KKN गुरुग्राम डेस्क | केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा 1 फरवरी 2025 को पेश किए गए केंद्रीय बजट 2025-26 में शिक्षा क्षेत्र को ऐतिहासिक रूप से सबसे अधिक धनराशि आवंटित की गई है। सरकार ने स्कूली शिक्षा के लिए ₹78,572 करोड़ और उच्च शिक्षा के लिए ₹50,077.95 करोड़ का प्रावधान किया है, जो अब तक का सबसे बड़ा शिक्षा बजट है।
इस बजट का मुख्य उद्देश्य शिक्षा को अधिक समावेशी, गुणवत्तापूर्ण और तकनीकी रूप से उन्नत बनाना है। सरकार ने आईआईटी (IIT) संस्थानों के विस्तार, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस और भारतीय भाषाओं में डिजिटल पुस्तकें उपलब्ध कराने के लिए “भारतीय भाषा पुस्तक योजना” जैसी महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं।
शिक्षा के लिए अब तक का सबसे बड़ा बजट आवंटन
केंद्रीय बजट 2025 में शिक्षा क्षेत्र को बड़ी प्राथमिकता दी गई है, जिससे यह साफ होता है कि सरकार शिक्षा के क्षेत्र में तकनीकी नवाचार, अनुसंधान (रिसर्च) और आधुनिक सुविधाओं के विस्तार पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
📌 स्कूली शिक्षा के लिए आवंटन: ₹78,572 करोड़ (अब तक का सबसे बड़ा बजट)
📌 उच्च शिक्षा के लिए आवंटन: ₹50,077.95 करोड़
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस बजट की सराहना करते हुए कहा कि यह शिक्षा को अधिक सुलभ बनाएगा और अनुसंधान व नवाचार को मजबूती प्रदान करेगा।
IITs में होगा बुनियादी ढांचे का विस्तार, 6,500 नए छात्रों को मिलेगा प्रवेश
वित्त मंत्री ने घोषणा की कि पिछले 10 वर्षों में IITs में छात्रों की संख्या दोगुनी हो गई है, जो 65,000 से बढ़कर 1.35 लाख हो गई है।
इस बढ़ती मांग को देखते हुए सरकार ने:
🏗 2014 के बाद स्थापित 5 नए IITs में अतिरिक्त बुनियादी ढांचे का विस्तार करने का निर्णय लिया है।
🎓 इन संस्थानों में 6,500 और छात्रों को शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।
🏠 IIT पटना में छात्रावास और अन्य सुविधाओं का विस्तार भी किया जाएगा।
IITs में बुनियादी ढांचे के विस्तार से STEM (Science, Technology, Engineering, Mathematics) शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा, जिससे भारत वैश्विक तकनीकी शिक्षा के केंद्र के रूप में उभरेगा।
शिक्षा में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) की भूमिका: ₹500 करोड़ से बनेगा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस
वित्त मंत्री ने शिक्षा में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence – AI) को बढ़ावा देने के लिए एक “सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन AI” स्थापित करने की घोषणा की।
💡 इस पहल के लिए ₹500 करोड़ का बजट आवंटित किया गया है, जिसका उद्देश्य शिक्षा में AI तकनीक का उपयोग कर गुणवत्तापूर्ण और समतामूलक शिक्षा प्रदान करना है।
📌 AI सेंटर के लाभ:
✔️ शिक्षा प्रणाली में सुधार और असमानताओं को दूर करना
✔️ डिजिटल लर्निंग को बढ़ावा देना
✔️ एडवांस्ड लर्निंग टेक्नोलॉजी से छात्रों को सशक्त बनाना
AI के माध्यम से परसनलाइज्ड लर्निंग, रियल-टाइम फीडबैक, और वर्चुअल क्लासरूम जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी, जिससे भारत की शिक्षा प्रणाली अधिक तकनीकी और प्रभावशाली बनेगी।
भारतीय भाषा पुस्तक योजना: अब भारतीय भाषाओं में डिजिटल पुस्तकें उपलब्ध होंगी
शिक्षा को अधिक समावेशी और भाषा की बाधाओं से मुक्त बनाने के लिए सरकार ने “भारतीय भाषा पुस्तक योजना” (Bharatiya Bhasha Pustak Scheme) की घोषणा की है।
📚 इस योजना का उद्देश्य:
✅ भारतीय भाषाओं में डिजिटल पुस्तकें उपलब्ध कराना
✅ छात्रों को अपनी मातृभाषा में शिक्षा प्राप्त करने में मदद करना
✅ राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) के अनुरूप बहुभाषी शिक्षा को बढ़ावा देना
इस योजना से ग्रामीण और क्षेत्रीय पृष्ठभूमि से आने वाले छात्रों को फायदा होगा, जिससे वे अपनी भाषा में बेहतर तरीके से शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे।
बजट 2025: शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव
✅ अब तक का सबसे बड़ा शिक्षा बजट (₹78,572 करोड़ स्कूली शिक्षा के लिए, ₹50,077.95 करोड़ उच्च शिक्षा के लिए)
✅ IITs में 6,500 नए छात्रों के लिए बुनियादी ढांचे का विस्तार
✅ AI के लिए ₹500 करोड़ से सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना
✅ भारतीय भाषाओं में डिजिटल पुस्तकें उपलब्ध कराने के लिए नई योजना
बजट 2025: शिक्षा क्षेत्र के लिए गेम चेंजर क्यों है?
यह बजट शिक्षा क्षेत्र को आधुनिक तकनीक और डिजिटल लर्निंग से जोड़ने की दिशा में एक बड़ा कदम है। सरकार का ध्यान शिक्षा को तकनीकी रूप से उन्नत, शोध केंद्रित और समावेशी बनाने पर है।
📌 नई योजनाएं और निवेश से क्या बदलेगा?
🔹 छात्रों के लिए अधिक शिक्षण सुविधाएं और डिजिटल संसाधन उपलब्ध होंगे
🔹 AI और तकनीक के उपयोग से शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा
🔹 IITs और अन्य उच्च शिक्षा संस्थानों का बुनियादी ढांचा मजबूत होगा
🔹 बहुभाषी शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा, जिससे क्षेत्रीय भाषा बोलने वाले छात्रों को लाभ मिलेगा
सरकार की ये घोषणाएं भारत को शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर एक अग्रणी देश बनाने में मदद करेंगी
बजट 2025 का शिक्षा क्षेत्र पर गहरा प्रभाव पड़ेगा। जहां छात्रों को आधुनिक और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलेगी, वहीं शिक्षकों को डिजिटल संसाधन और शोध के लिए अधिक अवसर मिलेंगे।
📌 मुख्य बातें:
✔️ स्कूली और उच्च शिक्षा के लिए ऐतिहासिक बजट आवंटन
✔️ IITs का विस्तार और 6,500 नए छात्रों के लिए अवसर
✔️ AI आधारित शिक्षा केंद्र से डिजिटल लर्निंग को बढ़ावा
✔️ भारतीय भाषा पुस्तक योजना से मातृभाषा में अध्ययन को प्रोत्साहन
सरकार की यह पहल भारत को तकनीकी रूप से मजबूत और शिक्षा में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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