KKN गुरुग्राम डेस्क | बिहार में मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल चुका है। राज्य के दक्षिण और मध्य हिस्सों में भीषण गर्मी और बढ़ती उमस ने लोगों को बेहाल कर दिया है। पटना, गया, औरंगाबाद और रोहतास जैसे जिलों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार जा पहुंचा है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, पूर्वी हवाओं के कारण हवा में नमी बढ़ रही है, जिससे उमस और गर्मी का असर और अधिक महसूस हो रहा है।
गर्मी से प्रभावित प्रमुख जिले:
पटना
गया
औरंगाबाद
रोहतास
भोजपुर
बक्सर
नालंदा
जहानाबाद
अरवल
लखीसराय
नवादा
शेखपुरा
वैशाली
इन जिलों में अगले 24 घंटे तक बारिश की कोई संभावना नहीं है। अधिकतम तापमान 37°C से 42°C के बीच रिकॉर्ड किया जा रहा है, जबकि “ह्यूमिडिटी इंडेक्स” यानी ‘भीषण गर्मी का अहसास’ इससे कहीं अधिक है।
राज्य के उत्तरी और पूर्वी जिलों में मौसम पूरी तरह अलग है। यहां बादलों की आवाजाही के साथ गरज-चमक और बारिश की संभावना जताई जा रही है। मौसम विभाग ने इन जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है और लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है।
बारिश से प्रभावित होने वाले जिले:
पूर्णिया
कटिहार
किशनगंज
अररिया
मधेपुरा
सुपौल
सहरसा
खगड़िया
बेगूसराय
मधुबनी
दरभंगा
सीतामढ़ी
मुजफ्फरपुर
समस्तीपुर
पूर्वी चंपारण
पश्चिमी चंपारण
गोपालगंज
सीवान
सारण
बांका
भागलपुर
मुंगेर
जमुई
कैमूर
शेखपुरा
लखीसराय
देहरी
इन इलाकों में 30-40 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं, वज्रपात और मूसलाधार बारिश की संभावना जताई गई है।
बंगाल की खाड़ी से आ रही पुरवा हवाओं ने पूरे बिहार में नमी की मात्रा बढ़ा दी है। इन हवाओं के कारण राज्य में लगातार उमस और चिपचिपे मौसम का अनुभव हो रहा है। विशेषकर शहरी क्षेत्रों में यह स्थिति और अधिक कष्टप्रद हो गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की स्थिति हीट स्ट्रोक और डिहाइड्रेशन का कारण बन सकती है।
पिछले 24 घंटों के दौरान बिहार के कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई है। मुजफ्फरपुर के मोतीपुर क्षेत्र में सबसे अधिक 59 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
वहीं दूसरी ओर, पटना समेत 11 जिलों में तापमान में गिरावट देखी गई है। पटना में अधिकतम तापमान में 1.3°C की गिरावट दर्ज की गई, जो अब 37.7°C है। इसके विपरीत, डेहरी में 42.0°C तापमान के साथ प्रदेश का सबसे गर्म जिला रहा।
मौसम विभाग के अनुसार, बिहार में अगले एक सप्ताह तक यही परिस्थितियां बनी रह सकती हैं:
उत्तर व पूर्वी बिहार: बारिश, वज्रपात और ठंडी हवाओं की संभावना
दक्षिण बिहार: शुष्क और उमस भरा मौसम
मध्य बिहार: आंशिक बादल और हल्की फुहारें संभव
विशेषज्ञों का कहना है कि मानसून की सक्रियता फिलहाल सीमित है, लेकिन कुछ हिस्सों में लोकल लो-प्रेशर सिस्टम विकसित हो सकता है, जिससे बारिश की तीव्रता बढ़ सकती है।
दोपहर 12 से 4 बजे तक घर से बाहर न निकलें
पानी खूब पिएं और शरीर को ढक कर रखें
हल्के और सूती कपड़े पहनें
धूप में काम करने वालों के लिए सिर ढकना अनिवार्य
बादलों की गर्जना सुनते ही सुरक्षित स्थान पर चले जाएं
पेड़ के नीचे खड़े न हों
बिजली के उपकरण बंद रखें
घर में आवश्यक वस्तुएं तैयार रखें (पानी, टॉर्च, बैटरी, दवा)
बिहार के किसान इस समय मौसम की अस्थिरता से चिंतित हैं। पूर्वी बिहार में बारिश धान की बुआई के लिए अनुकूल हो सकती है, लेकिन दक्षिण बिहार में सूखा हालात फसल की तैयारी को प्रभावित कर सकता है।
IMD की सलाह:
बारिश वाले क्षेत्रों में सिंचाई स्थगित करें
कीटनाशक छिड़काव से बचें
वर्षा जल का उपयोग खेतों में करें
बिहार में मौसम दो भागों में बंटा हुआ नजर आ रहा है। एक तरफ तेज धूप और उमस लोगों को झुलसा रही है, वहीं दूसरी तरफ कई जिलों में आंधी और बारिश का सिलसिला जारी है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अगले कुछ दिनों तक यह स्थिति बनी रह सकती है। ऐसे में सावधानी ही सबसे बड़ा उपाय है।
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