाना जाता है।
इस साल महाशिवरात्रि 26 फरवरी 2025, बुधवार को मनाई जाएगी।
✔ चतुर्दशी तिथि प्रारंभ: 26 फरवरी 2025 को सुबह 11:08 बजे
✔ चतुर्दशी तिथि समाप्त: 27 फरवरी 2025 को सुबह 08:54 बजे
हिंदू पंचांग के अनुसार, उदया तिथि के आधार पर महाशिवरात्रि 26 फरवरी को मनाई जाएगी।
महाशिवरात्रि का महत्व
🔹 भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह की तिथि – इस दिन शिवजी और पार्वती का पवित्र मिलन हुआ था।
🔹 व्रत और पूजा से इच्छाओं की पूर्ति – मान्यता है कि सच्चे मन से शिवरात्रि का व्रत रखने से इच्छाएं पूरी होती हैं।
🔹 वैवाहिक जीवन में प्रेम और विश्वास – शिव-पार्वती की पूजा करने से दांपत्य जीवन सुखमय बनता है।
🔹 आर्थिक समस्याओं का समाधान – शिवजी के विशेष उपाय करने से धन की वृद्धि और व्यापार में लाभ होता है।
इस दिन रातभर शिवजी की पूजा, व्रत, मंत्र जाप और अभिषेक करने से विशेष फल मिलता है।
महाशिवरात्रि पर करने योग्य उपाय (Mahashivratri Ke Upay)
1️⃣ पंचामृत अभिषेक करें
✔ शिवलिंग का अभिषेक पंचामृत से करें, जिसमें दूध, दही, घी, शहद और गुड़ शामिल हों।
✔ 11 बिल्वपत्र (Bel Patra) चढ़ाएं और “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करें।
✔ इससे आर्थिक संकट समाप्त होते हैं और व्यापार में सफलता मिलती है।
2️⃣ हनुमान चालीसा का पाठ करें
✔ महाशिवरात्रि के दिन हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa) का पाठ करना शुभ माना जाता है।
✔ इससे भगवान शिव और हनुमान जी की कृपा प्राप्त होती है।
✔ सभी परेशानियों और नकारात्मक शक्तियों से मुक्ति मिलती है।
3️⃣ चांदी के लोटे में जल अर्पित करें
✔ चांदी का एक लोटा लें और उसमें जल भरें।
✔ उसमें चांदी का सिक्का और 11 सफेद फूल डालें।
✔ फिर इसे शिवलिंग पर चढ़ाएं और शाम को 11 दीप जलाकर पूजा करें।
✔ इससे आर्थिक तंगी दूर होती है और धन लाभ के योग बनते हैं।
4️⃣ केसर मिश्रित दूध चढ़ाएं
✔ शिवलिंग पर केसर (Kesar) मिले दूध से अभिषेक करें।
✔ पीले रंग के फूल चढ़ाएं।
✔ यह उपाय व्यापार में सफलता और समृद्धि लाने में मदद करता है।
5️⃣ जरूरतमंदों को अन्न और धन का दान करें
✔ महाशिवरात्रि पर गरीबों और जरूरतमंदों को भोजन और धन दान करें।
✔ ऐसा करने से पापों का नाश होता है और शुभ फल प्राप्त होते हैं।
महाशिवरात्रि 2025: चार प्रहर की पूजा के शुभ मुहूर्त
🔹 प्रथम प्रहर: 26 फरवरी 2025 – शाम 06:29 बजे से रात 09:34 बजे तक
🔹 द्वितीय प्रहर: 26 फरवरी 2025 – रात 09:34 बजे से 27 फरवरी को 12:39 बजे तक
🔹 तृतीय प्रहर: 27 फरवरी 2025 – रात 12:39 बजे से सुबह 03:45 बजे तक
🔹 चतुर्थ प्रहर: 27 फरवरी 2025 – सुबह 03:45 बजे से 06:50 बजे तक
रात्रि में चार प्रहर की पूजा करने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
महाशिवरात्रि व्रत के लाभ (Benefits of Mahashivratri Vrat)
📌 भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है और जीवन की सभी बाधाएं दूर होती हैं।
📌 आर्थिक समस्याएं समाप्त होती हैं और घर में धन-धान्य की वृद्धि होती है।
📌 वैवाहिक जीवन में प्रेम और विश्वास बढ़ता है।
📌 स्वास्थ्य लाभ मिलता है और मानसिक शांति बनी रहती है।
📌 नकारात्मक ऊर्जा और बुरी शक्तियां नष्ट होती हैं।
महाशिवरात्रि पर व्रत और पूजा विधि (Mahashivratri Vrat Vidhi)
✔ सुबह स्नान कर साफ वस्त्र पहनें और भगवान शिव की पूजा करें।
✔ शिवलिंग पर जल, दूध, शहद, गंगाजल और बेलपत्र चढ़ाएं।
✔ “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करें और ध्यान करें।
✔ दिनभर उपवास रखें और फलाहार करें।
✔ रात्रि जागरण करें और चार प्रहर की पूजा करें।
✔ जरूरतमंदों को भोजन, वस्त्र और धन का दान करें।
महाशिवरात्रि के दिन ध्यान रखने योग्य बातें
❌ शिवलिंग पर तुलसी के पत्ते न चढ़ाएं।
❌ शिवलिंग पर नारियल पानी न अर्पित करें।
❌ शिवलिंग पर हल्दी और सिंदूर न लगाएं।
❌ शिवजी की पूजा में टूटे-फूटे बेलपत्र का उपयोग न करें।
❌ इस दिन मांसाहार और नशे से दूर रहें।
महाशिवरात्रि का पर्व भगवान शिव की आराधना, उपवास और दान-पुण्य का विशेष दिन है। इस दिन अगर सही तरीके से पूजा-अर्चना और उपाय किए जाएं, तो जीवन में धन-समृद्धि, सुख-शांति और इच्छाओं की पूर्ति होती है।
महत्वपूर्ण बातें:
📌 महाशिवरात्रि 2025 – 26 फरवरी, बुधवार को मनाई जाएगी।
📌 शिवलिंग का अभिषेक पंचामृत और जल से करें।
📌 हनुमान चालीसा और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।
📌 जरूरतमंदों को अन्न और धन दान करें।
📌 चार प्रहर की पूजा करें और रात्रि जागरण करें।
यदि आप सच्चे मन से भगवान शिव की आराधना करेंगे, तो निश्चित ही आपकी सभी इच्छाएं पूरी होंगी।
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